भारत ने एक बार फिर "21वीं सदी की भू-राजनीतिक वास्तविकताओं के बोझ तले जिम्मेदारियों से पीछे छुड़ाने वाले संयुक्त राष्ट्र की जमकर खिंचाई की। भारत ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र अपनी मूल जिम्मेदारियों से भटक गया है। मगर अब जरूरत है उसे अपने मूल सिद्धांतों पर वापस आते हुए जिम्मेदारियों के को निर्वहन करने की।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर कहा है कि अगर वह अमेरिका की सत्ता में आते हैं तो एक बार फिर मुस्लिम बहुल देशों के लोगों पर प्रतिबंध लगाएंगे और बॉर्डर पर दीवार के काम को आगे बढ़ाएंगे।
रूस-यूक्रेन युद्ध में लातविया खुलकर मास्को के खिलाफ आ गया है। लातविया के राष्ट्रपति एडगर्स रिंकेविक्स ने कहा कि रूस को रोकने के लिए यूक्रेन को हथियार देते रहना जरूरी है। जो देश अभी तक रूस के खिलाफ आने से संकोच कर रहे हैं, अब उन्हें भी खुलकर यूक्रेन को हथियार देते रहना चाहिए।
यूक्रेन के साथ डेढ़ वर्षों से अधिक समय युद्ध में बीत जाने के बाद अब रूस ने पाकिस्तान और मिस्र को जोरदार झटका मारा है। यूक्रेन की एक स्वतंत्र न्यूज एजेंसी ने अमेरिका के वॉल स्ट्रीट जनरल के हवाले कहा है रूस ने पाकिस्तान, मिस्र, बेलारूस और ब्राजील समेत अन्य देशों से हथियार व युद्धक विमानों के इंजन वापस मांग लिए हैं।
यूक्रेन से युद्ध के बीच रूस और जॉर्जिया में भी तनाव चरम सीमा पर पहुंच गया है। दरअसल रूसी सैनिकों ने सीमा रेखा के करीब एक जॉर्जियन की हत्या कर दी है। इससे दोनों देशों में तनाव बढ़ गया है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच वर्ष 2024 में राष्ट्रपति पुतिन का कार्यकाल खत्म होने को है। ऐसे में रूस के नए राष्ट्रपति को लेकर दुनिया भर की निगाहें चुनाव पर टिकी हैं। रूस में अब 2024 के बाद अगला राष्ट्रपति कौन होगा, क्या पुतिन अब आगे सत्ता में नहीं बने रह पाएंगे या फिर एक बार और वही सत्ता संभालेंगे।
रूस ने सर्दियां शुरू होते ही यूक्रेन पर अपने हमले को तेज कर दिया है। शुक्रवार को रूसी हमले में यूक्रेन में कम से कम 14 लोगों के घायल होने की खबर है। बताया जा रहा है कि रूसी बमबारी और रॉकेट से हमले में कई लोग घायल हो गए। हमले के स्थान पर आग लग गई और धुआं उठने लगा।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अपने सैनिकों का हौसला बढ़ाने के साथ रूसी प्रेसिडेंट पुतिन को बड़ा संदेश दिया है। जेलेंस्की ने कहा कि मैं अपने सैनिकों से मिलता हूं दो देखते हूं, वह सिर्फ देश की रक्षा के लिए नहीं, बल्कि यूक्रेन की जीत के लिए लड़ रहे हैं। रूस कीव चाहता था, लेकिन उसे भागना पड़ा।
रूस-यूक्रेन युद्ध अब नए मोड़ पर पहुंच सकता है। यूक्रेन के खिलाफ रूस की जंग की धार कमजोर करने के लिए अमेरिका ने बहुत बड़ा कदम उठाया है। जो बाइडेन प्रशासन ने रूस को हथियारों की सप्लाई करने वाले तुर्की, अरब और चीन की 130 कंपनियों पर बैन लगा दिया है। इससे रूसी राष्ट्रपति पुतिन की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
रूस ने लंबे समय बाद एक बार फिर युद्ध के बीच यूक्रेन से बातचीत को तैयार होने की बात कही है। रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने कहा कि यदि स्थिति उचित बनेगी तो रूस यूक्रेन से बातचीत को तैयार है। इसके साथ ही उन्होंने अमेरिका पर जानबूझकर युद्ध को हवा देने और भूराजनीतिक तनाव बढ़ाने का आरोप लगाया है।
