विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा कोरोना वायरस के नये स्वरूप ओमीक्रॉन के अधिक तेजी से फैलने की चेतावनी दी है।
छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.14 प्रतिशत घटकर 96.41 रह गया।
छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.12 प्रतिशत बढ़कर 95.52 हो गया। वहीं कच्चे तेल में बढ़त का रुख रहा
छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.21 प्रतिशत बढ़कर 95.05 पर रहा इससे रुपये पर दबाव पड़ा
छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति बताने वाला डॉलर सूचकांक 0.02 प्रतिशत बढ़कर 93.97 के स्तर पर पहुंच गया।
कारोबार के दौरान रुपया 74.83 से 75.13 रुपये के दायरे में रहा। वहीं छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति बताने वाला डॉलर सूचकांक 0.12 प्रतिशत बढ़कर 93.84 हो गया।
विनिमय दर पर दबाव को कम करने के लिए स्टेट बैंक द्वारा शुरू किए गए कई उपायों के बावजूद अमेरिकी डॉलर की बढ़ती मांग पाकिस्तानी रुपये पर भारी पड़ रही है।
कारोबार के दौरान रुपया 75.20 से 75.37 प्रति डॉलर के दायरे में रहा वहीं डॉलर सूचकांक 0.28 प्रतिशत घटकर 93.81 रह गया। ब्रेंट क्रूड फिलहाल 85 डॉलर प्रति बैरल के करीब है।
छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति बताने वाला डॉलर सूचकांक 0.06 प्रतिशत घटकर 94.20 रह गया।
सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी आई क्योंकि संकटग्रस्त एवरग्रांड ग्रुप की चिंताओं की वजह से चीन का युआन कमजोर पड़ा है।
पिछले पांच कारोबारी सत्र में रुपये में 59 पैसे की गिरावट आई है। वहीं बीते एक महीने में डॉलर के मुकाबले रुपया 123 पैसे टूटा है।
4 सत्र की गिरावट में रुपया 0.68 प्रतिशत टूटा है, वहीं आज के कारोबार के दौरान रुपया डॉलर के मुकाबले एक महीने के निचले स्तरों पर पहुंच गया
डॉलर सूचकांक आज 0.29 प्रतिशत गिरकर 93.19 पर आ गया। बुधवार को ही रुपया 4 सप्ताह के निचले स्तर पर पहुंच गया था।
कारोबार के दौरान रुपया डॉलर के मुकाबले 73.66 के उच्चतम और 73.93 के निचले स्तर पर पंहुचा। वहीं डॉलर इंडेक्स में आज 0.02 प्रतिशत की बढ़त रही है।
कारोबार के दौरान डॉलर के मुकाबले रुपये ने 73.52 रुपये का निचला और 73.34 का उच्च स्तर छुआ। वहीं आज डॉलर सूचकांक 0.24 प्रतिशत बढ़कर 92.77 हो गया
एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि अगले हफ्ते रुपया मजबूती के रुख के साथ 72.9 से 74 के सीमित दायरे में बना रह सकता है।
इसबीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.08 प्रतिशत बढ़कर 92.72 पर आ गया। रिलायंस सिक्योरिटीज ने एक शोध नोट में कहा, ‘‘डॉलर की हेजिंग करने वाले आयातकों की तरफ से मुद्रा पर दबाव बना रहेगा।’’
आज की गिरावट के बाद रुपया एक हफ्ते के निचले स्तरों पर पहुंच गया है। वहीं रुपये में आज की गिरावट 19 जून के बाद से रुपये में आई किसी भी कारोबारी सत्र की सबसे बड़ी गिरावट है।
सोमवार को डॉलर इंडेक्स 0.28 प्रतिशत की बढ़त के साथ 92.29 के स्तर पर पहुंच गया। इसका असर रुपये पर देखने को मिला और रुपया गिरावट के साथ बंद हुआ।
भारी विदेशी धन निवेश के साथ आर्थिक गतिविधियों के बढ़ने के बाद रुपया एशियाई मुद्राओं में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली मुद्रा बन गया।
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