यूरोपीय और नाटो देशों से मदद नहीं मिलने से यूक्रेन बेसहारा हो गया है। इस बीच रूस ने यूक्रेन पर हमलों को तेज कर दिया है। बुधवार की रात रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर कई बैलिस्टिक मिसाइलें दागी। इसमें 50 से अधिक लोग घायल हुए हैं। दर्जनों इमारतें धराशाई हो गई हैं।
रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच सबसे बड़ी खबर ये है कि यूक्रेन के पास हथियारों का भंडार खत्म हो चुका है। ऐसे में अब उसके बाद जंग लड़ने के लिए हथियारों और गोला-बारूद की कमी होने लगी है। लिहाजा अब जेलेंस्की की टेंशन बढ़ गई है। वह हथियार मांगने फिर से अमेरिका के पास पहुंच गए हैं।
लगभग एक चौथाई सदी तक सत्ता में रहने के बाद और यूक्रेन युद्ध के काफी महंगा साबित होने के बावजूद पुतिन को अब भी व्यापक समर्थन प्राप्त है। स्वतंत्र सर्वेक्षणकर्ता लेवाडा सेंटर के अनुसार, लगभग 80 प्रतिशत आबादी पुतिन के प्रदर्शन से संतुष्ट है।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन के एक ऐलान से यूक्रेन से लेकर यूरोप और अमेरिका तक खलबली मच गई है। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन की इस घोषणा ने पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया है। दरअसल पुतिन ने 2024 में फिर से रूस के राष्ट्रपति का चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। ऐसे में अन्य देशों की नींद उड़ गई है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने यूक्रेन को हौसला बढ़ाने और उसे निरंतर सपोर्ट जारी रखने कि लिए अमेरिकी कांग्रेस से बड़ी अपील की है। उन्होंने कहा है कि यूक्रेन के लोगों के लिए और स्वतंत्रता के लिए साथ खड़े होइये। हम पुतिन को जीतने नहीं दे सकते। अगर हमने यूक्रेन की स्वतंत्रता का साथ नहीं दिया तो इतिहास हमारे साथ कठोर न्याय करेगा।
रूस भागकर आए पूर्व यूक्रेनी सांसद इलिया कीवा की रूस में हत्या कर दी गई है। इस हत्या से सनसनी फैल गई। उनका शव मॉस्को के पास पड़ा मिला। यूक्रेनी सेना के अधिकारी का कहना है कि 'पुतिन का समर्थन करने वालों का यही हश्र होगा'।
रूस से जंग के 22 महीने बीत जाने के बाद नाटों देशों का समर्थन यूक्रेन के लिए घटने लगा है। अब नाटो और यूरोपीय देश यूक्रेन को हथियारों और गोला-बारूद की आपूर्ति नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में यूक्रेन की हार का खतरा बहुत बढ़ गया है।
रूस ओपेक प्लस का हिस्सा है, जो तेल उत्पादक सदस्यों और अन्य देशों का एक समूह है। समूह ने कच्चे तेल की कीमतों को बढ़ाने की कोशिश के तहत उत्पादन का प्रबंधन किया है। पिछले सप्ताह समूह ने अगले वर्ष के लिए कुछ उत्पादन कटौती का विस्तार किया और उभरते हुए तेल आपूर्तिकर्ता ब्राजील को इसमें शामिल कर लिया।
22 महीने बाद भी रूस और यूक्रेन की जंग जारी है। इसी बीच रूस ने हमले और तेज कर दिए हैं। अपने खतरनाक इरादे दिखाते हुए रूस की सेना ने यूक्रेन के दक्षिणी शहर पर जोरदार हमला किया है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच नाटो चीफ के एक बयान ने सनसनी मचा दी है। नाटो चीफ जेंस स्टोल्टेनबर्ग ने यूक्रेन से बुरी खबर आने का अंदेशा जताया है। उन्होंने कहा कि नाटो देशों को अब यूक्रेन से बुरी खबर सुनने के लिए तैयार रहना चाहिए। उनके इस बयान से यूरोपीय देशों की हताशा भी झलक रही है और रूस की जीत का पूर्वाभास भी।
