यूक्रेन युद्ध पर संयुक्त राष्ट्र ने रूस के खिलाफ सनसनीखेज रिपोर्ट जारी की है। यूएन के अनुसार रूसी सेना ने यूक्रेन में महिलाओं के साथ बलात्कार और कैदियों के साथ यातना जैसे युद्ध अपराधों को अंजाम दिया है। इतना ही नहीं, यूक्रेनी बच्चों को जबरन रूसी क्षेत्र में स्थानांतरिक कर दिए जाने का भी आरोप है।
रूसी सेना के कब्जे वाले यूक्रेनी इलाकों में अब पुतिन अपने देश का पासपोर्ट लागू करवा रहे हैं। यूक्रेन का आरोप है कि उनके लोगों को रूसी सेना जबरन रूस का पासपोर्ट बनवाने को मजबूर कर रही है। रूसी सेना ने अपने कब्जे वाले सभी यूक्रेनी इलाकों में यह दबाव बनाना शुरू किया है।
रक्षा सचिव ग्रांट शाप्स अधिकारियों और पत्रकारों को ले जा रहे रॉयल एयर फोर्स जेट ने पोलैंड से यूके के लिए उड़ान भरी थी। हालांकि, रूसी क्षेत्र के पास अस्थायी रूप से हवाई जहाज का जीपीएस जाम होने का अनुभव हुआ।
यूक्रेन के बाद ऑस्ट्रिया भी रूस से भिड़ गया है। ऑस्ट्रिया ने रूस के दो राजनयिकों को देश से निष्कासित करके पुतिन के सामने कड़ी चुनौती पेश कर दी है। ऑस्ट्रिया ने इन राजनयिकों पर जासूसी का आरोप लगाया है।
रूस और यूक्रेन में जंग दो साल से जारी है। इसी बीच रूसी रक्षा मंत्रालय ने बड़ा दावा किया है। रूस ने कहा है कि उसने यूक्रेनी हमले को नाकाम कर दिया है। साथ ही 234 यूक्रेनी लड़ाकों को मार गिराया है।
अमेरिकी मीडिया के अनुसार, रूस द्वारा यूक्रेन पर परमाणु हमले की तैयारी की जा रही थी। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य लोगों के आउटरीच और सार्वजनिक बयानों से परमाणु संकट को टालने में मदद मिली थी।
हाल में कुछ युवक रूस जाकर फंस गए और जबरन उन्हें रूस-यूक्रेन युद्ध में धकेल दिया गया। आइए जानते हैं कि कैसे एजेंट्स युवकों को अपने झांसे में लेते हैं और उन्हें फंसा देते हैं।
रूस और यूक्रेन में दो साल से जंग चल रही है। इसी बीच यूक्रेन ने बड़ा दावा किया है। यूक्रेन ने कहा है कि हमने जंग में अहमियत रखने वाले रूसी जहाज को काला सागर में डुबो दिया है।
रूसी सेना ने यूक्रेन के ओडेसा शहर पर भीषण ड्रोन हमला किया है। यह हमला एक बहुमंजली इमारत को निशाना बनाकर किया गया है। यूक्रेन के दावे के अनुसार इस हमले में 3 वर्ष के एक बच्चे समेत 3 लोगों की मौत हुई है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की का आरोप है कि रूसी सेना नागरिकों से युद्ध कर रही है।
रूस में राष्ट्रपति पुतिन के धुर विरोधी एलेक्सी नवलनी अपनी अंतिम यात्रा पर शुक्रवार को रवाना हो गए। दुनिया से अलविदा करते लोगों की आंखों में आंसू आ गए। इस दौरान लोगों के हाथों में मोमबत्तियां, गुलदस्ते, पैम्फलेट और बैनर था। साथ ही उनमें सरकार के प्रति अक्रोश भी। लोगों ने कहा नवलनी तुम डरे नहीं, हम लोग भी नहीं डर रहे।
राष्ट्रपति पुतिन ने पश्चिमी देशों के कई ठिकानों पर परमाणु हमला करने के चेतावनी देकर दुनिया भर में खलबली मचा दी है। पुतिन की यह चेतावनी पश्चिमी देशों की ओर से यूक्रेन में नाटों की ओर से सैनिक भेजे जाने के ऐलान के बाद आई है। पुतिन ने कहाकि यूरोप और पश्चिम ने यदि ऐसी गलती की तो परमाणु युद्ध हो सकता है।
यूक्रेन से युद्ध के 2 वर्ष पूरे होने के बाद रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने देशवासियों को संबोधित किया। उनका यह संबोधन ऐसे वक्त में हुआ जब आगामी माह रूस में राष्ट्रपति चुनाव होने जा रहा है। पुतिन रूस के कानून का सम्मान करते हुए निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर राष्ट्रपति चुनाव लड़ने जा रहे हैं।
रूस और यूक्रेन में जंग खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। दो साल पूरे होने पर भी यह जंग जारी है। इसी बीच यूक्रेन में सैन्य टुकड़ी भेजने के बारे में नाटो प्रमुख ने बड़ा बयान दिया है। जानिए उन्होंने क्या कहा?
