महंगे तेल की मार झेल रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमत एक साल के निचले स्तर पर पहुंच गई है।
कच्चे तेल की कीमतों में नरमी तथा घरेलू स्तर पर मुद्रास्फीति के बेहतर आंकड़ों से रुपया मंगलवार को अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार में शुरुआती कारोबार में 29 पैसे मजबूत होकर 72.60 रुपए प्रति डॉलर पर रहा।
विदेशी पूंजी निकासी से सोमवार को रुपया अंतर बैंकिंग मुद्रा बाजार में शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले 34 पैसे गिरकर 72.79 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया।
आयातकों की ओर से डॉलर की मांग बढ़ने तथा विदेशी निवेशकों की सतत लिवाली से बुधवार को अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार के शुरुआती कारोबार में रुपया 43 पैसे कमजोर होकर 74.11 रुपए प्रति डॉलर पर आ गया।
बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स शुक्रवार को करीब 341 अंक का गोता लगाकर सात महीने के न्यूनतम स्तर 33,349.31 अंक पर बंद हुआ।
बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स गुरुवार को करीब 344 अंक का गोता लगाकर 33,690.09 अंक पर बंद हुआ।
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट तथा डॉलर के मुकाबले रुपए में सुधार से बुधवार को बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 187 अंक सुधरकर 34,000 अंक के स्तर को पार कर गया।
तेल की कीमतों में नरमी और घरेलू शेयर बाजारों में उछाल के बीच शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 42 पैसे की मजबूती के साथ 73.15 पर पहुंचा।
12 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 5.143 अरब डॉलर घटकर 394.465 अरब डॉलर रह गया।
डॉलर के मुकाबले रुपया शुक्रवार को शुरुआती गिरावट से उबरते हुए 29 पैसे मजबूत होकर 73.32 पर पहुंच गया।
देश के शेयर बाजारों में मंगलवार को लगातार तीसरे कारोबारी दिन बढ़त दर्ज की गई।
सोमवार को शुरूआती कारोबार में रुपया 36 पैसे गिर कर डॉलर के मुकाबले 73.93 पर पहुंच गया।
प्रतिभूति बाजार से विदेशी निवेशकों की पूंजी निकासी का जोर बने रहने, डॉलर के मजबूत होने और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों में लगातार तेजी के कारण मंगलवार को रुपया 74.39 प्रति डॉलर के सर्वकालिक निम्न स्तर पर बंद हुआ।
भारतीय रुपए में डॉलर के मुकाबले जारी गिरावट जारी हैैै। मंगलवार को यह अब तक केे सबसेे निचले स्तर 74.27 पर पहुंच गया।
डॉलर के मुकाबले रुपए की गिरावट थमने का नाम नहीं ले रही है। रुपया सोमवार को मुद्रा बाजार में भारतीय 18 रुपए की गिरावट के साथ खुला।
भारत ने अमेरिकी पाबंदी के बावजूद ईरान से तेल व्यापार का पहला स्पष्ट संकेत दिया है।
शुक्रवार को रुपया दिन में डॉलर के मुकाबले पहली बार 74 के नीचे जाने के बाद अंत में 18 पैसे की गिरावट के साथ 73.76 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
रुपए में तेज गिरावट का सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा और डॉलर कारोबार के दौरान 73.81 रुपए पर पहुंच गया।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरूवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर गिरते रुपए और ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी जैसे मुद्दों से ध्यान बंटाने के लिए ध्रुवीकरण का प्रयास करने का आरोप लगाया।
डॉलर के मुकाबले रुपए के नए सर्वकालिक निचले स्तर पर आने तथा कच्चे तेल के दाम 86 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचने से गुरुवार को शेयर बाजारों का हाल बेहाल रहा।
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