यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की अब रूस के आंतिरक सैन्य ठिकानों पर हमला करने के फिराक में हैं। जेलेंस्की को लगता है कि रूस के आंतरिक सैन्य ठिकानों को ध्वस्त किए बगैर यूक्रेन रूस के खिलाफ युद्ध को नहीं जीत सकता। इसलिए उन्होंने अमेरिका से रूसी ठिकानों पर अमेरिकी हथियारों से हमले पर लगी रोक हटाने को कहा है।
यूक्रेन की राजधानी कीव के एक अस्पताल पर रूस ने मिसाइल से हमला किया था। यह यूक्रेन में बच्चों के सबसे बड़े अस्पतालो में से एक था। हमले में अस्पताल तबाह हो गया है जिससे कैंसर से पीड़ित बच्चों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
रूस-यूक्रेन के बीच लंबे होते युद्ध और पुतिन की बढ़ती युद्ध क्षमताओं के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नाटों देशों को बड़ा संदेश दिया है। बाइडेन ने नाटो देशों को अपनी रक्षा प्रणाली मजबूत बनाने के साथ उन्हें अपना औद्योगिक उत्पादन बढ़ाने को भी कहा है। बाइडेन का यह बयान किसी बड़ी जंग की आहट तो नहीं।
यूक्रेन से छिड़ी जंग के बीच चीन के रिश्ते रूस से लगातार गहराते जा रहे हैं। इसे लेकर नाटो में चिंता भी बढ़ती जा रही है। बीजिंग पर कई बार मॉस्को को हथियारों की मदद करने का भी आरोप लगता रहा है। ऐसे वक्त में रूस-चीन के रिश्तों में गहराई बढ़ने पर नाटो देश अब सतर्क हो गए हैं।
रूस-यूक्रेन युद्ध के करीब ढाई वर्ष बीत जाने पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बड़ा दावा किया है। बाइडेन का कहना है कि रूस अब यूक्रेन युद्ध में विफल हो रहा है, किसी को (खासकर नाटो) को कोई गलती करने की जरूरत नहीं है। बाइडेन ने कहा कि 2 साल में रूस के 3.5 लाख से ज्यादा सैनिक मारे जा चुके हैं।
असदुद्दीन ओवैसी ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘नरेन्द्र मोदी रूस में हैं तो उन्हें पुतिन के साथ यह मुद्दा उठाना चाहिए और यूक्रेन युद्ध में लड़ने के लिए भारतीयों की भर्ती रोकनी चाहिए। उन्हें यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि युद्ध में फंसे बेगुनाह भारतीयों को जल्द से जल्द घर वापस लाया जाए।’’
रूस-यूक्रेन युद्ध में परमाणु हथियारों का इस्तेमाल राष्ट्रपति पुतिन कब और किन परिस्थितियों में करेंगे, यह उन्होंने अब पूरी दुनिया को खुलकर बता दिया है। पुतिन ने कहा कि फिलहाल यूक्रेन युद्ध जीतने के लिए उन्हें परमाणु हथियार चलाने की जरूरत नहीं है, मगर पश्चिमी देश और नाटो यूक्रेन को अपने सैनिक देते हैं तो यह संभव है।
यूक्रेन के लोग अपने जीवन में फूलों को बहुत अधिक महत्व देते हैं। रूस के साथ जंग के माहौल में भी यूक्रेन के लोग फूलों से अपने घरों को सजाने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं।
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर तमाम तरह के दावे किए जा रहे हैं। इस बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावे की रूस ने हवा निकाल दी है। ट्रंप ने कहा था कि अगर वो राष्ट्रपति चुने जाते हैं तो एक दिन में रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग को रुकवा देंगे।
रूस ने यूक्रेन पर 24 घंटे के अंदर भीषण पलटवार किया है। इस हवाई हमले में यूक्रेन के 7 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 36 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। मरने वालों में 2 बच्चे भी शामिल हैं। इससे पहले यूक्रेन ने रूस पर ड्रोन हमला किया था, जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई थी।
यूक्रेन ने रूस में ड्रोन हमला किया है जिसमें 2 बच्चों समेत 5 लोगों की मौत हो गई है। यूक्रेन ने यह हमला रूस-यूक्रेन सीमा पर गोरोडिशे गांव में किया था।
यूक्रेन युद्ध में उत्तर कोरियाई मिसाइलों के इस्तेमाल के सनसनीखेज दावे से खलबली मच गई है। यह दावा युद्ध में इस्तेमाल किए गए हथियारों पर शोध करने वाले एक संगठन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सामने किया है। इससे यह आशंका और मजबूत हो गई है कि रूस यूक्रेन पर उत्तर कोरियाई मिसाइलों से हमला कर रहा है।
रूस की सेना धीरे-धीरे यूक्रेन के क्षेत्र में आगे बढ़ रही है और शुक्रवार को एक और छोटे फ्रंट-लाइन गांव पर कब्जा करने का दावा किया है। रूस का वर्तमान में यूक्रेन के लगभग 25 प्रतिशत हिस्से पर कब्जा है।
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग थमती हुई नजर नहीं आ रही है। इस बीच रूस के एक राजनयिक ने बड़ा दावा किया है। राजनयिक ने डोनबास और नोवोरोसिया क्षेत्र में मृतकों की संख्या को लेकर बड़ी बात कही है।
रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। जंग के बीच जेलेंस्की ने दौरान अग्रिम मोर्चे वाले इलाकों का दौरा किया है। इस बीच जेलेंस्की ने कहा है कि वो लापरवाह अधिकारियों से वह सख्ती से पेश आएंगे।
रूस ने कीव और खारकीव इलाके में बमबारी तेज कर दी है। इस हमले में कम से कम 3 लोग मारे गए हैं और दर्जनों लोग घायल हुए हैं। साथ ही हमले से कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कई बहुमंजिला इमारतों को भी भारी नुकसान पहुंचा है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन उत्तर कोरिया की यात्रा पर जाने वाले हैं। यहां वह अपने समकक्ष किम जोंग उन से मुलाकात करेंगे। माना जा रहा है कि इस यात्रा में दोनों देशों के बीच कोई सैन्य समझौता भी हो सकता है।
यूक्रेन युद्ध में शांति लाने के लिए स्विट्जरलैंड में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन होने जा रहा है। इसमें 50 से ज्यादा देशों के राष्ट्राध्यक्ष और 100 प्रतिनिधिमंडल शामिल होंगे। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की अपील पर भारत भी सम्मेलन में हिस्सा लेगा।
यूक्रेन में शांति को लेकर स्विट्जरलैंड में चल रहे सम्मेलन से पहले पुतिन ने एक और बयान दिया है। रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि यदि यूक्रेन मॉस्को के लिए अपनी और अधिक जमीन छोड़ने को तैयार हो और वह नाटो में शामिल होने की जिद छोड़ दे तो युद्ध खत्म हो सकता है।
करीब 2 वर्षों से अधिक समय से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बड़ा बयान दिया है। दावा किया जा रहा है कि पुतिन ने यूक्रेन के साथ सीजफायर की बात कही है।
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