उत्तर कोरिया पहुंचे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का नॉर्थ कोरियाई नेता किम जोंग उन ने भव्य स्वागत किया। इस मौके पर दोनों दिग्गज नेताओं ने एक दूसरे को बेशकिमती तोहफे भी दिए। पुतिन ने किम को जो गिफ्ट दिया है उसकी खूब चर्चा हो रही है।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसे देखने के बाद आपकी रूह कांप जाएगी। वीडियो देखने के बाद समझ में आएगा कि समुद्र की लहरों को कभी भी मजाक में नहीं लेना चाहिए।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन उत्तर कोरिया की यात्रा पर गए थे। भविष्य में होने वाली किसी भी जंग को लेकर उत्तर कोरिया और रूस के बीच बड़ा समझौता हुआ है।
रूस की एक अदालत ने इस वर्ष की शुरुआत में गिरफ्तार किए गए एक अमेरिकी सैनिक को चोरी और हत्या की धमकी देने के मामले में सजा सुनाई है। अमेरिकी सैनिक प्रेमिका की खातिर रूस गया था।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन का उत्तर कोरिया दौरा यूं ही नहीं है। पुतिन ऐसे वक्त में उत्तर कोरिया की यात्रा पर हैं, जब यूक्रेन युद्ध चरम पर है और पश्चिमी देश एक बार फिर जेलेंस्की की भरपूर मदद में उतर आए हैं। ऐसे वक्त में रूस और उत्तर कोरिया ने नई रणनीतिक साझेदारी करके दुनिया भर में भारी हलचल पैदा कर दी है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उत्तर कोरिया पहुंच गए है। इस दौरान उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने हवाई अड्डे पर पुतिन की अगवानी की। प्योंगयांग में सड़कों को पुतिन की तस्वीरों और रूसी झंडों से सजाया गया है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन की सराहना की है। पुतिन ने कहा कि रूस और उत्तर कोरिया मिलकर काम करेंगे और व्यापार की नई संभावनाए तलाशेंगे।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन उत्तर कोरिया की यात्रा पर जाने वाले हैं। यहां वह अपने समकक्ष किम जोंग उन से मुलाकात करेंगे। माना जा रहा है कि इस यात्रा में दोनों देशों के बीच कोई सैन्य समझौता भी हो सकता है।
रूसी सुरक्षाबलों ने मॉस्को में कर्मचारियों को बंधक बनाने वाले आईएसआईएस के आतंकियों मार गिराया है। बताया जा रहा है कि ये सभी कैदी के रूप में जेल में बंद थे, लेकिन उन्होंने कर्मचारियों को बंधक बना लिया था।
यूक्रेन युद्ध में शांति लाने के लिए स्विट्जरलैंड में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन होने जा रहा है। इसमें 50 से ज्यादा देशों के राष्ट्राध्यक्ष और 100 प्रतिनिधिमंडल शामिल होंगे। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की अपील पर भारत भी सम्मेलन में हिस्सा लेगा।
यूक्रेन में शांति को लेकर स्विट्जरलैंड में चल रहे सम्मेलन से पहले पुतिन ने एक और बयान दिया है। रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि यदि यूक्रेन मॉस्को के लिए अपनी और अधिक जमीन छोड़ने को तैयार हो और वह नाटो में शामिल होने की जिद छोड़ दे तो युद्ध खत्म हो सकता है।
करीब 2 वर्षों से अधिक समय से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बड़ा बयान दिया है। दावा किया जा रहा है कि पुतिन ने यूक्रेन के साथ सीजफायर की बात कही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने जी7 से इतर इटली में यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने यूक्रेन युद्ध को लेकर फिर एक बड़ा बयान जारी किया। पीएम मोदी के बयान पर पूरी दुनिया की नजर बनी हुई थी। मोदी ने कहा कि शांति का मार्ग "संवाद और कूटनीति" से होकर गुजरता है।
जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान अमेरिका और यूरोप ने रूस के खिलाफ एक बड़ा फैसला किया है। इसके मुताबिक यूरोप के साथ अमेरिका अपने देशों में रूस की उन संपत्तियों को जब्त रखेगा, जब तक कि पुतिन यूक्रेन पर हमले की क्षतिपूर्ति नहीं देते हैं।
यूक्रेन के साथ जंग के समय में अमेरिका रूस को आर्थिक तौर पर नुकसान पहुंचाने की कवायद में जुटा है। इसी क्रम में अमेरिका ने रूस पर प्रतिबंधों का दायरा बढ़ा दिया है।
रूस और यूक्रेन के बीच जंग में दो भारतीय नागरिक मारे गए हैं। भारतीयों की मौत को बाद सरकार ने इसे लेकर सख्त रुख दिखाया है। विदेश सचिव ने कहा कि भारत ने इस मुद्दे को बहुत गंभीरता से लिया है।
रूस और उसके युद्ध आपूर्तिकर्ताओं के बीच 10 करोड़ अमेरिकी डॉलर से अधिक के व्यापार को निशाना बनाया गया है। इन 300 से अधिक नए प्रतिबंधों का मुख्य उद्देश्य चीन, संयुक्त अरब अमीरात और तुर्की समेत विभिन्न देशों के व्यक्तियों व कंपनियों को रूस की सहायता करने से रोकना है।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन जल्द ही उत्तर कोरिया के दौरे पर जाने वाले हैं। माना जा रहा है कि वह किम जोंग उन के साथ हथियारों की डील कर सकते हैं। किम ने पुतिन के आने की सूचना पाकर उनका पहले से ही स्वागत किया है।
अमेरिका यूक्रेन की हरसंभव मदद कर रहा है। अमेरिका अब यूक्रेन को ऐसा हथियार देने जा रहा है जो जंग का रुख बदल सकता है। अमेरिका यूक्रेन को करीब 22.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर की सैन्य सहायता भी भेजेगा।
रूस और यूक्रेन के बीच जंग में दो भारतीय नागरिक मारे गए हैं। विदेश मंत्रालय ने इस बारे में बयान जारी किया। दोनों भारतीय नागरिकों को रूसी सेना में भर्ती किया गया था।
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