RSS ने अपने स्वयंसेवकों को अलगाववाद और देश विरोधी ताकतों के खिलाफ डटकर मुकाबला करने का संकल्प दिलाया है।
आरएसएस की तीन-दिवसीय वार्षिक आमसभा रविवार को हरियाणा के पानीपत में शुरू हुई, जिसमें संगठन ने ऐसे राजनीतिक नेताओं और प्रख्यात हस्तियों को श्रद्धांजलि दी, जिनका पिछले एक साल में निधन हुआ है।
मोदी विरोध में राहुल को यह नहीं भूलना चाहिए था कि ऐसे बयानों का फायदा भारत विरोधी ताकतें उठाएंगी। ऐसे बयान का इस्तेमाल वे भारत में लोगों की भावनाओं को भड़काने के लिए करेंगे।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने लंदन में कहा कि भारत में डेमोक्रेटिक कॉन्टेस्ट पूरी तरह से बदल गई है और इसकी वजह यह है कि आरएसएस नामक एक संगठन है।
आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने कहा, ब्रिटिश शासन से पहले हमारे देश की 70% आबादी शिक्षित थी और कोई बेरोजगारी नहीं थी, जबकि इंग्लैंड में सिर्फ 17% लोग शिक्षित थे।
राहुल गांधी ने 2024 का चुनाव जीतने के लिए फिर विदेशी मीडिया को हथियार बना लिया है। कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी हो या फिर लंदन उनकी जुबान पर नफरती बयानों के अलावा कुछ नहीं झलक रहा। देश में विपक्षी पार्टियों को तवज्जो ना देने वाले राहुल विदेश में बैठकर 2024 में विपक्ष के एजेंडे को बता रहे हैं।
मोहन भागवत ने कहा, हमारा धर्म विज्ञान के अनुसार चलता है और विज्ञान को इंसान के लिए लाभकारी होने के लिए उस धर्म की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हमारे पास परंपरागत रूप से जो है, उसके बारे में हर व्यक्ति के पास कम से कम मूलभूत जानकारी होनी चाहिए।
RSS के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने भागवत के बयान को पोस्ट करते हुए ट्वीट किया कि सच तो यह है कि मैं सभी प्राणियों में हूं, इसलिए नाम जो भी हो, लेकिन योग्यता एक है, सम्मान एक है, सभी का अपनापन है।
एसटी हसन ने कहा कि पूरी दुनिया में रहने वालों का DNA एक है। हमारे देश की विशेषता है अनेकता में एकता। यहां सब गंगा जमुना तहजीब से रहते हैं। डीएनए सबका एक है। उन्होंने दावा किया कि शूद्रों, दलितों और द्रविड़ों को छोड़कर भारत में हर कोई विदेशी है।
होसबोले ने कहा कि संघ केवल शाखा लगाएगा, लेकिन संघ के स्वयंसेवक सभी काम करेंगे। सभी के सामूहिक प्रयास से ही भारत विश्व गुरु बनकर विश्व का नेतृत्व करेगा। संघ सभी को मानता है, भारत के धर्म और संप्रदाय एक हैं।
RSS की कोशिश अब एक कदम और आगे बढ़ गई है और इसमें मुस्लिम उलेमा भी जुड़ गए हैं। इन्हीं कोशिशों के तहत नए साल में 14 जनवरी को आरएसएस नेताओं की मुस्लिम बुद्धिजीवियों और उलेमाओं के साथ तीन घंटे की लंबी मैराथन बैठक हुई।
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि चीन के लिए यह चोरी और साथी नागरिकों के लिए सीनाजोरी क्यों? अगर हम सच में युद्ध में हैं, तो क्या स्वयंसेवक सरकार 8 सालों से सो रही है?
दिग्विजय सिंह ने कहा कि ये सनातन धर्म को जानते ही नहीं हैं, ये तो कुर्सी के लिए सनातन धर्म को बेच रहे हैं। दिग्विजय ने कहा-' हिंदू राष्ट्र की बात संविधान में तो नहीं है'
सोमवार को अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान हरियाणा के कुरुक्षेत्र में राहुल गांधी ने कहा कि महाभारत के समय जो कौरव और पांडवों की लड़ाई थी। वहीं आज की लड़ाई हैं। पांडव जो थे वो तपस्या करते थे। पांडवों ने इस धरती पर कभी नफरत नहीं फैलाई, किसी गरीब व्यक्ति के खिलाफ अपराध नहीं किया।
कुरुक्षेत्र में राहुल गांधी ने कहा कि महाभारत के समय जो कौरव और पांडवों की लड़ाई थी। वहीं आज की लड़ाई हैं। पांडव जो थे वो तपस्या करते थे। पांडवों में इस धरती पर कभी नफरत नहीं फैलाई, किसी गरीब व्यक्ति के खिलाफ अपराध नहीं किया।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत ने गोवा में एक सभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने स्वयंसेवकों के बारे में कहा कि आरएसएस कभी भी प्रेशर ग्रुप बनाने के लिए स्वयंसेवक तैयार नहीं करता है। उन्होंने कहा कि संघ को दूर बैठकर नहीं समझा जा सकता है। उन्होंने लोगों से संगठन में शामिल होने का आह्वान किया
जयराम रमेश ने कहा कि 'भारत जोड़ो यात्रा' नागरिकों के बीच प्रेम और सद्भाव फैलाने के लिए है। उन्होंने कहा कि यात्रा ने कुछ हासिल किया है, लेकिन यह चुनावों को कैसे प्रभावित करेगा, इसकी भविष्यवाणी अभी नहीं की जा सकती है।
RSS मुख्यालय को उड़ाने की धमकी से हड़कंप मच गया। धमकी मिलने के बाद संघ के मुख्यालय की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
वे मुझपर आक्रमण करते हैं तो मुझे और मजबूती मिलती है। बीजेपी के हमलों से मुझे फायदा हुआ है। राहुल गांधी ने कहा कि नफरत और हिंसा के खिलाफ भारत जोड़ो यात्रा शुरू की गई है।
कन्याकुमारी से सात सितंबर को शुरू हुई यह यात्रा अब तक नौ राज्यों-तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा से गुजर चुकी है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में की जा रही पदयात्रा ने अब तक लगभग 2,800 किलोमीटर से अधिक दूरी तय की है।
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