रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जल्द ही भारत आएंगे। राष्ट्रपति पुतिन के भारत दौरे को लेकर तारीखें अभी तय नहीं हुई हैं।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक ऐसे फैसले को मंजूरी दे दी है जिससे दुनिया में परमाणु जंग का खतरा बढ़ गया है। पुतिन ने मंगलवार को एक नई परमाणु नीति पर हस्ताक्षर किए हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन को रूस पर अमेरिका की लंबी दूरी की मिसाइलों के इस्तेमाल को पहली बार मंजूरी दे दी है।
रूस ने यूक्रेन के पावर ग्रिड पर पिछले 3 महीनों के दौरान सबसे बड़ा हवाई हमला किया है। पहले रात पर ड्रोन हमले किए। फिर सुबह मिसाइल हमले। इस दौरान रूस ने यूक्रेन पर 120 मिसाइलों और 90 ड्रोन से भयानक हमला किया।
रूस ने शनिवार से ऑस्ट्रिया को गैस सप्लाई बंद करने की सूचना दे दी है। उसका कहना है कि वह यूक्रेन से होकर जाने वाली पाइपलाइन के जरिये अब गैस सप्लाई नहीं करेगा। इस रास्ते से यूरोप के तमाम देशों को रूस गैस सप्लाई करता है। मगर जनवरी से उसे वह पूरी तरह बंद कर देगा।
रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है और फिलहाल इसके खत्म होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। इस बीच अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव जीतने वाले डोनाल्ड ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर बड़ी बात कही है।
अमेरिका में राष्ट्रपति का चुनाव दोबारा जीतने वाले डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से रूस यूक्रेन युद्ध को लेकर फोन पर बात की। क्रेमलिन ने इन खबरों को भ्रामक और झूठा करार दिया है। जानें क्या कहा?
विदेश मंत्री ने कहा कि आज हमारा द्विपक्षीय व्यापार 66 बिलियन डॉलर है। इससे 2030 तक 100 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का लक्ष्य तर्कसंगत है। व्यापार संतुलन को तत्काल सुधारने की आवश्यकता है क्योंकि यह बहुत एकतरफा है।
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में राष्ट्रपति चुनाव में ऐतिहासिक जीत हासिल की है और चुनाव के बाद से उन्होंने 70 से अधिक विश्व नेताओं से बात की है, जिसमें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी हैं।
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव जीतने के बाद यूक्रेन ने रूस पर पहला बड़ा ड्रोन हमला किया है। यह हमला मॉस्को से 200 किलोमीटर दूर एक हथियार कारखाने पर किया गया है। हालांकि इसमें हुए नुकसान का अब तक कोई अंदाजा नहीं लगाया जा सका है।
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनावों में ट्रंप की बंपर जीत के बाद रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर इस वक्त सबसे बड़ी खबर सामने आई है। रॉयटर्स ने क्रेमलिन के हवाले कहा है कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप से यूक्रेन युद्ध पर वार्ता करने को तैयार हैं। बशर्ते इसके लिए उनकी पूर्ववत शर्तें लागू रहेंगी।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी की तारीफ के बाद अब भारत को सुपरपॉवर लिस्ट में शामिल करने के लिए जबरदस्त पैरोकारी की है। उन्होंने दुनिया को ललकार भरे अंदाज में कहा-"भारत भी वैश्विक महाशक्तियों की सूची का हकदार है। "
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का पहला बयान सामने आ गया है। आइए जानते हैं कि पुतिन क्या बोले।
अमेरिका में ट्रंप के सत्ता में आने के बाद क्या रूस-यूक्रेन युद्ध अब समाप्त हो सकता है या इसमें यूक्रेन को हार का सामना करना पड़ेगा। यह ऐसे सवाल हैं, जिस पर पूरी दुनिया की नजरें टिक गई हैं। अगर ट्रंप अपने वादे के मुताबिक काम करते हैं तो वह रूस-यूक्रेन युद्ध समाप्त करवाने पर जोर देंगे।
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप ने ऐतिहासिक जीत दर्ज कर ली है। इसके बाद दुनिया भर में विभिन्न आयाम बदलने की उम्मीदें बढ़ गई हैं। उन्हीं में से एक रूस-यूक्रेन युद्ध भी है। जेलेंस्की को अब उम्मीद है कि ट्रंप शांति स्थापना करवाने में सफल होंगे।
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में बड़ी जीत दर्ज कर इतिहास रचने वाले डोनाल्ड ट्रंप को अभी तक रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने बधाई नहीं दी है। जबकि दुनिया भर के नेताओं ने ट्रंप को बड़ी जीत की बधाई दी है। आखिर ट्रंप की जीत के बाद रूस के अंदरखाने में क्या चल रहा है?
आज ही के दिन सोवित संघ ने किसी जीव को अंतरिक्ष में भेजकर इतिहास रचा था। यह एक फीमेल डॉग थी, जो स्पेस मिशन के लिए भेजी गई थी।
रूस-यूक्रेन युद्ध मामले में कथित तौर पर मॉस्को की मदद के आरोप में अमेरिका ने दुनिया भर की करीब 400 कंपनियों पर बैन लगाया है। इसमें कई भारतीय कंपनियां भी शामिल हैं। विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह इस मुद्दे पर अमेरिका के संपर्क में हैं।
इससे पहले बुधवार को अमेरिका ने यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध को बढ़ावा देने के लिए लगभग 400 संस्थाओं और व्यक्तियों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी।
चीन ने उत्तर कोरिया के इस कदम पर अभी तक सार्वजनिक रूप से कोई टिप्पणी नहीं की है। जबकि चीन ने रूस के साथ ‘‘असीमित’’ साझेदारी स्थापित की है और वह उत्तर कोरिया का एक प्रमुख सहयोगी भी रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि बीजिंग रूस और उत्तर कोरिया के बीच घनिष्ठ सैन्य साझेदारी को शायद स्वीकार नहीं करेगा।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़