Rupee-Dollar : वित्त मंत्रालय ने लोकसभा में जानकारी दी कि 2014 से 2022 के बीच रु डॉलर के मुकाबले 25% से ज्यादा कमजोर हुआ है।
Rupee-Dollar Update: रुपया टूटने से देश का चालू खाते का घाटा (कैड) बढ़ने की आशंका और विदेशी कोषों की निकासी की वजह से अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 80 प्रति डॉलर के मनोवैज्ञानिक निचले स्तर के पास आ गया है।
Rupee Fall Impact: भूल जाइए सस्ते मोबाइल और सैर सपाटा, 80 पर जा टंगा रुपया लाएगा बड़ी आफत
PM Modi: कांग्रेस ने डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत 80 तक पहुंच जाने को लेकर शुक्रवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और दावा किया कि "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रुपये के लिए हानिकारक हैं।"
दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के समक्ष डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर सूचकांक 0.37 प्रतिशत बढ़कर 108.36 हो गया।
बैंक ऑफ अमेरिका के अनुसार, भारतीय रुपया साल के अंत तक 81 प्रति डॉलर तक टूट सकता है।
डॉलर के मजबूत होने और उम्मीद से कमजोर घरेलू आर्थिक आंकड़ों के कारण भारतीय रुपया मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले नए रिकॉर्ड निचले स्तर को छू गया।
बैंक ऑफ अमेरिका के अनुसार, कच्चे तेल और माल की बढ़ती कीमतों के कारण भारतीय रुपया साल के अंत तक 81 प्रति डॉलर तक टूट सकता है।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 78.53 प्रति डॉलर पर कमजोर खुला था।
रुपया शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 19 पैसे टूटकर 77.93 पर बंद हुआ था। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 1.46 प्रतिशत गिरकर 120.23 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था।
अब आपको न सिर्फ विदेश से आयात होने वाले तेल, कंप्यूटर, मोबाइल के लिए ज्यादा पैसे अदा करने होंगे, वहीं विदेश में बच्चे की पढ़ाई का सपना भी महंगा हो जाएगा।
डॉलर के मजबूत होने का सीधा असर हमारे आयात पर पड़ता है। भारत जिन वस्तुओं के आयात पर निर्भर है, वहां रुपये की गिरावट महंगाई ला सकती है।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पावेल की आक्रामक टिप्पणियों के बाद वैश्विक बाजार में डॉलर में तेजी लौटने से रुपया अपने दिन के निचले स्तर 77.61 प्रति डॉलर तक गया।
सबसे बुरा असर पेट्रोल डीजल पर पड़ेगा वहीं विदेशों से आने वाले मोबाइल फोन, लैपटॉप, कंज्यूमर ड्यूरेबल जैसे टीवी, फ्रिज, ऐसी महंगे हो जाएंगे।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों के अनुसार, इससे पूर्व के सत्र में रुपये के अपने सर्वकालिक निम्न स्तर को छूने के बाद भारतीय रिजर्व बैंक ने संभवत: बाजार में हस्तक्षेप किया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 77.17 के भाव पर कमजोर खुला और फिर 77.50 पर बंद हुआ।
‘‘रुपया पहले ही बाहरी तनावों का सामना कर रहा है और हमारा मानना है कि मार्च, 2023 तक इसमें और मूल्यह्रास होगा तथा अमेरिकी डॉलर के मुकाबले यह लगभग 77.5 के स्तर पर आ जाएगा।’’
विशेषज्ञों ने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव से कच्चे तेल की कीमतों ऊंचे स्तर पर पहुंच गई है।
गुरुवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 102 पैसे की जोरदार गिरावट के साथ 75.6 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। करेंसी विशेषज्ञ आगे भी रुपये में और बड़ी गिरावट का अनुमान लगा रहे हैं।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 74.43 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान रुपया ऊंचे में 74.42 और नीचे में 74.69 तक गया।
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