अमेरिका के एलन मस्क की कंपनी स्पेस एक्स द्वारा तैयार किया गया दुनिया का सबसे ताकतवर राकेट बुधवार को लांच तो किया गया, लेकिन आसमान में करीब 34 किलोमीटर तक की उड़ान भरने के बाद इसमें भीषण विस्फोट हो गया। जिससे वह कई टुकड़ों में चूर-चूर होकर बिखर गया। हालांकि एलन मस्क ने इसके उड़ान भरने को ही एक बड़ी कामयाबी करार दिया है।
अल-अक्सा मस्जिद एक संवेदनशील पहाड़ी पर स्थित है जो यहूदियों और मुसलमानों दोनों के लिए पवित्र स्थान है। अल-अक्सा इस्लाम में तीसरा सबसे पवित्र स्थल है और रमजान के दौरान श्रद्धालुओं की यहां काफी भीड़ रहती है।
दीवार में फंसे रॉकेट की डरावनी तस्वीर को यूक्रेन सरकार के सलाहकार एंटन गेराशचेंको ने ट्विटर पर शेयर किया था। जिसके बाद लोगों के कुछ इस तरह के आए रिएक्शन्स।
Pakistan Fired Rocket at Tarn Taran Police Station: पंजाब के सीमावर्ती जिले तरन तारन में एक पुलिस थाने पर रॉकेट द्वारा संचालित ग्रेनेड (आरपीजी) से हमला किया गया। गत सात महीने में पंजाब के तरन-तारन में यह इस तरह की दूसरी घटना है।
पुलिस स्टेशन की बिल्डिंग को निशाना बनाकर रॉकेट लॉन्चर से हमला किया गया। बता दें कि तरनतारन जिला बॉर्डर से सटा होने के कारण पंजाब का बेहद संवेदनशील जिला माना जाता है।
पवन चांदना ने कहा,'अब जब हम पहले निजी रॉकेट विक्रम-एस का प्रक्षेपण कर चुके हैं, हमारी अगली योजना विक्रम-1 का प्रक्षेपण करने की है, जो उपग्रहों को कक्षा में स्थापित करने वाला एक बहुत बड़ा रॉकेट है।
NASA Moon Mission: अभी तक आपने मानवों के चांद पर उतरने का इतिहास ही पढ़ा रहा होगा, लेकिन क्या आप कभी चांद का चक्कर लगाने की परिकल्पना भी कर सकते हैं। शायद यह परिकल्पना बेहद रोमांचक है, लेकिन नामुमकिन सी लगती है। मगर मानव न ही सही, नासा के वैज्ञानिकों के कमाल से एक अंतरिक्ष यान चांद का चक्कर लगा आया है।
Kurd Fighters Attack on Turkey: कुर्द लड़ाकों ने तुर्की से अपना बदला लेने के लिए सीमा पार उसके इलाके में रॉकेट हमले किए हैं। जिसमें तीन लोगों की मौत बताई जा रही है, जबकि दस लोग घायल हुए हैं।
First Private Rocket Vikram-S Launched from Sriharikota:अंतरिक्ष के क्षेत्र में दुनिया भर में अपनी कामयाबी का झंडा बुलंद कर चुके भारत ने एक और इतिहास रच दिया है। श्रीहरिकोटा से भारत ने अपना पहला निजी राकेट विक्रम - S को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित कर दिया है। इसे देश के अंतरिक्ष में एक नए युग की शुरुआत मानी जा रही है।
अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा ने करीब आधी सदी के बाद चंद्रमा पर स्पेसशिप भेजने की दिशा में सबसे बड़ा कदम बढ़ा दिया है। ओरियॉन नाम का यह स्पेसशिप 42 दिनों में चंद्रमा का चक्कर लगाकर वापस आ जाएगा।
ISRO: इसरो अपने कारनामे से दुनिया को हमेशा चौकाते रहता है। ऐसे कई मौक पर इसरो ने विश्व को राह दिखाई है। अब वैश्विक उपग्रह प्रक्षेपण बाजार में बड़ी हिस्सेदारी पर नजर है।
ISRO: देश के विकास के लिए इंडियन रिसर्च एंड स्पेस ऑर्गेनाइजेशन यानी इसरो हमेशा संकल्पित रहा है। लगातार सैटेलाइट लॉन्चिंग करके वह भारत में हर क्षेत्र में टेक्नोलॉजी को उन्नत बनाने की दिशा में काम कर रहा है। इसी कड़ी में रात 12.07 बजे एक सबसे भारी रॉकेट अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया। यह रॉकेट 36 सैटेलाइट के साथ लॉन्च हुआ।
GSLV Mk-3 Rocket: आम तौर पर जीएसएलवी रॉकेट का इस्तेमाल भारत के भूस्थिर संचार उपग्रहों को लॉन्च करने के लिए किया जाता है और इसलिए इसे जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (GSLV) नाम दिया गया।
Kyiv Attack: एक दिन पहले खबर आई थी कि यूक्रेन में अलगाववादियों के कब्जे वाले एक प्रमुख शहर के मेयर कार्यालय पर एक रॉकेट हमला किया गया, जिसके लिए रूस-समर्थित अधिकारियों ने यूक्रेन को ही जिम्मेदार ठहराया है।
Japan Rocket Launch: जापान ने एक रॉकेट को गिराए जाने के पीछे का कारण बताया है कि वह पृथ्वी के चारों ओर परिक्रमा करने के लिए अपनी सही स्थिति में नहीं था।
Rocket Launch: तीन सितंबर को फ्लॉरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से स्पेस लॉन्च सिस्टम रॉकेट के उड़ान भरने के ठीक 40 मिनट पहले, एक ईंधन लाइन के लीक होने के कारण इंजीनियरों को आर्टेमिस आई मून मिशन लॉन्च टालना पड़ा।
NASA Moon Mission: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के नए चंद्र रॉकेट में शनिवार को एक और खतरनाक ईंधन रिसाव हुआ जिससे प्रक्षेपण नियंत्रकों को परीक्षण डमी के साथ चंद्रमा की कक्षा में ‘क्रू कैप्सूल’ भेजने का अपना प्रयास दूसरी बार टालने के लिए मजबूर होना पड़ा।
Indo-Pak-China Border: पाकिस्तान और चीन से लगे सीमावर्ती और दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में दुश्मनों के विनाश के लिए भारत ने स्वदेशी हथियार तैयार किया है। जो कि मिनटों में नहीं, बल्कि सेकेंडों में ही दुश्मन के सभी ठिकानों को आदेश मिलते ही तबाह कर देगा।
NASA Artemis 1: नासा के महत्वाकांक्षी नये मून राकेट (Artemis 1) के प्रक्षेपण की अंतिम तैयारियों के दौरान ईंधन के रिसाव और संभावित दरार का पता चलने से इसका सोमवार सुबह निर्धारित लॉन्च टाल दिया गया।
China Rocket Force: पीएलए ने 1980 से 2000 तक 4 नई मिसाइल ब्रिगेड बनाई हैं। इनमें से तीन ऐसी हैं, जिनके पास नई तरह के हथियार हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2000 से 2010 तक मिसाइल ब्रिगेड के विस्तार में तेजी आई है। 11 नई ब्रिगेड बनाई गई हैं, जिनके पास बड़ी तादाद में नई तरह के हथियार हैं।
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