भारतीय रिजर्व बैंक के शुक्रवार को जारी साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार 11 जून को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि का कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों में हुई अच्छी वृद्धि है।
मोतीलाल ओसवाल ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया पर अपना भरोसा जताया है। ब्रोकरेज हाउस ने सलाह दी है कि स्टॉक 530 के स्तर पर पहुंच सकता है।
कारोबार के दौरान यह 72.90 से 73.18 रुपये प्रति डॉलर के दायरे में रहा। बुधवार को रुपया 73.09 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.14 प्रतिशत बढ़कर 90.26 पर पहुंच गया।
छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.07 प्रतिशत घटकर 90.4 रहा।
दुनिया भर की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.09 प्रतिशत घटकर 90.15 रह गया।
कारोबार के दौरान रुपये की विनिमय दर बढ़त के साथ 73.90 के दिन के उच्च स्तर तक और गिरावट में 74.33 के दिन के निचले स्तर तक पहुंची।
कारोबार के दौरान डॉलर के मुकाबले रुपया 73.94 के दिन के उच्चतम स्तर और गिरावट आने पर 74.23 रुपये प्रति डॉलर के निचले स्तर पर पहुंचा।
दिन के दौरान रुपये में 21 पैसे के दायरे में कारोबार रहा। छह मुद्राओं के बीच डॉलर का रुख दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.14 प्रतिशत की तेजी के साथ 91.03 हो गया।
यह कारोबार के दौरान 74.82 से 75.26 प्रति डॉलर के बीच रहा। अंत में रुपया छह पैसे के नुकसान से 74.94 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। मंगलवार को रुपया 74.88 प्रति डॉलर रहा था।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में घरेलू इकाई अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 74.80 पर खुली और फिर आगे गिरकर 74.87 पर पहुंच गई।
विश्व की छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला, डॉलर सूचकांक, 0.02 प्रतिशत की मामूली तेजी के साथ 91.69 हो गया।
रुपया सोमवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 75.05 पर बंद हुआ था। मुद्रा बाजार बुधवार को बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर जयंती और मंगलवार को गुड़ी पड़वा पर बंद था।
रुपया पिछले सत्र से 22 पैसे की कमजोरी के साथ खुलने के बाद फिसलकर 75 रुपये प्रति डॉलर से नीचे पहुंच गया है। आरंभिक कारोबार के दौरान देसी करेंसी का भाव 75.13 रुपये प्रति डॉलर तक टूटा, जो कि करीब साढ़े आठ महीने का निचला स्तर है।
4 सत्रों में रुपया 73.28 के स्तर से टूट कर 74.58 के स्तर पर पहुंच गया है। बुधवार को रुपये में दिन के कारोबार दौरान 105 पैसे की रिकॉर्ड गिरावट देखने को मिली थी।
कोविड 19 की वजह से वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान रुपये में तेज उतार-चढ़ाव देखने को मिला। महामारी के दौरान शेयर बाजार में आई तेज बिकवाली की वजह से डॉलर के मुकाबले रुपये ने 76.9 का रिकॉर्ड निचला स्तर दर्ज किया।
बीते 3 दिन के दौरान रुपया 72.37 के स्तर से गिरकर 72.62 प्रति डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है। यानि इस दौरान रुपये में 25 पैसे की कमजोरी देखने को मिली है।
करंसी मार्केट में आज घरेलू करंसी मजबूती के साथ 72.47 के स्तर पर खुली। कारोबार के दौरान इसमें मजबूती और बढ़ गई, जिसके साथ रुपया 72.34 प्रति डॉलर के दिन के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। कारोबार के अंत डॉलर के मुकाबले रुपया 72.37 के स्तर पर बंद हुआ।
आज के कारोबार में रुपया, अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 72.48 पर मजबूत खुला और कारोबार के दौरान 72.43 रुपये के दिन के उच्च स्तर को छू गया। गिरावट आने पर रुपये ने 72.60 रुपये का दिन का निचला स्तर भी छुआ।
मार्च के महीने में रुपया 73.47 के स्तर से मजबूत होकर 72.79 के स्तर पर पहुंच गया। 9 मार्च को डॉलर के मुकाबले रुपये में 32 पैसे का तेज उछाल देखने को मिला था। वहीं 10 मार्च को रुपया 2 पैसे मजबूत हुआ।
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