श्रीलंका की नौसेना ने उत्तरीपूर्वी तट पर फंसे 100 से ज्यादा रोहिंग्याओं की जिंदगी बचाने में सफलता पाई है। यह सभी लोग एक नौका में समुद्र तट पर फंस गए थे। मगर श्रीलंकाई नौसेना ने तत्परता दिखाते हुए 25 बच्चों समेत 102 लोगों की जान बचाई।
दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में बड़ी संख्या में अवैध प्रवासी रह रहे हैं। आम आदमी पार्टी (AAP) और भारती (BJP) इसको लेकर एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने इस मामले में कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि मुंबई में बांग्लादेश और म्यांमार से अवैध प्रवासियों (ज़्यादातर मुस्लिम) की संख्या बढ़ रही है। कुछ राजनीतिक दल वोट बैंक की राजनीति के लिए उनका इस्तेमाल कर रहे हैं। रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि किस तरह बिना दस्तावेज वाले अवैध अप्रवासी फेक वोटर आईडी हासिल कर रहे हैं।
म्यांमार में रोहिंग्याओं पर ड्रोन अटैक की खबर है। बताया जाता है कि इस हमले में दर्जनों रोहिंग्या मारे गए हैं। मरने वालों में कई परिवार और बच्चे शामिल हैं।
पुलिस ने विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर एक शख्स के घर पर छापा मारा और मानव तस्करी के एक बडे़ रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए वहां से 4 नाबालिग रोहिंग्या लड़कियों को बचा लिया।
म्यांमार के रखाइन हिंसा में रोहिंग्याओं के सिर कलम किए जाने का मामला सामने आने से यूएन भी हैरान है। संयुक्त राष्ट्र ने रखाइन हिंसा की कड़ी निंदा की है। साथ ही म्यांमार की सेना को इसके लिए सख्त चेतावनी भी दी है।
NIA को पता चला था कि अवैध प्रवासियों को दलालों-बिचौलियों द्वारा भारत में प्रवेश करने में मदद की गई थी, जो घुसपैठ में प्रमुख भूमिका निभा रहे थे। यह भी पता चला कि बिचौलिये न केवल भारत-बांग्लादेश सीमा के दोनों ओर बल्कि मुख्य भूमि पर भी मौजूद हैं।
जम्मू एवं कश्मीर में अवैध रूप से रह रहे विदेशियों की पहचान के लिए सरकार ने एक बड़ा कदम उठाते हुए एक पैनल का गठन किया है, जिसमें कई शीर्ष अधिकारी शामिल हैं।
नूंह हिंसा को लेकर पुलिस जिले में काम करने वाले बाहरी लोगों की आईडी कंफर्म करने में जुटी हुई है। पुलिस को शक है कि हिंसा में बाहरी लोग भी शामिल हुए थे।
म्यांमार में सेना और नागरिक बलों के बीच लंबे समय से जारी संघर्ष के चलते 700 से ज्यादा लोगों ने सीमा पार कर मणिपुर में अवैध रूप से प्रवेश किया है।
उत्तर प्रदेश के आतंकवाद रोधी दस्ता (एटीएस) ने सोमवार को राज्यव्यापी अभियान चलाकर प्रदेश में अवैध रूप से रह रहे 74 रोहिंग्या लोगों को गिरफ्तार किया है।
त्रिपुरा पुलिस ने इस सभी घुसपैठियों को बांग्लादेश से त्रिपुरा में घुसने में मदद करने वाले 3 दलालों के साथ 3 गाड़ियों के ड्राइवरों को भी गिरफ्तार किया है।
रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार को नसीहद दी है। उन्होंने कहा कि रोहिंग्या मुसलमानों ने देश में करोडों की सख्या में घुसपैठ की है। इसके साथ ही बीजेपी ने भी बघेल सरकार को घेरा है।
यूपी में आज से अवैध तरीके से रह रहे बांग्लादेशियों को रोहिंग्याओं के खिलाफ सर्वे की कार्रवाई शुरू की गई है..लखनऊ के बस्तियों में ये सर्वे शुरु हुआ है.. और अवैध तरीके से रह रहे रोहिंग्याओं की पहचान करने के लिए सर्वे चलाया जा रहा है.. लखनऊ के शुरू ये अभियान पूरे प्रदेश में भी चलाया जाएगा.. सरकार इस सर
गुवाहाटी से रोहिंग्या को ट्रेन से पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना, कर्नाटक, दिल्ली, यूपी, पंजाब और जम्मू-कश्मीर आदि राज्यो में ले जाया जाता था। भारतीय नागरिक बनवाने के लिए इनके फर्जी दस्तावेज बनवाए जाते थे।
दमकल विभाग के अधिकारी एमदादुल हक ने बताया कि कॉक्स बाजार में बालुखाली शिविर में लगी आग में फिलहाल किसी के हताहत होने की खबर नहीं मिली है। रोहिंग्या शरणार्थी, स्वयंसेवी एजेंसी और इसके सहयोगियों के साथ मिलकर आग बुझा रहे हैं, लेकिन इसने इससे आगे की जानकारी नहीं दी।
रेलवे सुरक्षा बल(RPF) के तलाशी अभियान के दौरान बांग्लादेश के कम से कम नौ संदिग्ध रोहिंग्या को हिरासत में लिया गया। वे फर्जी पहचान पत्रों के साथ अवैध रूप से भारत में दाखिल होने की कोशिश कर रहे थे।
Rohingya Crisis in Bangladesh: बांग्लादेश रोहिंग्या मुसलमानों का बोझ उठाते-उठाते परेशान हो चुका है। वो इन लोगों को इनके देश वापस भेजना चाहता है।
Sheikh Hasina: रोहिंग्या मुसलमान बांग्लदेश के लिए बोझ बन गए हैं। हसीना ने कहा कि उन्हें ये उम्मीद है कि पीएम नरेंद्र मोदी इस मामले में खास भूमिका निभा सकते हैं। शेख हसीना सोमवार से 4 दिन के दौरे पर भारत आ रही हैं।
Bangladesh Rohingya Refugee Camps: बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने भाषण में कई बार पुलिस रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा है कि कुछ रोहिंग्या शरणार्थी आपराधिक गतिविधियों का नेतृत्व कर रहे हैं और वे शिविर कट्टरपंथी समूहों के लिए गढ़ बन रहे हैं।
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