रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान अमेरिका ने मॉस्को पर कई कड़े प्रतिबंध लगाए। अमेरिका ने कहा कि इससे रूस युद्ध के लिए ज्यादा धन नहीं जुटा सका। अमेरिका ने कहा कि उसने कभी भारत पर रूस से तेल न खरीदने का दबाव नहीं डाला था, बल्कि उसके प्रतिबंध से भारत को सस्ता तेल मिला।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा था कि यूक्रेन को सैनिक भेजे जाने की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता है। अब रूस ने साफ कह दिया है कि अगर यूक्रेन में अपने सौनिकों को भेजा तो इससे फ्रांस के लिए ही समस्याएं पैदा होंगी।
रूस ने यूक्रेन को बड़ी चेतावनी देते हुए उसके सुरक्षा प्रमुख और अन्य को मॉस्को के हवाले करने के लिए कहा है। पुतिन की सेना ने जेलेंस्की को साफ कह दिया है कि रूस पर आतंकी हमले के आरोपियों को उनके हवाले कर दिया जाए। बता दें कि कुछ दिनों पहले ही रूस के कॉन्सर्ट हाल में हुए हमले में करीब 143 लोग मारे गए थे।
रूस ने यूक्रेन पर इस माह के आखिर में यूक्रेन पर एक और बड़ा हमला बोला है। रूस ने दर्जनों क्रूज मिसाइलों से यूक्रेनी ऊर्जा नेटवर्क पर भीषण हवाई हमला किया। इस एयरस्ट्राइक में कम से कम दो लोग मारे गए। यूक्रेनी शहर लवीव के गवर्नर का कहना है कि क्रूज़-मिसाइल हमले के बाद अधिक लोग मलबे में दबे हो सकते हैं।
आतकंवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और रूस साथ एक दूसरे का सहयोग करेंगे। भारत में रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव ने यह बात कही है। रूसी राजदूत यह बात मॉस्को के एक कॉन्सर्ट हॉल में हुए घातक आतंकवादी हमले के बाद कही है।
रूस में कथित रूप से प्रताड़ित किए गए युवाओं में से एक का कहना है, "उन्होंने हमें पहले थाईलैंड भेजा, फिर रूस...और फिर बेलारूस; जब हम वहां पहुंचे, तो उन्होंने हमारा अपहरण कर लिया, हमारा पासपोर्ट छीन लिया।"
रूसी सुरक्षा एजेंसियां अमेरिकी नागरिकों को जासूसी समेत अन्य आरोपों में जेल भेजने का सिलसिला जारी रखा है। इससे रूसी जेलों में अमेरिकी नागरिकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के लिए यह चुनौती बन गया है। अमेरिका रूसी कार्रवाई का विरोध कर रहा है। मगर रूस चुन-चुनकर अमेरिकियों को जेल भेज रहा।
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अपने विदेश मंत्री द्विमित्रो कुलेबा को भारत भेजा है। आज वह एस जयशंकर से मुलाकात कर रहे हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध में जेलेंस्की को भारत से उम्मीद है कि वह रूस से बातचीत कर शांति का कोई रास्ता निकाल लेगा।
रूस की राजधानी मास्को में हुए बड़े आतंकी हमले को लेकर एक बड़ा दावा किया गया है। एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि हमले से पहले आतंकियों ने तुर्की की यात्रा की थी।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने क्रोकस सिटी हॉल पर शुक्रवार रात हुए हमले को ‘इस्लामिक कट्टरपंथियों’ की करतूत करार दिया लेकिन साथ ही उनके ‘यूक्रेन की तरफ भागने की कोशिश’ पर भी सवाल उठाए।
रूस की राजधानी मास्को में शुक्रवार को आतंकवादी हमला हुआ था। रूस में हुए इस हमले के बाद फ्रांस सरकार ने देश में सुरक्षा बढ़ा दी है। फ्रांस में कई शहरों में पुरिस गश्त भी बढ़ा दी गई है।
मॉस्को कॉन्सर्ट हॉल पर हुए आतंकी हमले के बाद पकड़े गए चार संदिग्धों में से तीन ने अपना गुनाह मान लिया है। ये सभी आरोपी ताजिकिस्तान के नागरिक हैं। अदालत ने आदेश दिया कि सभी आरोपियों को 22 मई तक सुनवाई पूर्व हिरासत में रखा जाए।
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। इस बीच एक रूसी मिसाइल पोलैंड के हवाई क्षेत्र में प्रवेश कर गई। इस पूरे मामले को लेकर पोलैंड ने रूस से स्पष्टीकरण मांगा है।
मॉस्को कॉन्सर्ट हॉल पर हुए आतंकी हमले के बाद घटनास्थल के पास एक अस्थायी स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करने वाले लोगों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। लोगों का कहना है कि यह एक त्रासदी है जिसने पूरे देश को प्रभावित किया है।
रूस ने यूक्रेन पर 4 दिनों में तीन बड़ा हमला करके पुतिन की रूस में बतौर राष्ट्रपति फिर से मजबूती से स्थापित होने का संकेत दे दिया है। ताजा हमले में रूस ने यूक्रेन के कई शहरों पर एक साथ दर्जनों मिसाइलों से हमला किया। इससे दहशत का जलजला मच गया। लोग अपनी जान बचाने को इधर-उधर भागने लगे।
आईएसआईएस खुरासान ने अमेरिका और तालीबान को भी बहुत नुकसान पहुंचाया है। अमेरिका आज भी इसे खतरा मानता है। आईएसआईएस खुरासान साल 2014 में पहली बार उत्तरी अफगानिस्तान में अस्तित्व में आया था।
रूस ने मॉस्को में बड़े आतंकी हमले के बावजूद अंतरिक्ष में अपने तीन वैज्ञानिकों को भेजकर नई कामयाबी हासिल की है। इस मिशन में नासा के अंतरिक्ष यात्री लोरल ओ'हारा, मैथ्यू डोमिनिक, माइक बैरेट और जेनेट एप्स के साथ-साथ रूसी ओलेग कोनोनेंको, निकोलाई चूब और अलेक्जेंडर ग्रीबेनकिन शामिल हैं।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने शुक्रवार को मॉस्को के कॉन्सर्ट हॉल पर हुए हमले को बर्बर आतंकवादी कृत्य करार दिया। उन्होंने इसके पीछे यूक्रेन की संलिप्तता भी बताई। रूस के राष्ट्रपति ने कहा कि यूक्रेन ने आतंकियों के भागने का रास्ता भी तैयार किया था। बचने के लिए आतंकी यूक्रेन की ओर भागे थे। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
रूस की राजधानी मॉस्को में हुए दो दशक के सबसे भयानक आतंकी हमले में पकड़े गए एक संदिग्ध ने सुरक्षा एजेंसियों के सामने चौंकाने वाला खुलासा किया है। संदिग्ध आतंकी ने बताया कि वह लंबे समय से बेरोजगार था और तजाकिस्तान के एक साथी के साथ हॉस्टल में रह रहा था। फिर उसे पैसे के बदले लोगों को मारने का ऑफर आया।
रूस आतंकी हमले में मरने वालों की संख्या 133 हो गई है। इससे पहले अक्टूबर 2015 में इस्लामिक स्टेट ने सिनाई में रूस के एक यात्री विमान को निशाना बनाया था जिसमें विमान में सवार सभी 224 यात्रियों की मौत हो गयी थी। इनमें से ज्यादातर मिस्र से छुट्टियां मनाकर लौट रहे रूसी नागरिक थे।
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