पीएम मोदी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए रूस के लिए रवान हो गए हैं। पीएम मोदी के दौरे से पहले कज़ान शहर की कुछ तस्वीर सामने आईं है। जहां भारतीय समुदाय के लोग पीएम मोदी के स्वागत की खास तैयारी में हैं।
रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। जंग के बीच अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे हैं। इस बीच लॉयड ऑस्टिन ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय यूक्रेन के साथ है।
ब्रिक्स समिट रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए व्यक्तिगत रूप से बेहद अहम है। ऐसे इसलिए है क्योंकि यह उन्हें अलग-थलग करने के पश्चिमी प्रयासों की विफलता को दर्शाता है।
रूस और यूक्रेन दोनों ही एक दूसरे पर हमलावर हैं। एक तरफ जहां रूस यूक्रेन में ड्रोन अटैक कर रहा है तो वहीं यूक्रेन भी रूसी इलाकों को ड्रोन से निशाना बना रहा है।
जेलेंस्की ने रूस पर विजय योजना पेश कर दी है। मगर उनका यह प्लान उसके कई सहयोगियों के गले नहीं उतर रहा। अमेरिका ने भी कह दिया है कि उनकी योजना का मूल्यांकन करना हमारा काम नहीं है।
ब्रिक्स की संभावित मुद्रा के बारे में पुतिन ने कहा कि सदस्य देशों को बिना जल्दबाजी के धीरे-धीरे काम करने की जरूरत है। इन देशों की आबादी और संरचना को देखते हुए, यह एक दीर्घकालिक संभावना है और अगर इन मसलों पर विचार नहीं किया तो यूरोपीय संघ (ईयू) में एक मुद्रा लागू करते समय हुई समस्याओं से भी बड़ी समस्या होगी।
उत्तर कोरिया द्वारा रूस की मदद के लिए अपने सैनिक भेजने के बाद अब चीन की ओर से भी ऐसे कदम उठाए जाने की आशंका बढ़ गई है। लिहाजा चीन के 2 दिवसीय दौरे पर बीजिंग पहुंचे ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी ने चीन से रूस की मदद न करने का आग्रह किया है।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से पहले बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन युद्ध नहीं लड़ रहा, बल्कि अमेरिका और नाटो रूस से लड़ रहे हैं, लेकिन वह भी लड़ते-लड़ते एक दिन थक जाएंगे। अंत में रूस की ही जीत होगी।
ब्रिक्स शिखर वार्ता 2024 से पहले इसकी मेजबानी कर रहे रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता की है। इस दौरान उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि ब्रिक्स का उद्देश्य किसी के खिलाफ होना नहीं है। यह पश्चिम विरोधी नहीं है। इसके लिए उन्होंने भारत का उदाहरण भी दिया।
दो साल से अधिक समय से जारी रूस-यूक्रेन जंग के और घातक होने की संभावना है। अब उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग ने रूस की मदद में हजारों सैनिक भेज दिए हैं। दक्षिण कोरिया की खुफिया एजेंसियों ने इस बात का दावा किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर 22-23 अक्टूबर 2024 को रूस की यात्रा करेंगे। इस दौरान पीएम मोदी 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यूक्रेन को लेकर अमेरिकी समर्थन की आलोचना करते रहे हैं। लेकिन, इस बार उन्होंने साफ कह दिया है कि रूस के साथ युद्ध के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की जिम्मेदार हैं।
अमेरिका ने चीन के खिलाफ बड़ा कदम उठाया है। रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। जंग के बीच अमेरिका ने चीन पर आरोप लगाया है कि चीनी कंपनियों ने हमलावर ड्रोन बनाने में रूस की सहायता की है।
रूस से जंग में कमजोर पड़ रहे यूक्रेन की मदद के लिए अब ऑस्ट्रेलिया मदद को आगे आया है। ऑस्ट्रेलिया ने 49 अब्राम्स टैंक देने का ऐलान किया है।
रूस ने यूक्रेन में ड्रोन और मिसाइल अटैक किया है। इस दौरान रूस की सेना ने ऊर्जा संयंत्रों को निशाना बनाया है। यूक्रेन ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए रूस के 22 ड्रोन मार गिराए हैं।
रूस और यूक्रेन के बीच जंग में अमेरिका ने एक बार फिर यूक्रेन को बड़ी सैन्य मदद देने का ऐलान कर दिया है। जंग शुरू होने के बाद से अमेरिका कीव को अब तक कुल 55.6 अरब अमेरिकी डॉलर की सहायता मुहैया करा चुका है।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यूक्रेन युद्ध और इजरायल-हमास के मामले में अपनी अलग सोच के लिए हैरिस से काफी आगे निकल गए हैं।
रूस से युद्ध के ढाई वर्ष गुजर जाने के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकलने से यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की अब हताश होने लगे हैं। उन्होंने अपने सहयोगियों से मिलकर अब यूक्रेन युद्ध में शांति खोजने के प्रयासों पर काम शुरू कर दिया है।
यूक्रेन के हमले के जवाब में रूसी सेना ने भी उस पर ड्रोन अटैक किया। यूक्रेन की वायु सेना ने बुधवार को कहा कि उसने यूक्रेन के तीन क्षेत्रों में रूसी सेना द्वारा छोड़े गए 22 में से 21 ड्रोन को नष्ट कर दिया।
कुख्यात हथियार तस्करों में विक्टर बाउट का नाम सबसे प्रमुख है। इसे'मर्चेंट ऑफ डेथ' के नाम से भी जाना जाता है। विक्टर बाउट ने अफ्रीका, एशिया और दक्षिण अमेरिका के कई संघर्ष क्षेत्रों में हथियारों की सप्लाई की है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़