ऐसा लगता है कि नोटबंदी के बाद या तो भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) यह नहीं जानता कि वह कितने नोटों की छपाई कर रहा था या फिर इस बात की जानकारी नहीं देना चाहता।
PMO ने कहा कि इस बारे में कोई सूचना नहीं है कि उच्च मूल्य के नोटों पर पाबंदी लगाने के निर्णय से पहले इस बारे में किन अधिकारियों के साथ विचार विमर्श किया गया
मध्यप्रदेश के शियोपुर जिले के किसानों ने SBI से रुपए निकाले थे। वह तब चौंक गए जब एक ने 2000 के नोट की छपाई को देखा। नोट पर गांधीजी की फोटो नहीं थी।
आप यह सुनकर अचरज में पड़ जाएंगे कि आयकर विभाग में अधिकारी व कर्मचारियों की संख्या कितनी है इसका ब्यौरा विभाग के पास ही नहीं है।
सरकार की नोटबंदी की घोषणा के 50 दिन बाद भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का मानना है कि इस अप्रत्याशित घोषणा के कारणों को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता।
सरकार ने VIP कोटे के तहत कन्फर्म होने वाले रेल टिकटों पर तत्काल कोटे का ऊंचा किराया वसूलने के प्रस्ताव को सोच-विचार के बाद निरस्त कर दिया है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को 500 रुपए के नए नोट को छापने पर 3.09 रुपए की लागत आ रही है। रिजर्व बैंक को पहले भी 500 रुपए का नोट इसी लागत पर मिल रहा था।
वित्त मंत्रालय ने भारतीयों के Black Money से जुड़ी 3 साल पहले जमा कराई गई रिपोर्ट साझा करने से इनकार कर दिया है।
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा एटीएम में आए जाली और नकली नोटों को पकड़ने (पहचान) की कोई व्यवस्था ही नहीं की गई है।
लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निजी जीवन से जुड़ी जानकारियों से संबंधित ऐसे सवाल पूछ रहे हैं, जिनका जवाब देना PMO के लिए मुश्किल पड़ रहा है।
एक रुपए के नोट को छापने की लागत 1.14 रुपए के करीब बैठती है, ज्यादा जानकारी के लिए पढ़े खबर इंडिया टीवी।
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