Euro Pound Value: पूरी दुनिया में मंदी की आशंका है। कुछ देशों में उसके असर भी देखे जाने लगे हैं। महंगाई (Inflation) बढ़ने लगी है। रोजगार (Job) में कमी आने लगी है।
कई देश दिवालिया हो गए हैं तो कई फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व की कमी से जूझ रहे हैं। ऐसे में इन देशों के साथ भारत का व्यापार प्रभावित हो रहा है।
पूरी दुनिया में मंदी की आशंका है। कुछ देशों में उसके असर भी देखे जाने लगे हैं। उन देशों की करेंसी कमजोर होनी शुरु हो गई है। यही हाल इस समय ब्रिटेन (Britain) का भी है। ब्रिटेन की करेंसी लगातार गिर रही है। यूएस डॉलर (USD) के मुकाबले पाउंड (Pound) कमजोर होता जा रहा है।
Rupee vs Dollar: भारत से होने वाले निर्यात में अगस्त महीने में मामूली कमी आने के साथ आयात में लगातार वृद्धि होने से व्यापार घाटा बढ़ने के बाद व्यापक अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभाव को लेकर चिंताएं पैदा होने लगी हैं।
Indian Rupee में ताजा गिरावट के पीछे US Federal Reserve के प्रमुख पॉवेल का वह बयान है, जिसमें उन्होंने आगे भी ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी की बात कही थी।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक के ब्यौरे में यह संकेत दिया गया है कि मुद्रास्फीति को कम करने के लिए आगे भी आक्रामक तरीके से ब्याज दरों में वृद्धि की जा सकती है। इस संकेत के बाद एशियाई मुद्राओं की तुलना में डॉलर मजबूत हो गया।
Currency Of India: भारत में रुपया शब्द का प्रयोग सबसे पहले शेर शाह सूरी ने अपने शासन (1540-1545) के दौरान किया था।
Rupee Vs dollar: आरबीआई गवर्नर ने कहा कि विदेशी मुद्रा की अप्रतिबंधित उधारी से परेशान होने की जरूरत नहीं है।
Rupee Vs dollar: बुधवार को आयातकों की भारी डॉलर मांग के कारण रुपया पहली बार 80 प्रति डॉलर के स्तर से नीचे बंद हुआ था।
Share Market: बीएसई सेंसेक्स 629.91 अंक यानी 1.15 प्रतिशत उछलकर 55,397.53 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी भी 180.30 अंक यानी 1.10 प्रतिशत मजबूत होकर 16,520.85 अंक पर बंद हुआ।
डॉलर से हम न केवल अमेरिका में बने सामान को खरीद सकते हैं बल्कि उस दूसरे सामान और सेवा (जैसे कच्चा तेल) का भी व्यापार करते हैं, जिसका आयात अमेरिकी डॉलर में होता है।
रुपया ब्रिटिश पाउंड (British Pound), जापानी येन (Japanese Yen) और यूरो (Euro) जैसी कई विदेशी मुद्राओं की तुलना में मजबूत हुआ है। इससे इन मुद्राओं में आयात डॉलर के मुकाबले सस्ता हुआ है।
Rupee-Dollar : वित्त मंत्रालय ने लोकसभा में जानकारी दी कि 2014 से 2022 के बीच रु डॉलर के मुकाबले 25% से ज्यादा कमजोर हुआ है।
Rupee-Dollar Update: रुपया टूटने से देश का चालू खाते का घाटा (कैड) बढ़ने की आशंका और विदेशी कोषों की निकासी की वजह से अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 80 प्रति डॉलर के मनोवैज्ञानिक निचले स्तर के पास आ गया है।
Rupee Fall Impact: भूल जाइए सस्ते मोबाइल और सैर सपाटा, 80 पर जा टंगा रुपया लाएगा बड़ी आफत
PM Modi: कांग्रेस ने डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत 80 तक पहुंच जाने को लेकर शुक्रवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और दावा किया कि "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रुपये के लिए हानिकारक हैं।"
दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के समक्ष डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर सूचकांक 0.37 प्रतिशत बढ़कर 108.36 हो गया।
बैंक ऑफ अमेरिका के अनुसार, भारतीय रुपया साल के अंत तक 81 प्रति डॉलर तक टूट सकता है।
डॉलर के मजबूत होने और उम्मीद से कमजोर घरेलू आर्थिक आंकड़ों के कारण भारतीय रुपया मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले नए रिकॉर्ड निचले स्तर को छू गया।
बैंक ऑफ अमेरिका के अनुसार, कच्चे तेल और माल की बढ़ती कीमतों के कारण भारतीय रुपया साल के अंत तक 81 प्रति डॉलर तक टूट सकता है।
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