जी-20 सम्मेलन का नई दिल्ली में आज से आगाज हो गया है। मगर इस दौरान यूक्रेन संकट पर आम सहमति बना पाना जी-20 नेताओं के लिए सबसे अधिक चुनौतीपूर्ण हो गया है। चीन और रूस अन्य देशों के बयानों पर आम सहमति बनाने नहीं दे रहे। अब अध्यक्ष के नाते दुनिया भारत से घोषणापत्र के लिए आम सहमति की उम्मीद लगाए बैठी है।
रूस ने अपने कब्जे वाले जापोरिज्जिया, लुहांस्क, खेरसॉन और दोनेत्सक में चुनाव आरंभ करवा दिया है। यह शुक्रवार से रविवार तक चलेगा। पुतिन की मंशा इन 4 क्षेत्रों पर अपना पूर्ण नियंत्रण स्थापित करके युद्ध विराम की घोषणा करना हो सकता है। पुतिन ने जोहॉन्सबर्ग के ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में युद्ध खत्म करने का ऐलान भी किया था।
रूस ने भले ही यूक्रेन को हराने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। मगर अमेरिकी यूक्रेन युद्ध जीतने के लिए पुतिन की राह का बड़ा रोड़ा बनकर खड़ा है। युद्ध के आरंभ से ही अमेरिका यूक्रेन को लगातार रक्षा पैकेज देता आ रहा है। जो बाइडेन ने फिर यूक्रेन को 60 करोड़ डॉलर का नया रक्षा पैकेज दिया है।
9-10 सितंबर तक चलने वाले G20 सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष भारत की राजधानी नई दिल्ली आ रहे हैं। ऐसे में पीएम मोदी और जो बाइडेन के बीच अहम मुद्दों पर चर्चा संभव है।
रूस ने एक बार फिर यूक्रेन के एक शहर में घातक हमला किया है। हमला इतना घातक था कि मार्केट में चारों ओर अफरा-तफरी मच गई। इस हमला का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है।
भारत को जी-20 की अध्यक्षता ऐसे वक्त में मिली है, जब दुनिया को एक ऐसे ही देश के अध्यक्ष होने की जरूरत महसूस हो रही थी। यह बात ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कही है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते कहा कि जिस प्रकार से भारत वैश्विक नेतृत्व कर रहा है, उसे देखना अद्भुत है।
रूस ने यूक्रेन पर बड़ा भीषण हमला किया है। इसमें करीब 16 लोगों की मौत हो गई और 28 घायल हो गए हैं। यह हमला उस वक्त हुआ, जब अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन यूक्रेन को 1 बिलियन डॉलर की अतिरिक्त रक्षा सहायता देने के लिए कीव में थे।
वैगनर आर्मी का नेटवर्क सिर्फ रूस ही नहीं, बल्कि दुनिया के करीब 30 देशों तक फैला है। इनमें यूरोप, एशिया से लेकर अफ्रीकी और लैटिन अमेरिकी देश तक शामिल हैं। मगर अब वैगनर आर्मी के चीफ प्रिगोझिन की तथाकथित मौत के बाद इस संगठन के अस्तित्व पर संकट गहरा गया है। ब्रिटेन इस ग्रुप को आतंकवादी घोषित करना चाह रहा है।
इजमेल पोर्ट यूक्रेन के ओडिया इलाके में बहने वाली दानुबे नदी पर बना है। रूस के ड्रोन हमले में पोर्ट के वेयरहाउस, प्रोडक्शन बिल्डिंग, कृषि मशीनरी और उपकरणों को भारी क्षति हुई है।
रूस ने यूक्रेन के डैन्यूब पोर्ट पर भीषण हवाई हमला किया है। यूक्रेन ने रूस के इस हमले को आतंकवादी हमला करार दिया है। रूस की सेना ने यूक्रेन के इस पोर्ट पर एक साथ 25 घातक शहीद ड्रोनों के जरिये हमला बोला। इससे पोर्ट में आग लग गई और दो कर्मचारी घायल हो गए।