रूस-यूक्रेन के बीच जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। ऐसे में पुतिन का पारा चढ़ गया है। रूसी राष्ट्रपति पुतिन जंग के लंबा खिंचने के लिए नाटो और पश्चिमी देशों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। जंग के 22 महीने बाद अब रूस के 22 लाख सैनिक यूक्रेन को नाको-चने चबवाने को की राह पर चलने वाले हैं।
रूस-यूक्रेन युद्ध 20 महीने हो चुके हैं। मगर यह लगातार जारी है। इस बीच सर्दियां आते ही जंग और तेज हो गई है। रूस ने घातक एस-300 मिसाइलों से पूर्वी यूक्रेन में भीषण तबाही मचाई है। इसमें कम से कम 1 व्यक्ति की मौत हो गई है और काफी संख्या में लोग मलबे के नीचे दब गए हैं।
रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर शनिवार को सबसे घातक ड्रोन हमला किया है। इससे कीव थर्रा उठा है। यूक्रेनी सेना ने रूस की ओर से किया गया इसे अब तक का सबसे भीषण हमला बताया है। इसमें दर्जनों मकान ध्वस्त हो गए और आरंभिक तौर पर 5 लोग घायल बताए जा रहे हैं।
24 फरवरी 2022 से शुरू हुआ रूस और यूक्रेन युद्ध अब भी जारी है। रूस तो हमलावर है ही, यूक्रेन भी जोरदार पलटवार कर रहा है। रूस ने 16 यूक्रेनी ड्रोन मार गिराए हैं। क्योंकि यूक्रेन रूसी सैन्य ठिकानों पर बड़ा हमला करने वाला था।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच 800 से अधिक विदेशी नागरिक फिनलैंड बिना पासपोर्ट और वीजा के पहुंच गए हैं। इससे यूरोपीय संघ के भी होश उड़ गए हैं। यूरोपीय संघ को इन नागरिकों को अवैध तरीके से फिनलैंड भेजने के पीछे रूस का हाथ होने का शक है। यूरोपीय संघ को किसी साजिश की आशंका है।
रूस ने यूक्रेन पर फिर बहुत ही घातक प्रहार किया है। इससे यूक्रेन के दक्षिणी खेरसॉन में अब तक 6 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 5 दर्जन से अधिक इमारतों के परखच्चे उड़ गए हैं। यह हमला क्लस्टर बमों से किया गया है, जो एक बार ब्लास्ट होने के बाद कई छोटे-छोटे बमों में तब्दील हो जाते हैं।
एक्ट्रेस पोलिना मेन्शिख की यूक्रेनी हमले में मौत हो गई है, यह हादसा एक लाइव शो के दौरान हुआ, वह पूर्वी यूक्रेन के रूस-नियंत्रित क्षेत्र में रूसी सैनिकों के लिए शो कर रही थीं। रूस समर्थक टेलीग्राम चैनलों पर असत्यापित वीडियो फ़ुटेज में सैनिकों को उस दिन मेन्शिख को गिटार के साथ मंच पर गाते हुए देखा गया।
पिछले 21 महीनों से जारी रूस और यूक्रेन की बीच जंग से अब दुनिया को थकान महसूस होने लगी है और यही वजह है कि जेलेंस्की को भरोसा दिलाने के लिए ऑस्टिन ने कीव की यात्रा की।
रूस और यूक्रेन की जंग अभी भी खत्म नहीं हुई है। ठंड का मौसम शुरू होने से पहले रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर जोरदार ड्रोन अटैक किए। 20 ईरानी ड्रोन से हमले करके रूस ने एक बार फिर अपने खतरनाक इरादे जहिर कर दिए।
पाकिस्तान पर यूक्रेन-रूस के युद्ध में हथियार बेचने के आरोप लगे हैं। वहीं पाकिस्तान इन आरोपों का खंडन कर रहा है। पाकिस्तान का कहना है कि वह इस युद्ध में न्यूट्रल है।
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