बुधवार को विदेशी निवेशकों ने 130.25 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 502.26 करोड़ रुपए मूल्य के शेयरों की खरीदारी की।
अंतर बैंकिंग विदेशी विनिमय बाजार में शुक्रवार को रुपया 71.03 पर मजबूती के साथ खुला लेकिन बाद में यह बिकवाली दबाव में आ गया।
बाजार सूत्रों ने कहा कि विदेशी निवेशकों की धन निकासी, घरेलू शेयर बाजार में तेजी तथा अपने प्रमुख प्रतिद्वन्द्वी मुद्राओं की तुलना में डॉलर के मजबूत होने से रुपए को लेकर धारणा प्रभावित हुई है।
ब्रेंट क्रूड भी आज 0.26 प्रतिशत कमजोरी के साथ 60.48 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
विगत तीन कारोबारी सत्रों में रुपए में कुल 64 पैसे की गिरावट आ चुकी है।
हालांकि विश्व की प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर के कमजोर होने तथा कच्चे तेल कीमतों में गिरावट आने की वजह से घरेलू मुद्रा की गिरावट पर कुछ अंकुश लग गया।
अंतर बैंकिंग विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को रुपया 70.38 रुपए प्रति डॉलर पर मजबूत खुला
मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतिगत बैठक के ब्यौरे से भविष्य में ब्याज दर में वृद्धि किए जाने को लेकर अनिश्चितता बढ़ने से डॉलर कमजोर हो गया।
अंतर बैंक विदेशी विनिमय बाजार के कारोबारियों के अनुसार घरेलू शेयर बाजारों तेजी और अन्य विदेशी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर के कमजोर होने से रुपया को समर्थन मिला है।
व्यापारियों के मुताबिक निर्यातकों और बैंकों द्वारा डॉलर बिक्री से रुपए की विनिमय दर में यह वृद्धि दर्ज की गई।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए में गिरावट का रुख दूसरे दिन भी जारी रहा और गुरुवार को यह दो पैसे गिरकर 70.20 पर बंद हुआ।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए में मजबूती का सिलसिला बुधवार को टूट गया और यह 75 पैसे गिरकर 70.18 पर बंद हुआ।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया साल के पहले दिन मंगलवार को 34 पैसे बढ़कर 69.43 रुपए प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
ईरान की सरकारी पेट्रोलियम कंपनी एनआईओसी को कच्चे तेल के बदले में रुपए में किए जाने वाले भुगतान को कर मुक्त कर दिया गया है।
विदेशी बाजारों में डॉलर के कमजोर पड़ने से यहां भी अमेरिकी मुद्रा में नरमी रही और डॉलर के मुकाबले रुपया 40 पैसे मजबूत होकर 69.95 रुपए प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के बाद भी अमेरिकी मुद्रा के मजबूत होने से गुरुवार को अंतर बैंकिंग विदेशी विनिमय बाजार में रुपया 29 पैसे गिरकर 70.35 रुपए प्रति डॉलर पर आ गया।
अंतर बैंक विदेशी विनिमय बाजार में बुधवार को कारोबार के अंतिम समय में आयातकों की डॉलर मांग आने से रुपए ने अपनी शुरुआती भारी बढ़त गंवा दी।
घरेलू शेयर बाजार में भारी गिरावट और महीने के अंतिम दिनों में अमेरिकी डॉलर की मांग बढ़ने के कारण रुपए में चार सत्रों से चली आ रही तेजी थम गई
बाजार सूत्रों ने कहा कि कच्चे तेल की घटती कीमत तथा निर्यातकों और बैंकों की सतत डॉलर बिकवाली के कारण रुपए की तेजी को और मदद मिली।
घरेलू शेयर बाजारों में लगातार तेजी और कच्चे तेल की नरमी के बीच निर्यातकों की डॉलर बिकवाली बढ़ने से रुपया आज पांच पैसे की तेजी दर्शाता हुआ 70.39 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
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