संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् का एक प्रतिनिधिमंडल 7,00,000 रोहिंग्या मुसलमानों की दुर्दशा का प्रत्यक्ष मंजर देखने के लिए बांग्लादेश पहुंचा है। सेना की हिंसा से बचने के लिए म्यांमार से भागे यह मुस्लिम घर वापसी के लिए संयुक्त राष्ट्र से संरक्षण चाहते हैं।
इसे एक चमत्कार ही कहा जाएगा कि इतने दिनों तक सागर में फंसे यह लोग आज सही सलामत हैं...
बांग्लादेश ने आज म्यांमार के इस दावे को खारिज किया है कि बौद्ध बहुल राष्ट्र ने रोहिंग्या समुदाय के कुछ लोगों को वापस लेना शुरू कर दिया है। म्यांमार के करीब 700,000 रोहिंग्या सेना नीत हिंसा से बचने के लिए पड़ोसी मुल्क भाग गए थे।
म्यांमार सरकार ने कहा कि उसने बांग्लादेश पलायन कर गए लगभग सात लाख शरणार्थियों में से पहले परिवार की देश वापसी कराई है। रखाइन प्रांत में पिछले साल अगस्त में म्यांमार की सेना के बर्बर अभियान के चलते रोहिंग्या मुसलमानों ने बांग्लादेश में शरण ली थी।
म्यांमार के अधिकारियों ने दर्जनों बांग्लादेशी बौद्ध आदिवासी परिवारों को सीमा पार कर रोहिंग्या मुसलमानों की जमीन पर आकर बस जाने का प्रलोभन दिया है।
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख रोहिंग्या शरणार्थियों को किसी और जगह रखने की आवश्यकता पर पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे...
संयुक्त राष्ट्र (UN) एजेंसियों और गैर सरकारी संस्थाओं (NGO) ने रोहिंग्या मानवीय संकट के लिए 2018 संयुक्त रिस्पॉन्स प्लान जारी किया...
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार विशेषज्ञों ने म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ द्वेषपूर्ण भाषण फैलाने में भूमिका निभाने के लिए फेसबुक को जिम्मेदार ठहराया है...
Shia Waqf board Chairman Wasim Rizvi lodge complaint against AIMPLB member Sajjad Nomani
बांग्लादेश के एक वरिष्ठ मंत्री ने आरोप लगाया है कित करीबन 7,50,000 रोहिंग्या शरणार्थियों को स्वदेश वापस भेजने के प्रयासों को म्यांमार बाधित कर रहा है।
तीन नोबेल शांति पुरस्कार विजेताओं ने म्यामांर की नेता आंग सान सू की और देश की सेना पर हिंसा में उनकी कथित भूमिका को लेकर नरसंहार का आरोप लगाया है।
"हालात इतने बदतर है कि ये पानी और स्वच्छता जैसी मूलभूत सेवाओं से वंचित हैं, लेकिन हमें चिंता है मानसून सीजन को लेकर। बारिश का मौसम इनके लिए बड़ा संकट बन सकता है।"
उनके सिर पर प्लास्टिक की चादरों की छत है, भोजन सहायता मुहैया करवाने वाली एजेंसियों के पास से आता है, रोजगार न के बराबर है और करने के लिए कुछ नहीं है। दु:स्वप्न तो बहुत हैं लेकिन...
बांग्लादेश के दौरे पर आए म्यांमार के एक मंत्री ने देश के राष्ट्रपति से कहा है कि उनका देश रोहिंग्या मुसलमानों को वापस लेने को तैयार है...
म्यांमार ने बांग्लादेश को अपने उन नागरिकों की सूची सौंपी है जो बांग्लादेश में बतौर शरणार्थी हैं और दोनों देशों के बीच समझौते के तहत स्वदेश लौटेंगे।
संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार प्रमुख ने कहा है कि रोहिंग्या मुस्लिम अल्पसंख्यकों पर म्यांमार का उत्पीड़न क्षेत्रीय संघर्ष को भड़काने में समर्थ है।
म्यांमार की एक अदालत ने गोपनीयता अधिनियम के तहत आरोपित रायटर्स के 2 पत्रकारों को गुरुवार को जमानत देने से इनकार कर दिया...
म्यांमार में मानवाधिकार विषयक संयुक्त राष्ट्र की विशेष दूत ने गुरुवार को कहा कि रोहिंग्या मुसलमानों के विरुद्ध सेना के हिंसक अभियान में ‘जातिसंहार’ की झलक मिलती है...
बांग्लादेश और म्यांमार के बीच रोहिंग्या शरणार्थियों की वतन वापसी पर भले ही समझौता हो गया हो, लेकिन...
म्यांमार के हिंसा प्रभावित रखाइन प्रांत में सांप्रदायिक तनाव को कम करने के वास्ते आग सान सू ची ओर से गठित पैनल में शामिल अमेरिकी राजनयिक बिल रिचर्डसन ने आज आपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
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