म्यांमार के राखिन प्रांत में जारी हिंसा के कारण कम से कम 123,000 रोहिंग्या लोग सीमा पार कर बांग्लादेश पहुंच गए हैं...
म्यांमार में हिंसा के कारण रोहिंग्या मुसलमानों के साथ हिंदू लोग भी बांग्लादेश में शरण के लिए पहुंच रहे हैं...
अंतरराष्ट्रीय आलोचनाओं से आंग सान सू की के घिरते जाने के बीच संयुक्त राष्ट्र ने सोमवार को कहा कि म्यांमार में 25 अगस्त से हिंसा फैलने के बाद से वहां से कुल 87,000 रोहिंग्या शरणार्थी बांग्लादेश पहुंचे हैं...
म्यांमार में जारी हिंसा के बीच करीब 58,600 रोहिंग्या नागरिक म्यांमार छोड़कर पड़ोसी देश बांग्लादेश भाग गए हैं...
पश्चिम म्यांमार में हिस्सा के चलते पिछले 24 घंटे में हजारों रोहिंग्या मुसलमान नाव के जरिए या पैदल भागकर बांग्लादेश पहुंचे हैं...
बड़ी संख्या में रोहिंग्या मुसलमान आज भी जर्जर कैंपो में रह रहे हैं। रोहिंग्या मुसलमानों को व्यापक पैमाने पर भेदभाव और दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ता है। लाखों की संख्या में बिना दस्तावेज़ वाले रोहिंग्या बांग्लादेश में रह रहे हैं। इन्होंने दशकों पहले
म्यांमार में पुलिस नाकों और सैन्य अड्डे पर 24 अगस्त को हमले के बाद सेना ने रोहिंग्या विद्रोहियों और उनके अड्डों को खत्म करने के लिए अभियान छेड़ रखा है। इस ख़ूनी टकराव में अब तक लगभग 400 लोगों की मौत हो चुकी है।
म्यांमार में हिंसा के बाद जान बचा कर भाग रहे रोहिंग्या समुदाय के लोगों की नाव पलट जाने से उसमे सवार 16 लोगों की मौत हो गई।
म्यांमार में हुई हालिया हिंसा के दौरान 80 उग्रवादियों समेत 100 से ज्यादा लोगों की मौत होने के बाद सरकार और रोहिंग्या उग्रवादियों ने एक-दूसरे के ऊपर दोष मढ़ा है।
पश्चिमी म्यांमार में रोहिंग्या उग्रवादियों के एक हमले में 12 सुरक्षाकर्मियों और 77 रोहिंग्या मुस्लिमों के मारे जाने के बाद अमेरिका ने अधिकारियों से अपील की है कि...
म्यांमार के राखिन प्रांत में सुदूरवर्ती सीमा चौकियों पर कथित रोहिंग्या उग्रवादियों के हमले में म्यांमार सुरक्षा बलों के 11 कर्मियों समेत कम से कम 32 लोगों की मौत हो गई।
एक वैश्विक मानवाधिकार समूह ने कहा है कि भारत को अपने अंतर्राष्ट्रीय वैधानिक दायित्वों का पालन करना चाहिए और...
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