डॉलर के मुकाबले रुपए की विनिमय दर सोमवार को प्रारंभिक कारोबार में 31 पैसे नीचे गिर कर 72.11 रुपए प्रति डॉलर पर चल रही थी।
ऐेसे माहौल में ब्रेंट क्रूड का वायदा भाव 4.5 प्रतिशत बढ़कर 69.23 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
बैंकों और आयातकों की मांग बढ़ने से सोमवार को शुरुआती कारोबार में मजबूती के साथ खुलने के बाद अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया दो पैसे गिरकर 71.73 रुपए प्रति डॉलर रहा।
रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को विशेष प्रवासी रुपया खाते (एसएनआरआर खाते) का दायरा बढ़ाने और घरेलू मुद्रा को विदेशों में लोकप्रिय बनाने के लिए कदम उठाया है।
अमेरिका-चीन व्यापार करार को लेकर ताजा चिंताओं के बीच गुरुवार को शेयर बाजार सतर्क रुख के साथ खुले।
शुक्रवार को रुपया अमेरिकी करेंसी के मुकाबले 71.78 पर बंद हुआ था।
धर, हांगकांग में उग्र विरोध प्रदर्शन के कारण शंघाई, हांगकांग, तोक्यो और सोल 1.82 प्रतिशत तक गिरावट के साथ बंद हुए।
स्थानीय बाजार में विदेशी पूंजी निवेश का लगातार बने रहने और कच्चे तेल में नरमी के रुझान के बीच डालर के मुकाबले रुपये की विनियम दर सोमवार को शुरुआती कारोबार में 16 पैसे बढ़कर 70.65 रुपए प्रति डॉलर पर चल रही थी।
शुरुआती कारोबार में बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 9.51 बजे 99.97 अंकों की मजबूती के साथ 36,581.06 पर खुला
विदेशी विनिमय बाजार में सोमवार को भारी उतार चढ़ाव देखा गया। इस दौरान रुपया 71.50 से 71.73 प्रति डॉलर के बीच रहा।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 30 अगस्त को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों में कमी आने से 44.6 करोड़ डॉलर घटकर 428.60 अरब डॉलर रह गया। रिजर्व बैंक की ओर से शुक्रवार को जारी ताजा आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है।
बैंकों एवं आयातकों की ओर से डॉलर की मांग आने और विदेशी पूंजी निकासी से रुपया सोमवार को शुरुआती कारोबार में 42 पैसे गिरकर 72.08 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया। मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि अमेरिकी-चीन के बीच व्यापार मोर्चे पर टकराव बढ़ने के संकेतों से भी रुपये पर दबाव रहा।
शेयर बाजार के पास मौजूद प्रारंभिक आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने शुक्रवार को पूंजी बाजार से शुद्ध रूप से 2,888.06 करोड़ रुपए की निकासी की।
एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने रुपये में मजबूती तथा जीडीपी के पूर्वानुमान में कटौती के कारण चालू वित्त वर्ष में भारत की मुद्रास्फीति का पूर्वानुमान घटाकर 4.10 प्रतिशत कर दिया है।
विदेशी कोषों ने इस माह के दौरान अब तक 77 करोड़ डॉलर की बिकवाली की है।
शुरुआती कारोबार में मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 18 पैसे टूटकर 68.84 पर खुला।
गुरुवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 68.50 पर बंद हुआ था।
भारत के लिए अच्छी खबर है। अब अमेरिका रुपए पर करीबी नजर नहीं रखेगा। अमेरिका ने भारत को मुद्रा की निगरानी समिति से बाहर कर दिया है।
चुनाव के परिणाम आने के बाद शुक्रवार को रुपए में रिकवरी आई।डॉलर के मुकाबले रुपया पिछले सत्र से 26 पैसे की रिकवरी के साथ 69.75 रुपए प्रति डॉलर पर खुला।
पाकिस्तान के आर्थिक हालात ठीक नहीं हैं ये तो जगजाहिर है लेकिन मौजूदा दौर में पाकिस्तानी मुद्रा रिकॉर्ड अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच चुका है। पाकिस्तान के रुपए की कीमत काफी गिर गई है।
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