रिजर्व बैंक ने 6 फीसदी महंगाई को सहनीय स्तर माना है। लेकिन महंगाई इस सहनीय स्तर को बीते कई महीनों से पार कर रही है।
रुपया 44 पैसे की गिरावट के साथ पहली बार अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 81 के स्तर को पार कर गया।
Dollar Vs Rupee: अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 80.27 पर खुला। दिन में कारोबार के दौरान यह और गिरकर 80.95 के सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया।
Dollar Vs Rupees: US Fed ने बुधवार को उम्मीद के मुताबिक ब्याज दरों में 0.75 फीसदी की बढ़ोतरी की है। इसका असर भारतीय शेयर मार्केट से लेकर रुपये पर देखने को मिल रहा है। गुरुवार को शुरुआती कारोबार में रुपया में 51 पैसे की रिकॉर्ड गिरावट आई है। एक डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया टूटकर 80.48 हो गया है।
World Currency: कोरोना महमारी के बाद पूरी दुनिया में महंगाई आसमान पर है। इसके चलते अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों में मंदी का खतरा है। यही हाल इस समय ब्रिटेन (Britain) का भी है। ब्रिटेन की करेंसी लगातार गिर रही है। यूएस डॉलर (USD) के मुकाबले पाउंड (Pound) कमजोर होता जा रहा है।
अगस्त में रुपया अपने सर्वकालिक निचले स्तर 80.15 प्रति डॉलर पर आ गया था। फिलहाल या 79.25 प्रति डॉलर पर है।
America inflation: अमेरिका (America) में भी बढ़ती महंगाई भी इन छात्र-छात्राओं के लिए एक बड़ी समस्या बनती जा रही है।
Euro Pound Value: पूरी दुनिया में मंदी की आशंका है। कुछ देशों में उसके असर भी देखे जाने लगे हैं। महंगाई (Inflation) बढ़ने लगी है। रोजगार (Job) में कमी आने लगी है।
कई देश दिवालिया हो गए हैं तो कई फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व की कमी से जूझ रहे हैं। ऐसे में इन देशों के साथ भारत का व्यापार प्रभावित हो रहा है।
पूरी दुनिया में मंदी की आशंका है। कुछ देशों में उसके असर भी देखे जाने लगे हैं। उन देशों की करेंसी कमजोर होनी शुरु हो गई है। यही हाल इस समय ब्रिटेन (Britain) का भी है। ब्रिटेन की करेंसी लगातार गिर रही है। यूएस डॉलर (USD) के मुकाबले पाउंड (Pound) कमजोर होता जा रहा है।
Rupee vs Dollar: भारत से होने वाले निर्यात में अगस्त महीने में मामूली कमी आने के साथ आयात में लगातार वृद्धि होने से व्यापार घाटा बढ़ने के बाद व्यापक अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभाव को लेकर चिंताएं पैदा होने लगी हैं।
Indian Rupee में ताजा गिरावट के पीछे US Federal Reserve के प्रमुख पॉवेल का वह बयान है, जिसमें उन्होंने आगे भी ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी की बात कही थी।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक के ब्यौरे में यह संकेत दिया गया है कि मुद्रास्फीति को कम करने के लिए आगे भी आक्रामक तरीके से ब्याज दरों में वृद्धि की जा सकती है। इस संकेत के बाद एशियाई मुद्राओं की तुलना में डॉलर मजबूत हो गया।
Dollar in Rupee: भारतीय करेंसी (Indian Currency) की वैल्यू आज 79.37 रुपये प्रति डॉलर (Dollar) हो गई है। आखिर इतना कमजोर क्यो होता चला गया रुपया? आज के एक्सप्लेनर में पढ़िए रुपये का इतिहास।
Currency Of India: भारत में रुपया शब्द का प्रयोग सबसे पहले शेर शाह सूरी ने अपने शासन (1540-1545) के दौरान किया था।
Rupee Vs dollar: आरबीआई गवर्नर ने कहा कि विदेशी मुद्रा की अप्रतिबंधित उधारी से परेशान होने की जरूरत नहीं है।
Rupee Vs dollar: बुधवार को आयातकों की भारी डॉलर मांग के कारण रुपया पहली बार 80 प्रति डॉलर के स्तर से नीचे बंद हुआ था।
Share Market: बीएसई सेंसेक्स 629.91 अंक यानी 1.15 प्रतिशत उछलकर 55,397.53 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी भी 180.30 अंक यानी 1.10 प्रतिशत मजबूत होकर 16,520.85 अंक पर बंद हुआ।
डॉलर से हम न केवल अमेरिका में बने सामान को खरीद सकते हैं बल्कि उस दूसरे सामान और सेवा (जैसे कच्चा तेल) का भी व्यापार करते हैं, जिसका आयात अमेरिकी डॉलर में होता है।
रुपया ब्रिटिश पाउंड (British Pound), जापानी येन (Japanese Yen) और यूरो (Euro) जैसी कई विदेशी मुद्राओं की तुलना में मजबूत हुआ है। इससे इन मुद्राओं में आयात डॉलर के मुकाबले सस्ता हुआ है।
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