पिनाका रॉकेट सिस्टम के जरिए एक साथ कई ठिकानों पर हमला किया जा सकता है। DRDO ने इसकी रेंज में भी लगातार सुधार किया है, जो 45 किलोमीटर के पार जा चुकी है।
गांव के लोगों ने खुद का रॉकेट लॉन्च कर सबको चौंका दिया। मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसे देख आप भी हैरान रह जाएंगे।
चीन की निजी एयरोस्पेस कंपनी लैंडस्पेस ने बुधवार सुबह गोबी रेगिस्तान में स्थित जिउक्वान सैटेलाइट लॉन्च सेंटर से जुके-2 नाम के रॉकेट को सफलतापूर्वक लॉन्च किया।
अमेरिका के एलन मस्क की कंपनी स्पेस एक्स द्वारा तैयार किया गया दुनिया का सबसे ताकतवर राकेट बुधवार को लांच तो किया गया, लेकिन आसमान में करीब 34 किलोमीटर तक की उड़ान भरने के बाद इसमें भीषण विस्फोट हो गया। जिससे वह कई टुकड़ों में चूर-चूर होकर बिखर गया। हालांकि एलन मस्क ने इसके उड़ान भरने को ही एक बड़ी कामयाबी करार दिया है।
पवन चांदना ने कहा,'अब जब हम पहले निजी रॉकेट विक्रम-एस का प्रक्षेपण कर चुके हैं, हमारी अगली योजना विक्रम-1 का प्रक्षेपण करने की है, जो उपग्रहों को कक्षा में स्थापित करने वाला एक बहुत बड़ा रॉकेट है।
GSLV Mk-3 Rocket: आम तौर पर जीएसएलवी रॉकेट का इस्तेमाल भारत के भूस्थिर संचार उपग्रहों को लॉन्च करने के लिए किया जाता है और इसलिए इसे जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (GSLV) नाम दिया गया।
Rocket Launch: तीन सितंबर को फ्लॉरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से स्पेस लॉन्च सिस्टम रॉकेट के उड़ान भरने के ठीक 40 मिनट पहले, एक ईंधन लाइन के लीक होने के कारण इंजीनियरों को आर्टेमिस आई मून मिशन लॉन्च टालना पड़ा।
ISRO News: इसरो अध्यक्ष एस.सोमनाथ ने बताया कि, सभी चरणों ने उम्मीद के अनुरूप प्रदर्शन किया। पहले, दूसरे और तीसरे चरण ने अपना-अपना काम किया, पर टर्मिनल चरण में कुछ डेटा लॉस हुआ और हम आंकड़ों का विश्लेषण कर रहे हैं।
क्रैश हुआ Long March 5B रॉकेट बीते हफ्ते चीनी अंतरिक्ष स्टेशन को लैबोरेटरी मॉड्यूल की डिलीवरी करने गया था। मलेशिया के सोशल मीडिया यूजर्स ने वीडियो साझा करते हुए बताया है कि चीनी रॉकेट का मलबा अंतरिक्ष से धरती पर आते हुए कैसा दिख रहा था।
ईरान द्वारा 'लगातार भड़काऊ कदम उठाने,' जिसमें गुरुवार का रॉकेट प्रक्षेपण भी शामिल है, से नाराज अमेरिका ने उस पर नए बैलिस्टिक मिसाइल प्रतिबंध लगा दिए हैं।
चीन ने रविवार को दक्षिणी प्रांत हैनान के वेनचांग प्रक्षेपण केंद्र से भारी उपग्रह प्रक्षेपित करने वाला अपना दूसरा रॉकेट लॉन्ग मार्च-5 वाई2 प्रक्षेपित किया, हालांकि उसकी यह कोशिश नाकाम रही।
भारत ने आज 712 किलोग्राम वजनी काटरेसैट-2 सीरीज और 30 अन्य उपग्रहों का प्रक्षेपण किया। इसरो ने कहा कि इन 30 उपग्रहों का कुल भार 243 किलोग्राम और काटरेसैट को मिलाकर सभी 31 उपग्रहों का कुल भार 955 किलोग्राम है। यह रॉकेट उपग्रहों को 505 किलोमीटर दूर ध्रु
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