अमेरिका ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। अमेरिका ने कहा है कि आदेश न मानने पर पुतिन अपने सैनिकों को ही फांसी के फंदे पर लटका रहे हैं। रूस की ओर से अमेरिका के इस आरोप पर अभी तक कोई जवाब नहीं आया है।
इजरायल और यूक्रेन के लिए अमेरिका ने 105 अरब डॉलर की नई सहायता देने का ऐलान किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दोनों ही देशों के लिए अपने खजाने का पिटारा खोल दिया है। बाइडेन हाल ही में इजरायल की यात्रा से लौटे हैं। युद्ध के बीच वह यूक्रेन भी जा चुके हैं। नेतन्याहू और जेलेंस्की को बाइडेन ने पूरी मदद का ऐलान किया।
रूस-यूक्रेन युद्ध और इजरायल-हमास युद्ध के बीच चीन के खतरनाक इरादों ने दुनिया में खलबली मचा दी है। जिस वक्त इन देशों में जंग छिड़ी है, ऐसे वक्त में चीन अपने परमाणु शस्त्रागार निर्माण की संख्या बढ़ाने में जुटा है। अमेरिकी खुफिया विभाग द्वारा इस रिपोर्ट के लीक होने के बाद विश्व के सभी देश हैरान हैं।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच रूसी संसद के निचले सदन ने परमाणु परीक्षण को रोकने वाली संधि के अनुमोदन को रद्द करने वाले विधेयक को अंतिम मंजूरी दे दी है। अब यह उच्च सदन में जाएगा। पुतिन पहले ही इसका ऐलान कर चुके हैं। लिहाजा विधेयक वहां से भी पास होना तय है। रूस के इस कदम से यूक्रेन पर परमाणु हमले का खतरा बढ़ गया है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के साथ अब इजरायल और हमास युद्ध दुनिया के लिए नया चैलेंज है। तीसरे विश्वयुद्ध के खतरों के बीच दुनिया दो ध्रुवों में बंट रही है। इसके परिणाम कितने घातक होंगे, यह आने वाला वक्त बताएगा। मगर आधुनिक बमों, मिसाइलों और शक्तिशाली परमाणु बमों से मानवता का नामों-निशां मिट जाने का खतरा है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की नाटो देशों के संगठन से और मदद चाहते हैं। नाटो देशों सहित दुनियाभर के 50 से अधिक देशों के रक्षा मंत्रियों की बैठक में जेलेंस्की भी शामिल हुए।
रूस-यूक्रेन युद्ध के करीब 20 महीने गुजरने के बाद वाशिंगटन और मास्को में तनाव चरम स्तर तक पहुंच गया है। हालत यह है कि रूस और अमेरिका ने एक दूसरे देशों के दो, दो राजनयिकों को अपने देश से बाहर निकाल दिया है। अमेरिका यूक्रेन की लगातार युद्ध में खुली मदद कर रहा है। वहीं रूस इसस मदद का विरोध करता आ रहा है।
रूस ने पूर्वी यूक्रेन में फिर जबरदस्त मिसाइल हमला किया है। इसमें 10 वर्षीय एक बच्चे की मौत हो गई है। दो दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं। बीते 24 घंटे के दौरान यूक्रेन पर रूस का यह दूसरा बड़ा और घातक हमला है। एक दिन पहले भी रूस ने इसी इलाके में ड्रोन हमला किया था, जिसमें 51 लोग मारे गए थे।
रूस-यूक्रेन युद्ध में परमाणु हमले के इस्तेमाल की आशंका बढ़ने के बाद अब अमेरिका ने भी परमाणु परीक्षण करने का खुला ऐलान कर दिया है। इससे पूरी दुनिया में दहशत फैल गई है। क्या माना जाए कि तीसरे विश्वयुद्ध की घड़ी अब बेहद नजदीक आने वाली है, आखिर अमेरिका को क्यों अचानक परमाणु परीक्षणों की जरूरत पड़ गई।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने लगातार दूसरे दिन भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत की सराहना की है। उन्होंने पश्चिमी देशों पर निशाना साधते हुए कहा कि वे हर उस व्यक्ति को दुश्मन की तरह पेश करने की कोशिश करते हैं, जो उनकी बात नहीं मानता। एक समय में भारत के साथ भी उन्होंने, ऐसा प्रयास किया था। मगर भारत स्वनिर्देशित है।
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