Russia Ukraine War को दो साल पूरे हो चुके हैं। इन दो सालों में दोनों देशों को बेहद नुकसान हुआ। लाखों जानें भी गईं। जंग का तीसरा साल कितना घातक हो सकता है, चलिए जानते हैं। India TV Explained
रूस और यूक्रेन में जंग को आज दो साल पूरे हो गए, इसके बावजूद दोनों देशों में जंग खत्म नहीं हुई है। बल्कि अब तो यूक्रेन भी रूस पर लगता है कि हावी होने लगा है। एक बार फिर यूक्रेन ने बड़ा दावा किया है कि उसने एक और रूसी विमान को मार गिराया है।
मुख्य समस्या यह है कि यूक्रेन को समर्थन देने की महज बयानबाजी न केवल निरर्थक है, बल्कि प्रतिकूल भी है। वे आवश्यक क्षमताएं प्रदान किए बिना युद्ध के जीतने योग्य होने की मृगतृष्णा को कायम रखते हैं। जैसा कि यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलेंस्की ने 17 फरवरी को म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में भी कहा था।
रूस के रक्षामंत्रालय ने यूक्रेन शहर अवदिवका पर कब्जे की आधिकारिक पुष्टि कर दी है। एक दिन पहले ही रूसी सेना ने यूक्रेन के इस शहर पर कब्जा कर लिया। यूक्रेनी सेना को हथियारों और गोला-बारूद की कमी के चलते यहां से अपने कदम पीछे हटाने पड़े। इसे यूरोप और पश्चिमी देशों के लिए भी बड़ा झटका माना जा रहा है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के मैदान से इस वक्त की सबसे बड़ी खबर सामने आ रही है। युद्ध के 2 वर्ष पूरे होने से पहले रूसी सेना ने यूक्रेन के एक और शहर पर कब्जा कर लिया है। यूक्रेन ने अवदिव्का से अपनी सेना को पीछे हटा लिया है। हथियारों और गोला-बारूद की कमी के चलते यूक्रेनी सेना को पीछे हटने के लिए मजबूर होना पड़ा।
रूस-यूक्रेन युद्ध के 2 वर्ष पूरे होने को हैं। अब तक रूस यूक्रेन को भले ही हरा नहीं पाया हो, लेकिन जंग में रूसी सैनिक लगातार भारी पड़ रहे हैं। यूक्रेन के 4 अहम राज्य रूसी सेना के कब्जे में हैं। ऐसे में रूस के हाथों यूक्रेन को हार से बचाने के लिए फ्रांस और जर्मनी आगे आए हैं।
यूक्रेनी सेना ने रूस पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है। यूक्रेनी सेना ने रॉकेट के जरिये सीमा से लगे रूस के बेलगोरोड शहर पर भीषण हवाई हमला किया। इसमें कम से कम 5 रूसी नागरिक मारे गए और 18 से ज्यादा घायल हैं। यूक्रेन के इस हमले के बाद रूसी राष्ट्रपति पुतिन बौखला गए हैं। वह यूक्रेन पर बड़े पलटवार की तैयारी में हैं।
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