संयुक्त राष्ट्र के जांचकर्ताओं ने मंगलवार को कहा कि म्यामां की सेना को देश की राजनीति से बाहर कर दिया जाना चाहिए। जांचकर्ताओं ने अपनी अंतिम जांच रिपोर्ट जारी करते हुए रोहिंग्या मुसलमानों के नरसंहार मामले में सेना के शीर्ष जनरलों
म्यांमार की नेता आंग सान सू की ने रोहिंग्या मुसलमानों के बारे में एक बेहद ही महत्वपूर्ण बयान दिया है।
आज रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर बीएसएफ के डीजी केके शर्मा ने बड़ा बयान दिया। केके शर्मा ने कहा कि रोहिंग्या मुसलमानों को पश्चिम बंगाल की सरकार सपोर्ट कर रही है इसीलिए ज्यादातर रोहिंग्या मुसलमान पश्चिम बंगाल में जाकर बस रहे हैं।
इस रिपोर्ट में म्यांमार सेना के कृत्यों की संयुक्त राष्ट्र द्वारा कड़े शब्दों में निंदा की गई है।
बांग्लादेश में शरणार्थी शिविरों में रोहिंग्या कार्यकर्ताओं ने आज के दिन को ‘‘काला दिवस’’ घोषित किया। साथ ही यहां दुआओं, भाषणों और गीतों का दौर भी चला।
दुनियाभर में मानवाधिकारों पर नजर रखने वाली संस्था ह्यूमन राइट्स वाच ने बांग्लादेश से रोहिंग्याओं के जीवन-स्तर में सुधार करने की अपील की है।
लोकसभा में उठा रोहिंग्या मुसलामानों का मुद्दा
म्यामां से भागकर पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में शरण लेने वाले रोहिंग्या समुदाय के लोगों के पास अब सचमुच भागने के लिए जमीन भी नहीं बची है। मानसूनी बारिश के इन महीनों में उनके पास सिर छुपाने की जगह नहीं बची है।
पिछले साल अगस्त में सीमा पार करके करीब सात लाख रोहिंग्या बांग्लादेश आ गए थे। म्यांमा में बहुत सारे लोग उनसे घृणा करते हैं और उनकी नागरिकता छीन ली गई है और उन्हें अवैध प्रवासी करार दिया गया , जबकि उनका कहना है कि राखाइन उनकी जन्म भूमि है।
अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवी संस्था एमनेस्टी इंटरनेशनल ने म्यांमार के सैन्य प्रमुख और अन्य शीर्ष अधिकारियों पर रोहिंग्या मुस्लिमों के खिलाफ ‘‘ सुनियोजित ’’ हमले को लेकर मानवता के खिलाफ अपराध करने का आरोप लगाया है।
म्यांमार और संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने आज एक समझौते पर हस्ताक्षर किये जो कि म्यांमार में सुरक्षा बलों के अत्याचार के चलते देश छोड़कर चले गए 700,000 रोहिंग्या मुस्लिमों की वापसी में सहायक हो सकता है।
कॉक्स बाजार जिले में घर-बार विहीन लाखों मुस्लिम रोहिंग्या ने शरण ले रखी है लेकिन हाल के दिनों में आने वाले शरणार्थियों ने बांस-बल्लियों और प्लास्टिक के सहारे पहाड़़ी के पास अपना तंबू गाड़ा है और सबसे ज्यादा तकलीफ उन्हें ही है...
म्यांमार में रोहिंग्या उग्रवादियों द्वारा हिंदुओं के कत्लेआम पर अमेरिका ने गहरी चिंता जताते हुए एक बड़ा बयान दिया है...
बांग्लादेश में रोहिंग्या मुसलमानों के कैम्प के दौरे के बाद से प्रियंका चोपड़ा कई लोगों के निशाने पर है। सोशल मीडिया पर तो प्रियंका तभी से ट्रोल होने लगीं थी जब उन्होंने वहां की तस्वीरें ट्विटर और इस्टांग्राम पर डाली लेकिन अब बीजेपी के राज्यसभा सांसद विनय कटियार भी प्रियंका के खिलाफ मैदान में उतर आए हैं।
रोहिंग्या शिविरों का दौरा करने पर बीजेपी नेता विनय कटियार का प्रियंका चोपड़ा पर हमला
UNICEF की सद्भावना दूत प्रियंका चोपड़ा ने सोशल मीडिया पर रोहिंग्या शरणार्थी शिविरों के अपने दौरे के अनुभव साझा किए...
मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि म्यामां के रखाइन प्रांत में बीते साल हुई हिंसा के दौरान रोहिंग्या विद्रोहियों ने गांव में रहने वाले हिंदुओं का कत्लेआम किया था।
हॉलीवुड एवं बॉलीवुड में अपना लोहा मनवा चुकीं मशहूर ऐक्ट्रेस और यूनिसेफ की वैश्विक सद्भावना दूत प्रियंका चोपड़ा रोहिंग्या शरणार्थी शिविरों के दौरे पर हैं...
दर-बदर भटक रहे रोहिंग्या मुसलमानों के लिए म्यांमार की सेना का नया फरमान नई मुसीबत ला सकता है...
दो रोहिंग्या शरणार्थियों मोहम्मद सलीमुल्ला और मोहम्मद शाकिर ने 40,000 से अधिक इन शरणार्थियों को वापस भेजने के केन्द्र सरकार के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे रखी है...
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