नागपुर में आज RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि हिंदी स्वराज को ही हम हिंदू राष्ट्र कहते हैं। उन्होंने कहा कि आज भारत विश्व के सिरमौर देशों में आने लगा। सरसंघचालक ने कहा कि जो बाहर के लोग थे वो चले गए अब सब अपने बचे हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नए संसद भवन के उद्घाटन से दूर रखने और दिल्ली पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारी पहलवानों के साथ मारपीट करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की है और कहा है कि बीजेपी-आरएसएस का झूठ पर्दाफाश हो गया है।
कर्नाटक में चुनाव से पहले भी और चुनाव के बाद भी हिंदू संगठन कांग्रेस के निशाने पर रहे हैं। अब सरकार बनने के बाद भी कांग्रेस ने सख्त ही दिख रही है। कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे ने कहा है कि अगर RSS कुछ भी असंवैधानिक करता है तो सख्त एक्शन लेंगे।
इस पर्चे में 'भगवा लव ट्रैप' की बात कही गई है जिसके नाम पर बीते दिनों मेरठ और पटना में देखने को मिला कि मुस्लिम युवतियों को प्रताड़ित किया गया और उनके साथ घूम रहे हिंदू लड़के की पिटाई तक की गई।
प्रियांक खरगे ने कहा कि हमने कर्नाटक को स्वर्ग बनाने का वादा किया है। अगर शांति भंग होती है तो हम विचार भी नहीं करेंगे कि यह बजरंग दल है या आरएसएस है।
त्रावणकोर देवास्वम बोर्ड दरअसल केरल के 1 हजार 248 मंदिरों का प्रबंधन देखता है। प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर के सभी अनुष्ठान भी इसी बोर्ड के निर्देशन में होते हैं। अभी CPM के वरिष्ठ नेता के. अनंतगोपन इसके अध्यक्ष हैं इसलिए बोर्ड के फैसले पर सवाल उठ रहे हैं। आगे इस मुद्दे पर केरल में हंगामा मच सकता है।
RSS का सहयोगी संगठन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच, आरएसएस के केंद्रीय प्रतिनिधि इंद्रेश कुमार के नेतृत्व में 30 अप्रैल को शाम 4:00 बजे, सत्याग्रह हॉल दिल्ली में अन्तर्राष्ट्रीय ईद मिलन समारोह का आयोजन करने जा रहा है। इस अन्तर्राष्ट्रीय ईद मिलन के कार्यक्रम में सभी धर्म के लोगों को आमंत्रित किया गया है।
नेशनल कैंसर इंस्टिट्यूट के लोकार्पण के दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज की मूलभूत आवश्यकता है। समाज उसके बारे में शिक्षित हुआ है, इसीलिए सब लोग स्वास्थ्य, शिक्षा चाहते हैं, उसके लिए कुछ भी करने को तैयार हैं।
हमारी संस्कृति ऐसी नहीं है जो हमसे यह कहे कि क्या खाना चाहिए क्या नहीं खाना चाहिए। बता दें कि मोहन भागवत यहां मुदेती गांव में श्री भगवान याज्ञवलक्य वेदतत्वज्ञान योगाश्रम ट्रस्ट द्वारा आयोजित कार्यक्रम में वेद संस्कृत ज्ञान गौरव समारोह में भाग लेने आए थे।
मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में मोहन भागवत ने कहा कि हमें यह ध्यान रखना होगा कि हम पहले भारत के हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि विदेशी साजिशों से हमें लड़ना होगा।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि बीजेपी व संघ का प्रचार कि देश में मुसलमानों की आबादी बढ़ रही है, सरासर झूठ, गलत और अप्रमाणित है।
कहा गया है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को बदनाम करने के लिए अराजक तत्वों का एक असफल प्रयास है। सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों से संघ के लेटर हेड पर सरसंघचालक के नाम झूठा पत्र वायरल किया जा रहा है।
उन्होंने केशव बलिराम हेडगेवार को लेकर कहा कि उन्होंने कहा था कि एक घंटा रोजाना शाखा में आओ। उस समय लोगों ने यह सवाल उठाया था कि एक घंटे से क्या होगा। तत्व और व्यवहार को साथ लेकर चलना है।
इस दौरान उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आमतौर पर देश के बुद्धिजीवी लोग अपनी सेवा के लिए मिशनरियों का जिक्र करते हैं। हालांकि जब देश का दौरान हमने किया तो पाया का हिंदू आध्यात्मिक गुरुओं द्वारा मिशनरियों से बेहतर काम किया जा रहा है।
संघ प्रमुख मोहन भागवत राष्ट्रीय सेवा संगम का उद्घाटन करेंगे। इस संगम के दौरान ग्रामीण विकास, महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण, गौ सेवा जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी
संघ प्रमुख मोहन भागवत 7 अप्रैल को राष्ट्रीय सेवा संगम का उद्घाटन सुबह 10 बजे करेंगे। इस सम्मेलन में सामाजिक विकास क्षेत्र में कार्य कर रहे 1000 से अधिक संगठनों के लगभग 4000 से अधिक प्रतिनिधि शामिल होंगे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत शुक्रवार को भोपाल में अमर शहीद हेमू कलानी के जन्म शताब्दी वर्ष के समापन समारोह में हिस्सा लेने आए थे। जहां उन्होंने सिंधी समाज की महत्ता पर बोलते हुए कई बड़ी बातें कहीं।
वाल स्ट्रीट जर्नल में छपे एक लेख में कहा गया है कि बीजेपी दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण पार्टी है और पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा एक बार फिर 2024 का चुनाव जीतेगी। जानिए और क्या लिखा है?
समीर वानखेड़े का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें वह आरएसएस मुख्यालय में पूरा भ्रमण करने के बाद विजिटर डायरी में लिखते हुए दिख रहे है। इस दौरान उन्होंने आरएसएस के बड़े पदाधिकारियों से मुलाकात की और घंटों चर्चा भी की।
पानीपत में हुई संघ की इस बैठक को 2024 में होने वाले आगामी लोक सभा चुनाव के मद्देनजर काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा था। सर्वोच्च इकाई की इस अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित संघ से जुड़े 34 विभिन्न संगठनों के 1389 प्रतिनिधि शामिल हुए।
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