दीवार में फंसे रॉकेट की डरावनी तस्वीर को यूक्रेन सरकार के सलाहकार एंटन गेराशचेंको ने ट्विटर पर शेयर किया था। जिसके बाद लोगों के कुछ इस तरह के आए रिएक्शन्स।
NASA Moon Mission: अभी तक आपने मानवों के चांद पर उतरने का इतिहास ही पढ़ा रहा होगा, लेकिन क्या आप कभी चांद का चक्कर लगाने की परिकल्पना भी कर सकते हैं। शायद यह परिकल्पना बेहद रोमांचक है, लेकिन नामुमकिन सी लगती है। मगर मानव न ही सही, नासा के वैज्ञानिकों के कमाल से एक अंतरिक्ष यान चांद का चक्कर लगा आया है।
First Private Rocket Vikram-S Launched from Sriharikota:अंतरिक्ष के क्षेत्र में दुनिया भर में अपनी कामयाबी का झंडा बुलंद कर चुके भारत ने एक और इतिहास रच दिया है। श्रीहरिकोटा से भारत ने अपना पहला निजी राकेट विक्रम - S को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित कर दिया है। इसे देश के अंतरिक्ष में एक नए युग की शुरुआत मानी जा रही है।
अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा ने करीब आधी सदी के बाद चंद्रमा पर स्पेसशिप भेजने की दिशा में सबसे बड़ा कदम बढ़ा दिया है। ओरियॉन नाम का यह स्पेसशिप 42 दिनों में चंद्रमा का चक्कर लगाकर वापस आ जाएगा।
ISRO: इसरो अपने कारनामे से दुनिया को हमेशा चौकाते रहता है। ऐसे कई मौक पर इसरो ने विश्व को राह दिखाई है। अब वैश्विक उपग्रह प्रक्षेपण बाजार में बड़ी हिस्सेदारी पर नजर है।
ISRO: देश के विकास के लिए इंडियन रिसर्च एंड स्पेस ऑर्गेनाइजेशन यानी इसरो हमेशा संकल्पित रहा है। लगातार सैटेलाइट लॉन्चिंग करके वह भारत में हर क्षेत्र में टेक्नोलॉजी को उन्नत बनाने की दिशा में काम कर रहा है। इसी कड़ी में रात 12.07 बजे एक सबसे भारी रॉकेट अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया। यह रॉकेट 36 सैटेलाइट के साथ लॉन्च हुआ।
Japan Rocket Launch: जापान ने एक रॉकेट को गिराए जाने के पीछे का कारण बताया है कि वह पृथ्वी के चारों ओर परिक्रमा करने के लिए अपनी सही स्थिति में नहीं था।
Rocket Launch: तीन सितंबर को फ्लॉरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से स्पेस लॉन्च सिस्टम रॉकेट के उड़ान भरने के ठीक 40 मिनट पहले, एक ईंधन लाइन के लीक होने के कारण इंजीनियरों को आर्टेमिस आई मून मिशन लॉन्च टालना पड़ा।
NASA Moon Mission: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के नए चंद्र रॉकेट में शनिवार को एक और खतरनाक ईंधन रिसाव हुआ जिससे प्रक्षेपण नियंत्रकों को परीक्षण डमी के साथ चंद्रमा की कक्षा में ‘क्रू कैप्सूल’ भेजने का अपना प्रयास दूसरी बार टालने के लिए मजबूर होना पड़ा।
NASA Artemis 1: नासा के महत्वाकांक्षी नये मून राकेट (Artemis 1) के प्रक्षेपण की अंतिम तैयारियों के दौरान ईंधन के रिसाव और संभावित दरार का पता चलने से इसका सोमवार सुबह निर्धारित लॉन्च टाल दिया गया।
China Rocket Force: पीएलए ने 1980 से 2000 तक 4 नई मिसाइल ब्रिगेड बनाई हैं। इनमें से तीन ऐसी हैं, जिनके पास नई तरह के हथियार हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2000 से 2010 तक मिसाइल ब्रिगेड के विस्तार में तेजी आई है। 11 नई ब्रिगेड बनाई गई हैं, जिनके पास बड़ी तादाद में नई तरह के हथियार हैं।
क्रैश हुआ Long March 5B रॉकेट बीते हफ्ते चीनी अंतरिक्ष स्टेशन को लैबोरेटरी मॉड्यूल की डिलीवरी करने गया था। मलेशिया के सोशल मीडिया यूजर्स ने वीडियो साझा करते हुए बताया है कि चीनी रॉकेट का मलबा अंतरिक्ष से धरती पर आते हुए कैसा दिख रहा था।
ऐसी संभावना बहुत कम ही है कि मलब उस स्थान पर गिरे, जहां लोगों की बड़ी आबादी रहती है। लेकिन विशेषज्ञों को चिंता है कि चीन बेवजह दुनिया के लिए खतरा पैदा कर रहा है। चीन ने पिछले हफ्ते हैनान में वेनचांग लॉन्च साइट से एक रॉकेट को लॉन्च किया था।
Russia Ukraine News: यूक्रेन की सेना ने रूस के एक हथियार डिपो पर हमला किया और इसके बाद एक जबरदस्त ब्लास्ट की तस्वीरें सामने आईं।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रॉकेट प्रणाली को उन्नत प्रौद्योगिकी, सामने आ रही जरूरतों को पूरा करने के लिए बढ़ी हुई मारक क्षमता के साथ अपग्रेड किया गया है।
मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से आश्चर्यजनक फुटेज सामने आए हैं। माना जा रहा है बिजली की चमक जैसी ये लकीरें उल्का हैं। इस फुटेज को महाराष्ट्र के नागपुर और मध्य प्रदेश के झाबुआ एवं बड़वानी जिलों में देखे जाने की खबर है।
इजरायली सेना ने बताया कि गाजा से इजरायल में भेजे गए आग लगाने वाले गुब्बारे के जवाब में गाजा पट्टी पर ये रॉकेट दागे गए।
इजराइल ने बुधवार को हवाई हमले में गाजा सिटी में एक बहुमंजिला इमारत को जमींदोज कर दिया। इस घटना से इजराइल और हमास के बीच चल रहा संघर्ष और भड़क सकता है।
‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ ने बताया कि ज्यादातर अवशेष पृथ्वी के वायुमंडल में पुन: प्रवेश के दौरान ही जल गए। चीन ने इस रॉकेट की मदद से अंतरिक्ष में बनाए जाने वाले अपने तियांगोंग स्पेस स्टेशन का पहला हिस्सा भेजा था। इस रॉकेट में 29 अप्रैल को दक्षिणी द्वीपीय प्रांत हैनान में विस्फोट हो गया था।
भारत के मानव अंतरिक्ष उड़ान (ह्यूमन स्पेस फ्लाइट) रॉकेट में सुरक्षा के मामले में कई अतिरेक/बैकअप सिस्टम होंगे। इसके साथ ही सुरक्षा के लिहाज से रॉकेट के निर्माण के लिए आवश्यक हार्डवेयर भी उपलब्ध होंगे।
संपादक की पसंद