वैदिक मंत्रोच्चार के बीच धारवाड़ में सत्र आरंभ हुआ। इस वार्षिक कार्यक्रम में सरसंघ चालक मोहन भागवत और सर कार्यवाह दत्तात्रय होसबाले समेत देश भर से 350 से अधिक लोग शामिल हो रहे हैं।
दत्तात्रेय होसाबले ने आगे कहा कि आरएसएस में हमने अपने प्रशिक्षण शिविरों में भी कभी यह नहीं कहा कि हम दक्षिणपंथी (राइटिस्ट) हैं, हमारे कई विचार ऐसे हैं जो करीब-करीब वामपंथ के विचार होते हैं और कुछ निश्चित रूप से तथाकथित दक्षिणपंथी विचार हैं।
भागवत ने सरकार द्वारा संचालित माता वैष्णो देवी मंदिर जैसे मंदिरों का उदाहरण देते हुए कहा कि इसे बहुत कुशलता से चलाया जा रहा है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने देश की ‘‘तेजी से बढ़ती जनसंख्या’’ पर चिंता व्यक्त की और संसाधनों की उपलब्धता के साथ आगामी 50 साल को ध्यान में रखकर राष्ट्रीय जनसंख्या नीति की समीक्षा करने और उसका पुन: सूत्रीकरण करने का शुक्रवार को आह्वान किया।
आज पूरे देश में विजयदशमी का पर्व मनाया जा रहा है और आज के दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) अपना 96वां स्थापना दिवस मना रहा है। नागपुर के संघ मुख्यालय में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने पूरे विधि विधान के साथ शस्त्र पूजा की। नागपुर के रेशमबाग मैदान में विजयादशमी रैली को संबोधित करते हुए भागवत ने अपने संबोधन में कई बातों का जिक्र किया। उन्होंने टारगेट किलिंग, जनसंख्या नीति से लेकर तालिबान, चीन, पाकिस्तान, घुसपैठ, और आर्टिकल 370 तक बात की। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में डर का माहौल बनाने के लिए आतंकवादी लोगों को चुन-चुनकर निशाना बना रहे हैं।
विजयादशमी रैली को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने अपने संबोधन में कई बातों का जिक्र किया। उन्होंने टारगेट किलिंग, जनसंख्या नीति से लेकर तालिबान, चीन, पाकिस्तान, घुसपैठ, और आर्टिकल 370 तक बात की।
RSS प्रमुख मोहन भागवत ने विजयादशमी पर अपने संबोधन में कहा कि देश की आजादी के लिए समाज के सभी वर्ग के लोगों ने त्याग और बलिदान दिया।
विजयदशमी के मौके पर 15 अक्टूबर को होने वाला RSS का शस्त्र पूजन कोरोना स्थिति को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन मोड में किया जाएगा।
अप्रैल 1980 में हरियाणा के मुख्य सचिव के कार्यालय के तत्कालीन सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी निर्देशों ने राज्य सरकार के कर्मचारियों को RSS की गतिविधियों से किसी भी तरह के जुड़ाव से रोक दिया था।
कतील ने कहा कि अच्छा होगा कि कुमारस्वामी किसी शाखा में आएं और संघ की गतिविधियों के बारे में जानें।
RSS प्रमुख मोहन भागवत ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 के हटाए जाने को लेकर आज एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने अपने बयान में कहा कि लोगों को बदलाव साफ़ नज़र आ रहा है।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह का दिल अचानक से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के लिए पिघल गया है। सार्वजनिक मंच से दिग्विजय सिंह ने संघ और अमित शाह की तारीफ की है।
पांचजन्य ने 'ईस्ट इंडिया कंपनी 2.0' के नाम से अपने लेख लिखा, "भारत पर 18वीं शताब्दी में कब्जा करने के लिए ईस्ट इंडिया कंपनी ने जो कुछ किया, वही आज अमेजन की गतिविधियों में दिखाई देता है।"
कर्नाटक में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने कहा है कि बोम्मई सहित पूरी सरकार आरएसएस की कठपुतली की तरह व्यवहार कर रही है और उनके आदेश पर काम कर रही हैं।
संघ प्रमुख मोहन भागवत 1 अक्टूबर से 3 अक्टूबर के बीच जम्मू-कश्मीर में रहेंगे। सूत्रों ने बताया कि इस दौरान वो 'प्रबुद्ध वर्ग' के सदस्यों से बातचीत करेंगे।
कांग्रेस नेता के मुताबिक, बीजेपी और आरएसएस के लोगों ने पूरे देश में डर फैलाया है, किसान डरे हुए हैं, महिलाएं डरी हुई हैं। उन्होंने कहा कि आरएसएस महिला शक्ति को दबाता है, लेकिन कांग्रेस का संगठन महिला शक्ति को समान मंच देता है।
इस मुद्दे पर विवाद के बाद विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने गुरुवार को मॉनसून सत्र के आखिरी दिन 7 विधायकों की एक सर्वदलीय समिति बनाई थी।
कटरा में माता वैष्णो देवी मंदिर में पूजा-अर्चना करने के एक दिन बाद राहुल गांधी ने उपस्थित कार्यकर्ताओं के समक्ष ‘जय माता दी’ के नारे लगाकर उन्हें प्रोत्साहित किया।
दिग्विजय सिंह ने संघ प्रमुख से सवाल पूछा कि अगर हिंदुओं और मुसलमानों का डीएनए एक है, तो सांप्रदायिक नफरत क्यों फैलाई जाती है और लव जिहाद जैसे मुद्दों की क्या जरूरत है?
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने सोमवार को कहा कि हिंदुओं और मुसलमानों के पुरखे एक ही थे और हर भारतीय ‘हिंदू’ है। पुणे में ग्लोबल स्ट्रेटेजिक पॉलिसी फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि ‘समझदार’ मुस्लिम नेताओं को कट्टरपंथियों के विरुद्ध दृढ़ता से खड़ा हो जाना चाहिए।
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