यूक्रेन ने एक बार फिर रूस को क्रीमिया से जोड़ने वाले ब्रिज को उड़ाने का प्रयास किया। इसके लिए यूक्रेन ने 3 ड्रोन अटैकर भेजे थे, मगर क्रीमिया ब्रिज पर हमले से पहले रूस ने उन ड्रोनों को मार गिराया। रूस के रक्षामंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन की क्रीमिया ब्रिज उड़ाने की योजना को विफल कर दिया गया है।
यूक्रेन के ड्रोन हमलों से बौखलाए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने अब युद्ध क्षेत्र में अंतरद्विपीय बैलिस्टिक मिसाइल तैनात कर दी है। इसका इस्तेमाल हुआ तो यह यूक्रेन में भीषण तबाही मचा सकती है। क्या पुतिन ने अब यूक्रेन पर इस मिसाइल के इस्तेमाल का मूड बना लिया है, क्या अब वाकई युद्ध का पूरी तरह खात्मा होने वाला है।
तुर्की ने संयुक्त राष्ट्र के साथ मिलकर जुलाई 2022 में एक समझौता किया था, जिसके तहत यूक्रेन काला सागर में स्थित तीन बंदरगाहों से अनाज और अन्य खाद्य पदार्थ बाहर भेज सकता था। उसी समय, संयुक्त राष्ट्र और रूस के बीच एक अलग सहमति बनी थी
क्रीमिया के कब्जे वाले क्षेत्र में एक यूक्रेनी ड्रोन को देखते ही रूस ने अपना फाइटर जेट और अटैक हेलीकॉप्टर दौड़ा दिया। मगर यूक्रेनी ड्रोन इन दोनों से बचकर भागने में सफल रहा। यूक्रेन ने ड्रोन के बच निकलने का वीडियो जारी किया है। रूस और यूक्रेन में करीब 18 महीने से भीषण जंग चल रही है।
रूस-यूक्रेन युद्ध में पहली बार पुतिन ने उत्तर कोरिया से खुलकर मदद मांगी है। पुतिन ने उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन को पत्र लिखकर मिसाइल, बम और गोला-बारूद समेत अन्य युद्धक हथियार मांगा है। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने अभी कुछ दिन पहले ही उत्तर कोरिया के मिसाइल भंडारों का दौरा किया था।
रूस और यूक्रेन के बीच भीषण जंग चल रही है। यूक्रेन ने रूस के एक हवाई अड्डे को ड्रोन से निशाना बनाया। इसके बाद एयरपोर्ट का ढांचा उड़ गया। फिर भयानक आग लग गई। हालांकि रूस की ओर से किसी की मौत होने की सूचना नहीं दी गई है। इसके बाद रूस ने भी यूक्रेन पर गंभीर पलटवार किया। रूसी हमले में यूक्रेन के 2 नागरिक मारे गए।
रूस और यूक्रेन की जंग खत्म नहीं हो रही है। जंग में यूक्रेन भी पलटवार कर रहा है। ताजा मामले में यूक्रेनी सेना ने बड़ा दावा किया है कि उसने रोबोटाइन से रूसी सेना को खदेड़ दिया है।
रूसी जांच समिति ने 23 अगस्त को मास्को में हुई विमान दुर्घटना में वैगनर चीफ प्रिगोझिन के मारे जाने की पुष्टि कर दी है। यह पुष्टि करने के लिए रूसी जांच समिति ने फॉरेंसिक जांच का सहारा लिया। इससे बाद प्रिगोझिन की मौत होने की आधिकारिक रूप से घोषणा कर दी गई।
मास्को विमान हादसे में रूस की निजी सेना वैगनर ग्रुप के चीफ येवगिनी प्रिगोझिन की मौत के बाद राष्ट्रपति पुतिन ने बड़ा दांव खेल दिया है। इससे अब वैगनर को बचने का कोई रास्ता नहीं सूझ रहा। अब तक वैगनर सैनिक अमेरिकी की उस खुफिया रिपोर्ट के बाद पुतिन से भड़के हुए हैं जिसमें कहा है कि प्रिगोझिन की मौत हादसा नहीं हत्या थी।
रूस और अमेरिका भले ही जमीन पर एक दूसरे के कट्टर दुश्मन हों, लेकिन आसमान में दोस्ती का नया अवतार इन देशों के बीच देखने को मिला है। रूस और अमेरिका ने एक साथ स्पेसएक्स रॉकेट से अंतरिक्ष की उड़ान भरी है। यह देखकर हर कोई हैरान है। हालांकि इस अंतरिक्ष मिशन में रूस और अमेरिका के साथ जापान और डेनमार्क भी शामिल हैं।
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