विजयदशमी के मौके पर 15 अक्टूबर को होने वाला RSS का शस्त्र पूजन कोरोना स्थिति को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन मोड में किया जाएगा।
अप्रैल 1980 में हरियाणा के मुख्य सचिव के कार्यालय के तत्कालीन सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी निर्देशों ने राज्य सरकार के कर्मचारियों को RSS की गतिविधियों से किसी भी तरह के जुड़ाव से रोक दिया था।
कतील ने कहा कि अच्छा होगा कि कुमारस्वामी किसी शाखा में आएं और संघ की गतिविधियों के बारे में जानें।
RSS प्रमुख मोहन भागवत ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 के हटाए जाने को लेकर आज एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने अपने बयान में कहा कि लोगों को बदलाव साफ़ नज़र आ रहा है।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह का दिल अचानक से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के लिए पिघल गया है। सार्वजनिक मंच से दिग्विजय सिंह ने संघ और अमित शाह की तारीफ की है।
पांचजन्य ने 'ईस्ट इंडिया कंपनी 2.0' के नाम से अपने लेख लिखा, "भारत पर 18वीं शताब्दी में कब्जा करने के लिए ईस्ट इंडिया कंपनी ने जो कुछ किया, वही आज अमेजन की गतिविधियों में दिखाई देता है।"
कर्नाटक में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने कहा है कि बोम्मई सहित पूरी सरकार आरएसएस की कठपुतली की तरह व्यवहार कर रही है और उनके आदेश पर काम कर रही हैं।
संघ प्रमुख मोहन भागवत 1 अक्टूबर से 3 अक्टूबर के बीच जम्मू-कश्मीर में रहेंगे। सूत्रों ने बताया कि इस दौरान वो 'प्रबुद्ध वर्ग' के सदस्यों से बातचीत करेंगे।
कांग्रेस नेता के मुताबिक, बीजेपी और आरएसएस के लोगों ने पूरे देश में डर फैलाया है, किसान डरे हुए हैं, महिलाएं डरी हुई हैं। उन्होंने कहा कि आरएसएस महिला शक्ति को दबाता है, लेकिन कांग्रेस का संगठन महिला शक्ति को समान मंच देता है।
इस मुद्दे पर विवाद के बाद विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने गुरुवार को मॉनसून सत्र के आखिरी दिन 7 विधायकों की एक सर्वदलीय समिति बनाई थी।
कटरा में माता वैष्णो देवी मंदिर में पूजा-अर्चना करने के एक दिन बाद राहुल गांधी ने उपस्थित कार्यकर्ताओं के समक्ष ‘जय माता दी’ के नारे लगाकर उन्हें प्रोत्साहित किया।
दिग्विजय सिंह ने संघ प्रमुख से सवाल पूछा कि अगर हिंदुओं और मुसलमानों का डीएनए एक है, तो सांप्रदायिक नफरत क्यों फैलाई जाती है और लव जिहाद जैसे मुद्दों की क्या जरूरत है?
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने सोमवार को कहा कि हिंदुओं और मुसलमानों के पुरखे एक ही थे और हर भारतीय ‘हिंदू’ है। पुणे में ग्लोबल स्ट्रेटेजिक पॉलिसी फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि ‘समझदार’ मुस्लिम नेताओं को कट्टरपंथियों के विरुद्ध दृढ़ता से खड़ा हो जाना चाहिए।
RSS प्रमुख मोहन भागवत हाल ही में मुस्लिम बुद्धिजीवियों के कार्यक्रम में शरीक हुए। वहां उन्होंने अपने बयान में कहा कि देश में मुस्लिमों डरने की ज़रुरत नहीं है।
बीजेपी शासित उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव पर VHP के रुख को लेकर पूछ गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि VHP राजनीतिक दल नहीं है।
देश के मुसलमानों को संघ प्रमुख क्या संदेश देना चाहते हैं? देश का मुसलमान संघ और बीजेपी के बारे में क्या सोचता है? इन तमाम मुद्दों पर India Tv पर देखिए बड़ी बहस 'kurukshetra'।
'सामना' के संपादकीय में उनकी टिप्पणी का उल्लेख करते हुए कहा गया है, "भले ही जावेद अख्तर एक धर्मनिरपेक्ष व्यक्ति हैं और कट्टरता के खिलाफ बोलते हैं, लेकिन उनका आरएसएस की तुलना तालिबान से करना पूरी तरह से गलत है।"
RSS चीफ मोहन भागवत आज मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक करने जा रहे हैं। मुंबई में होने वाली इस बैठक में चुने हुए मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ मौजूदा हालात को लेकर चर्चा हो सकती है।
संघ की तालिबान से हुई तुलना के मामले में RSS गंभीर है। सोमवार को RSS प्रमुख मोहन भागवत मुस्लिम बुद्धिजीवियों से बातचीत करने वाले हैं।
जगदानंद ने कहा कि तालिबान को धार्मिक उन्माद फैलाने के लिए जाना जाता है और भारत में RSS भी यही काम कर रहा है।
संपादक की पसंद