रुपए में लगातार गिरावट से 2018-19 में देश का कच्चा तेल आयात बिल 26 अरब डॉलर तक बढ़ सकता है। डॉलर के मुकाबले रुपए की गिरावट जारी रहने से तेल आयात बिल 114 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है।
डॉलर का भाव अब 70 रुपए को भी पार कर गया है। फिलहाल डॉलर का भाव बढ़कर 70.07 रुपए दर्ज किया जा रहा है जो अबतक का सबसे अधिक भाव है और रुपए का सबसे निचला स्तर है
डॉलर का भाव 105 पैसे बढ़कर 69.88 रुपए हो गया है जो अबतक का सबसे ज्यादा भाव है और रुपए का सबसे निचला स्तर है
शुरुआती कारोबार में ही डॉलर के मुकाबले रुपये करीब 78 पैसे लुढ़क गया है। फिलहाल डॉलर का भाव घटकर 69.61 रुपए तक आ गया है जो अबतक का सबसे निचला स्तर है।
अंतर बैंक विदेशी विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया सोमवार को 28 पैसे की जोरदार गिरावट के साथ 68.88 प्रति डॉलर पर आ गया।
Rupee Vs Dollar : अमेरिकी करेंसी डॉलर के मुकाबले भारतीय करेंसी रुपए ने इस हफ्ते मजबूती के साथ शुरुआत की है। डॉलर के मुकाबले रुपया 14 पैसे की मजबूती के साथ खुला है और धीरे-धीरे और मजबूत हो रहा है। फिलहाल डॉलर का भाव घटकर 68.66 रुपए तक आ गया है। रुपए में आई इस रिकवरी के फायदे भी हैं और नुकसान भी।
डॉलर के मुकाबले रुपया शुक्रवार के शुरुआती कारोबार के दौरान 69.12 के स्तर तक चला गया। यह रुपए का अबतक का निम्नतम स्तर है। बैंकों और आयातकों ने डॉलर की बिकवाली की जिससे यह स्थिति बनी है।
शेयर बाजार में भारी तेजी और कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट से रुपए की विनिमय दर आज 20 पैसे की तेजी के साथ एक सप्ताह के उच्च स्तर 68.57 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुई।
डॉलर की लगातार मजबूती, विदेशी निवेश प्रवाह में कमी तथा कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर चिंता की वजह से रुपए पर अभी दबाव बना रहेगा। बैंकरों का कहना है कि इस सप्ताह रुपया और टूटकर 70 रुपए प्रति डॉलर तक पहुंच जाएगा।
अंतर बैंकिग विदेशी मुद्रा विनिमय कारोबार में रुपए में मंगलवार की तेजी के बाद बुधवार को अंतिम दौर में रुख पलट गया। खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि के बाद मुद्रास्फीति को लेकर चिंता बढ़ने और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के बीच रुपया 17 पैसे गिरकर 68.74 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
निर्यातकों और निगमित कंपनियों की ताजा डॉलर बिकवाली के कारण रुपया कल की भारी गिरावट से उबरता हुआ 23 पैसों की मजबूती के साथ 68.57 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
बढ़ते वैश्विक जोखिम से अल्पावधि में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया गिरकर 68 से 72 रुपए प्रति डॉलर के दायरे में पहुंच सकता है लेकिन इसके बाद रिजर्व बैंक (RBI) स्थिति नियंत्रण में लाने के लिये बाजार में हस्तक्षेप कर सकता है। यूबीएस की एक रिपोर्ट में यह कहा गया है।
भारत उन पांच देशों में शुमार है जो डॉलर के मजबूत होने से सबसे कम जोखिम की स्थिति में हैं। मूडीज इन्वेस्टर सर्विस ने गुरुवार एक रिपोर्ट में कहा कि डॉलर के मजबूत होने से अन्य मुद्राओं पर दबाव बढ़ रहा है, लेकिन भारत सबसे कम जोखिम वाले देशों में है।
डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार कमजोरी देखी जा रही है। गुरुवार को भारतीय मुद्रा अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अपने सबसे निचले स्तर पर आ गई। गुरुवार की सुबह रुपया 28 पैसे की गिरावट के साथ रुपए के मुकाबले 68.89 के स्तर पर खुला। हालांकि, खबर लिखे जाते समय यह और कमजोर होकर 69 के निचले स्तर पर चल रहा था।
विदेशी पूंजी की निरंतर निकासी के बीच आयातकों एवं बैंकों की ओर से अमेरिकी मुद्रा की मांग आने से आज शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया 30 पैसे गिरकर 19 महीने के निम्नतम स्तर 68.54 रुपए प्रति डॉलर पर आ गया।
भारतीय करेंसी रुपए में एक बार फिर से भारी गिरावट देखी जा रही है, डॉलर का भाव फिर से 68 रुपए के पार हो गया है, फिलहाल प्रति डॉलर रुपए 68.02 के स्तर पर कारोबार कर रहा है और इसमें करीब 40 पैसे की भारी गिरावट देखी जा रही है। डॉलर में आई इस तेजी के पीछे अमेरिका में बढ़ी हुई ब्याज दरों को वजह माना जा रहा है।
शुक्रवार को हुई कटौती के बाद दिल्ली में अब पेट्रोल का दाम 20 मई के बाद सबसे निचले स्तर पर आ गया है और 29 मई को छुए रिकॉर्ड स्तर से 2.08 रुपए सस्ता हो गया है। हालांकि तेल कंपनियों की तरफ से शुक्रवार को डीजल की कीमतों में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है
अमेरिकी करेंसी डॉलर के मुकाबले भारतीय करेंसी रुपए में पिछले 12 दिन से जोरदार रिकवरी देखी जा रही है, आज डॉलर का भाव घटकर 66.85 रुपए तक आ गया है जो करीब 4 हफ्ते में सबसे अधिक भाव है, 12 दिन पहले डॉलर का भाव 68.47 रुपए के ऊपरी स्तर तक चला गया था, लेकिन अब डॉलर सस्ता हो रहा है और रुपए में मजबूती आने लगी है, रुपए में आई इस मजबूती का असर हम सबकी जेब पर पड़ सकता है।
ट्रोल-डीजल की मार्केट के जानकारों के मुताबिक हाल के दिनों में कच्चे तेल की कीमतों में जिस तरह से गिरावट आई है और रुपए में जो रिकवरी देखने को मिल रही है, उसे देखते हुए लग रहा है कि इस हफ्ते पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 3-5 प्रतिशत तक यानि 2-3 रुपए प्रति लीटर की कटौती हो सकती है
मंगलवार को शेयर बाजार में हुई जोरदार उठापटक का असर भारतीय करेंसी रुपए पर पड़ा है, जिस तरह से शेयर बाजार में जोरदार तेजी के बाद भारी गिरावट आई है उसी तरह रुपये में भी शानदार रिकवरी के बाद जबरदस्त बिकवाली देखने को मिली है। डॉलर का भाव 68 रुपए के पार हो गया है। प्रति डॉलर रुपया 60 पैसे घटकर 68.12 पर आ गया है जो 15 महीने में सबसे निचला स्तर है
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