रूस और यूक्रेन दोनों ही एक दूसरे पर हमलावर हैं। एक तरफ जहां रूस यूक्रेन में ड्रोन अटैक कर रहा है तो वहीं यूक्रेन भी रूसी इलाकों को ड्रोन से निशाना बना रहा है।
जेलेंस्की ने रूस पर विजय योजना पेश कर दी है। मगर उनका यह प्लान उसके कई सहयोगियों के गले नहीं उतर रहा। अमेरिका ने भी कह दिया है कि उनकी योजना का मूल्यांकन करना हमारा काम नहीं है।
उत्तर कोरिया द्वारा रूस की मदद के लिए अपने सैनिक भेजने के बाद अब चीन की ओर से भी ऐसे कदम उठाए जाने की आशंका बढ़ गई है। लिहाजा चीन के 2 दिवसीय दौरे पर बीजिंग पहुंचे ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी ने चीन से रूस की मदद न करने का आग्रह किया है।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से पहले बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन युद्ध नहीं लड़ रहा, बल्कि अमेरिका और नाटो रूस से लड़ रहे हैं, लेकिन वह भी लड़ते-लड़ते एक दिन थक जाएंगे। अंत में रूस की ही जीत होगी।
दो साल से अधिक समय से जारी रूस-यूक्रेन जंग के और घातक होने की संभावना है। अब उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग ने रूस की मदद में हजारों सैनिक भेज दिए हैं। दक्षिण कोरिया की खुफिया एजेंसियों ने इस बात का दावा किया है।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यूक्रेन को लेकर अमेरिकी समर्थन की आलोचना करते रहे हैं। लेकिन, इस बार उन्होंने साफ कह दिया है कि रूस के साथ युद्ध के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की जिम्मेदार हैं।
अमेरिका ने चीन के खिलाफ बड़ा कदम उठाया है। रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। जंग के बीच अमेरिका ने चीन पर आरोप लगाया है कि चीनी कंपनियों ने हमलावर ड्रोन बनाने में रूस की सहायता की है।
रूस से जंग में कमजोर पड़ रहे यूक्रेन की मदद के लिए अब ऑस्ट्रेलिया मदद को आगे आया है। ऑस्ट्रेलिया ने 49 अब्राम्स टैंक देने का ऐलान किया है।
रूस ने यूक्रेन में ड्रोन और मिसाइल अटैक किया है। इस दौरान रूस की सेना ने ऊर्जा संयंत्रों को निशाना बनाया है। यूक्रेन ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए रूस के 22 ड्रोन मार गिराए हैं।
रूस और यूक्रेन के बीच जंग में अमेरिका ने एक बार फिर यूक्रेन को बड़ी सैन्य मदद देने का ऐलान कर दिया है। जंग शुरू होने के बाद से अमेरिका कीव को अब तक कुल 55.6 अरब अमेरिकी डॉलर की सहायता मुहैया करा चुका है।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यूक्रेन युद्ध और इजरायल-हमास के मामले में अपनी अलग सोच के लिए हैरिस से काफी आगे निकल गए हैं।
रूस से युद्ध के ढाई वर्ष गुजर जाने के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकलने से यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की अब हताश होने लगे हैं। उन्होंने अपने सहयोगियों से मिलकर अब यूक्रेन युद्ध में शांति खोजने के प्रयासों पर काम शुरू कर दिया है।
यूक्रेन के हमले के जवाब में रूसी सेना ने भी उस पर ड्रोन अटैक किया। यूक्रेन की वायु सेना ने बुधवार को कहा कि उसने यूक्रेन के तीन क्षेत्रों में रूसी सेना द्वारा छोड़े गए 22 में से 21 ड्रोन को नष्ट कर दिया।
रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। यूक्रेन युद्ध में रूस के कब्जे वाले अहम इलाकों को निशाना बना रहा है। दोनों पक्ष लगातार एक दूसरे पर हमला कर रहे हैं। इस बीच यूक्रेन ने रूस के तेल टर्मिनल पर हमला किया है।
रूस ने यूक्रेन पर बीती रात घातक ड्रोन और मिसाइलों से बड़ा हमला किया है। इसमें यूक्रेन के कई अहम ऊर्जा ठिकाने ध्वस्त हो गए हैं और हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई है।
रूस ने यूक्रेन के बुनियादी ढांचों को भीषण ड्रोन हवाई हमले में तबाह कर दिया है। इससे कई इमारतें ध्वस्त हो गई। अलग-अलग हमलों में 1 व्यक्ति की मौत हो गई और 4 लोग घायल हो गए।
रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। दोनों पक्ष लगातार एक दूसरे पर हमला कर रहे हैं। इस बीच रूस ने एक ऐसे बम का प्रयोग शुरू किया है जिसका यूक्रेन के पास कोई तोड़ नहीं है।
यह वही शहर है जिसकी आबादी युद्ध से पहले 14,000 से अधिक थी। मगर अब तबाह हो गया है। सोवियत काल की बनी इमारतें यहां नष्ट और खंडहर हो गई हैं। मोस्कोवस्की कोम्सोमोलेट्स अखबार ने कहा कि यह यूक्रेनी सेना ती 72वीं मैकेनाइज्ड ब्रिगेड की आखिरी प्रशिद्ध प्रतिरोध इकाई है, जिसने मंगलवार देर रात शहर छोड़ दिया।
रूस के दागिस्तान में फिर भीषण ब्लास्ट हुआ है। इसमें कम से कम 13 लोग मारे गए हैं। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया है। आतंकी हमला होने की आशंका जाहिर की गई है।
अगर डोनाल्ड ट्रंप दोबारा अमेरिका के राष्ट्रपति बनते हैं तो रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म हो जाएगा। यह दावा ट्रंप काफी पहले से करते रहे हैं। अब ट्रंप से जेलेंस्की की मुलाकात के बाद बदले सुरों से भी यह संकेत मिलने लगे हैं। जेलेंस्की ने कहा कि हमारे और पुतिन के विचार समान हैं कि युद्ध खत्म होना चाहिए।
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