मध्य प्रदेश के सीहोर में एसडीएम ने एक बुजुर्ग से बदसलूकी की। जो उनके पीछे खड़ा था। बुजुर्ग को अपने पीछे खड़ा देख SDM साहब भड़क गए और बहुत ही बदतमीजी से बात करते हुए बोले कि, "इधर हट, मेरे पीछे खड़े होने का अधिकार तुझे किसने दिया।" घटना का वीडियो वायरल होते ही बुधनी SDM बहुत बुरा फंस गए हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि कुछ तत्व भारत का विकास नहीं चाहते लेकिन इनसे डरने की कोई जरूरत नहीं है। आइए जानते हैं कि मोहन भागवत ने किसपर निशाना साधा है।
राहुल गांधी ने कहा कि आरएसएस का मानना है कि भारत एक विचार है और हमारा मानना है कि भारत विचारों की बहुलता है। हमारा मानना है कि इसमें सभी को शामिल होने की अनुमति दी जानी चाहिए।
अखिलेश यादव हों, तेजस्वी यादव हों या राहुल गांधी, सारे नेता यही तर्क देते हैं कि जाति जनगणना इसलिए जरूरी है ताकि सभी जातियों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति का पता लगा सके, उसके आधार पर फैसले हो सकें। लेकिन जब वही बात RSS ने कही तो ये बात आरक्षण विरोधी हो गई।
केरल में आयोजित तीन दिवसीय समन्वय बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब संघ बीजेपी से जुड़े जेपी नड्डा के बयान का जिक्र किया गया तो सुनील आंबेकर ने कहा कि यह परिवार का मामला है, हमने सुलझा लिया है।
जाति जनगणना के समर्थन में उतरा संघ..RSS ने कहा कि लोगों के कल्याण के लिए हो जाति जनगणना
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आम्बेकर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि देश की एकता और अखंडता के लिए इसे बेहद गंभीरता से लिया जाना चाहिए।
क्या मोदी ने संघ से सबसे बेहतर तालमेल बैठाया है? क्या BJP के लिए संघ का मार्गदर्शन जरुरी है? चुनाव से पहले संघ के पास क्यों पहुंची बीजेपी? क्या बीजेपी की जीत की चाबी RSS के ही पास है? लोकसभा चुनाव में संघ की उपेक्षा...अब होगी समीक्षा?
संघ की तीन दिन होने वाली बैठक 31 अगस्त से शुरू होकर 2 सितंबर तक चलेगी। इसमें संघ के गई संगठन भाग लेंगे। राष्ट्र सेविका समिति की बैठक में महिलाओं के सशक्तिकरण, महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के विषय पर भी चर्चा की जाएगी।
उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में संघ की भूमिका काफी महत्वपूर्ण रहेगी। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और उसके सहयोगी संगठन के कार्यकर्ता गांव-गांव जाएंगे। वे घर घर जाकर मतदाताओं से बात करेंगे।
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार एक के बाद एक कई बड़े फैसले कर रही है। इसी क्रम में बुधवार को सीएम योगी के आवास पर बड़ी बैठक हो रही है। इस बैठक में सरकार, संगठन और संघ तीनों के नेताओं की मौजूदगी है।
कई मौकों पर पीएम मोदी इस बात को दोहरा चुके हैं कि 21वीं सदी भारत की सदी होगी, जो आज सच साबित होती दिखाई दे रही है। उन्होंने तीसरी बार शपथ लेते हुए कहा था कि मैं तीन गुना तेजी से काम करूंगा। इसके साथ ही उन्होंने मोदी 3.0 में भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनाने का लक्ष्य तय किया
RSS की अखिल भारतीय समन्वय बैठक इस साल केरल के पलक्कड़ में होने जा रही है। पिछले वर्ष यह बैठक सितंबर 2023 में पुणे में संपन्न हुई थी।
नागपुर स्थित संघ मुख्यालय पर आज तिरंगा फहराया गया। मोहन भागवत ने इस मौके पर बांग्लादेश तख्तापलट का जिक्र करते हुए कहा कि वहां पर रहने वाले हिंदुओं को बिना कारण ही गर्मी झेलनी पड़ रही है।
राजनाथ सिंह के घर पर करीब 5 घंटे चली बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा शामिल हुए। संघ (RSS) की ओर से इस बैठक में दत्तात्रेय होसबले और अरुण कुमार शामिल हुए।
बांग्लादेश में हो रहे हिंदू परिवारों पर हमले को लेकर RSS के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य भैयाजी जोशी ने कहा है कि सरकार से निवेदन किया है और वह कुछ उचित कदम उठाएगी।
एक कार्यक्रम में RSS प्रमुख मोहन भागवत से पूछा गया कि वह अब तक प्रधानमंत्री या किसी अन्य पद पर क्यों नहीं बैठे? अब मोहन भागवत का जवाब काफी वायरल हो रहा है।
लखनऊ के चिनहट से एक बड़ी खबर सामने आई है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा पर हमला हुआ है और आरोप साकिब और 8-10 अन्य अज्ञात युवकों पर लगा है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
केंद्र सरकार ने आदेश जारी किया है कि सरकारी कर्मचारी RSS की गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं। बता दें कि इससे पहले RSS की गतिविधियों में शामिल होने पर कर्मचारियों को कड़ी सजा देने तक का प्रावधान था।
मोहन भागवत ने कहा, ‘‘पिछले दो हजार वर्षों में विभिन्न प्रयोग किए गए, लेकिन वे भारत की पारंपरिक जीवन शैली में निहित खुशी और शांति प्रदान करने में विफल रहे। कोरोना के बाद दुनिया को पता चला कि भारत के पास शांति और खुशहाली का रास्ता है।’’
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