अंतरिक्ष स्टार्टअप अग्निकुल कॉसमॉस ने सफलतापूर्वक 30 मई को अपने रॉकेट अग्निबाण सॉर्टेड 01 मिशन को सफलतापूर्वक लॉन्च किया है। इस लॉन्च की जानकारी देते हुए इसरो ने कहा कि स्पेस सेक्टर में यह सफलता मील का पत्थर है।
हमास ने एक बार फिर इजरायल पर 7 अक्टूबर जैसा दूसरा बड़ा हमला करके प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के होश उड़ा दिए हैं। इससे जाहिर है कि हमास अभी खत्म नहीं हुआ है और वह इजरायल पर अभी भी बड़ा हमला करने में सक्षम है। हमास के हमले के बाद पूरे इजरायल में हवाई हमले के सायरन बज रहे हैं।
इराक के प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात की थी। इस मुलाकत के एक दिन बाद ही इराक की ओर से अमेरिकी सैन्य अड्डों को निशाना बनाते हुए रॉकेट दागे गए।
दुनिया में एक ऐसा भी पहाड़ है जो बच्चे पैदा करता है। इस पहाड़ का नाम मदर रॉक है। वैज्ञानिक आज तक इस पहाड़ के रहस्य को सुलझा नहीं पाए हैं। इस पहाड़ को लेकर एक बात और भी फेमस है, वह ये कि अगर कोई महिला इस चट्टान के टुकड़े को अपने तकिये के नीचे रखकर सो गई तो वह तुरंत प्रेग्नेंट हो जाएगी।
आर्मीनिया ने भारत के साथ बड़ी रॉकेट डील की है। इससे आर्मीनिया की आर्मी को 40 से लेकर 70 किमी तक दुश्मन के किसी भी ठिकाने को तबाह करने की ताकत मिल जाएगी।
उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग लगातार अपनी रक्षा क्षमताओं को बढ़ा रहे हैं। इससे यह सवाल उठने लगा है कि कहीं वे किसी जंग की तैयारी तो नहीं कर रहे हैं? इसी बीच उन्होंने परमाणु हथियार ले जाने वाले रॉकेट दागे जाने के अभ्यास का निरीक्षण किया है। इससे दक्षिण कोरिया में घबराहट है।
जापान में निजी कंपनी के रॉकेट में विस्फोट हो गया। प्रक्षेपण के थोड़ी ही देर बाद रॉकेट ब्लास्ट होने से चकनाचूर हो गया। यह जापान का किसी निजी कंपनी का पहला रॉकेट था।
भारतीय सेना रॉकेट फोर्स तैयार कर रही है। बड़ी बात यह रहेगी कि चीन के 5 शहर इसकी जद में आ जाएंगे। चीनी सेना के PLARF की तरह भारत अपनी रॉकेट फोर्स बना रहा है।
जीएसएलवी रॉकेट की आखिरी उड़ान 29 मई, 2023 को थी और रॉकेट का कोडनेम 'जीएसएलवी-एफ12' रखा गया था। तार्किक रूप से, अगले जीएसएलवी रॉकेट का क्रमांकन 'जीएसएलवी-एफ13' होना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
लेबनान में ईरान समर्थित इस्लामिक संगठन हिजबुल्ला ने इजरायल पर रॉकेटों की बौछार कर दी है। कुछ दिन पहले बेरूत में इजरायली सेना ने हमास के टॉप आतंकी सालेह अरौरी को हवाई हमले में मार गिराया था। इसके बाद हिजबुल्ला ने अपने सहयोगी के बदलने की कसम खाई है।
गाजा में फिर जोरदार जंग भड़क उठी है। इस बार हमास ने जोरदार पलटवार करते हुए इजराइल पर प्रहार किया है। गाजा से इजराइल की राजधानी तेल अवीव पर ताबड़तोड़ 30 रॉकेट दाग दिए। इजराइली स्कूल पर भी मिसाइल का शिकार बना।
सूडानी के कार्यालय के एक बयान के अनुसार, इराकी प्रधान मंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ एक फोन कॉल के दौरान कहा कि बगदाद "इराकी क्षेत्र पर किसी भी हमले" को खारिज करता है, जिसके एक दिन बाद यह हमला हुआ।
चीन का रॉकेट चांद की सतह से टकराया था। लेकिन रॉकेट जिस जगह टकराया वहां कए की बजाय दो गड्ढे दिखाई दिए हैं। इस पर बड़े साइंटिस्ट ने दावा किया है कि चीन ने संभवत: यहां रॉकेट के साथ हथियार भी भेजा होगा।
भारत लगातार अपने दुश्मनों को मजा चखाने के लिए हथियारों को अपडेट कर रहा है। इसी क्रम में कार्ल गुस्ताफ एम-4 एक ऐसा हथियार है, जिसका निर्माण भारत में ही होगा। इसकी खासियत आपको हैरान कर देगी। यह हथियार चीन और पाकिस्तान की नींद उड़ा देगा।
अमेजन नदी का जलस्तर घटने से उसकी चट्टानों में मानवों के चेहरे जैसी आकृतियां मिलने से दुनिया भर के वैज्ञानिक हैरान हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि इन मानव चेहरों की नक्काशी अमेजन नदी के पत्थरों पर 2000 वर्ष तक पुरानी हो सकती है। यह प्राचीन मानव सभ्यताओं का एक और नया प्रमाण है।
इजरायल हमास युद्ध के अब 14 दिन हो चुके हैं। इजरायल डिफेंस फोर्सेज की ओर से एक आंकड़ा जारी कर बताया गया है कि इन 14 दिनों में उसने गाजा में हमास के 12 कमांडरों समेत 1000 से अधिक आतंकियों को मार गिराया है। वहीं हमास द्वारा गाजा से इजरायल पर इस दौरान 6900 से ज्यादा रॉकेट दागे गए हैं। हमास के हमले में 1400 इजरायली मारे गए।
इजरायल पर हमास के रॉकेट हमले में मरने वालों का पहला आंकड़ा सामने आया है। हमास ने दावा किया है कि उसके रॉकेट हमले में 22 लोग प्रारंभिक तौर पर मारे जा चुके हैं। जबकि सैकड़ों लोग घायल हैं। मरने वालों की संख्या अभी बढ़ सकती है। इजरायल ने भी गाजा पट्टी पर भीषण हवाई हमला शुरू कर दिया है।
हमास ने इजरायल पर 5000 हजार से अधिक रॉकेट दागकर दहशत फैला दी है। जवाबी हमले में इजरायली सेना ने भी गाजा पट्टी पर भीषण पलटवार किया है। इससे कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इमारतों से घना धुआं और आग की लपटें उठती दिखाई दे रही हैं।
अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक और क्रांति की उम्मीद बढ़ गई है। भारत के ताबड़तोड़ चांद और सूर्य मिशन के बाद अब जापान ने अपना ब्रह्मांड मिशन लांच किया है। जापान का एक्सरे रॉकेट दूरबीन के साथ ब्रह्मांड की उत्पत्ति का पता लगाने चांद पर रवाना हो चुका है। भारतीय अंतरिक्ष एवं अनुसंधान संघठन ने जापान को इसके लिए बधाई दी है।
चीन की निजी एयरोस्पेस कंपनी लैंडस्पेस ने बुधवार सुबह गोबी रेगिस्तान में स्थित जिउक्वान सैटेलाइट लॉन्च सेंटर से जुके-2 नाम के रॉकेट को सफलतापूर्वक लॉन्च किया।
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