रूस ने यूक्रेन में ड्रोन और मिसाइल अटैक किया है। इस दौरान रूस की सेना ने ऊर्जा संयंत्रों को निशाना बनाया है। यूक्रेन ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए रूस के 22 ड्रोन मार गिराए हैं।
रूस और यूक्रेन के बीच जंग में अमेरिका ने एक बार फिर यूक्रेन को बड़ी सैन्य मदद देने का ऐलान कर दिया है। जंग शुरू होने के बाद से अमेरिका कीव को अब तक कुल 55.6 अरब अमेरिकी डॉलर की सहायता मुहैया करा चुका है।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यूक्रेन युद्ध और इजरायल-हमास के मामले में अपनी अलग सोच के लिए हैरिस से काफी आगे निकल गए हैं।
रूस से युद्ध के ढाई वर्ष गुजर जाने के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकलने से यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की अब हताश होने लगे हैं। उन्होंने अपने सहयोगियों से मिलकर अब यूक्रेन युद्ध में शांति खोजने के प्रयासों पर काम शुरू कर दिया है।
यूक्रेन के हमले के जवाब में रूसी सेना ने भी उस पर ड्रोन अटैक किया। यूक्रेन की वायु सेना ने बुधवार को कहा कि उसने यूक्रेन के तीन क्षेत्रों में रूसी सेना द्वारा छोड़े गए 22 में से 21 ड्रोन को नष्ट कर दिया।
कुख्यात हथियार तस्करों में विक्टर बाउट का नाम सबसे प्रमुख है। इसे'मर्चेंट ऑफ डेथ' के नाम से भी जाना जाता है। विक्टर बाउट ने अफ्रीका, एशिया और दक्षिण अमेरिका के कई संघर्ष क्षेत्रों में हथियारों की सप्लाई की है।
रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। इस बीच रूस की एक अदालत ने अमेरिकी शख्स को सजा सुनाई है। अमेरिकी शख्स की उम्र 72 साल है और उसे यूक्रेन में भाड़े के सैनिक के रूप में लड़ने के आरोप में दोषी ठहराया गया है।
रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। यूक्रेन युद्ध में रूस के कब्जे वाले अहम इलाकों को निशाना बना रहा है। दोनों पक्ष लगातार एक दूसरे पर हमला कर रहे हैं। इस बीच यूक्रेन ने रूस के तेल टर्मिनल पर हमला किया है।
रूस ने यूक्रेन पर बीती रात घातक ड्रोन और मिसाइलों से बड़ा हमला किया है। इसमें यूक्रेन के कई अहम ऊर्जा ठिकाने ध्वस्त हो गए हैं और हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई है।
रूस ने यूक्रेन के बुनियादी ढांचों को भीषण ड्रोन हवाई हमले में तबाह कर दिया है। इससे कई इमारतें ध्वस्त हो गई। अलग-अलग हमलों में 1 व्यक्ति की मौत हो गई और 4 लोग घायल हो गए।
रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। दोनों पक्ष लगातार एक दूसरे पर हमला कर रहे हैं। इस बीच रूस ने एक ऐसे बम का प्रयोग शुरू किया है जिसका यूक्रेन के पास कोई तोड़ नहीं है।
यह वही शहर है जिसकी आबादी युद्ध से पहले 14,000 से अधिक थी। मगर अब तबाह हो गया है। सोवियत काल की बनी इमारतें यहां नष्ट और खंडहर हो गई हैं। मोस्कोवस्की कोम्सोमोलेट्स अखबार ने कहा कि यह यूक्रेनी सेना ती 72वीं मैकेनाइज्ड ब्रिगेड की आखिरी प्रशिद्ध प्रतिरोध इकाई है, जिसने मंगलवार देर रात शहर छोड़ दिया।
रूस के दागिस्तान में फिर भीषण ब्लास्ट हुआ है। इसमें कम से कम 13 लोग मारे गए हैं। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया है। आतंकी हमला होने की आशंका जाहिर की गई है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर न्यूयॉर्क में यूएई से लेकर सिंगापुर, उज्बेकिस्तान और डेनमार्क के समकक्षों से मुलाकात की। इस दौरान द्विपक्षीय संबंधों को लेकर बात की।
अगर डोनाल्ड ट्रंप दोबारा अमेरिका के राष्ट्रपति बनते हैं तो रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म हो जाएगा। यह दावा ट्रंप काफी पहले से करते रहे हैं। अब ट्रंप से जेलेंस्की की मुलाकात के बाद बदले सुरों से भी यह संकेत मिलने लगे हैं। जेलेंस्की ने कहा कि हमारे और पुतिन के विचार समान हैं कि युद्ध खत्म होना चाहिए।
रूस ने न्यूक्लियर डॉक्ट्रिन या परमाणु नीति को बदल दिया है। यह बदलाव उस समय हुआ है जब रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। रूस उन गिने-चुने देशों में शामिल है जिसके पास दुनिया का सबसे बड़ा परमाणु हथियारों का भंडार है।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन को लेकर बड़ा बयान दिया है। ट्रंप ने कहा कि युद्ध शुरू होने से पहले यूक्रेन को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात करनी चाहिए थी।
व्लादिमीर पुतिन ने रूस की परमाणु नीति को बदल दिया है। नई नीति के अनुसार अब रूस पर हमले का समर्थन करने वाली परमाणु शक्ति को आक्रमणकारी माना जा सकता है।
अमेरिका और रूस के बीच कट्टर दुश्मनी है। मगर आपको जानकर हैरानी होगी कि यह विरोधीपन धरती पर ही ज्यादा है, लेकिन आसमान में दोनों आपस में दोस्त हैं।
पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच हुई द्विपक्षीय वार्ता में रूस-यूक्रेन युद्ध और गाजा संघर्ष भी शामिल रहा। दोनों नेताओं ने इस समस्या के शांतिपूर्ण समाधान के रास्ते तलाशने पर वार्ता की।
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