जिले की इगलास सीट पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव में रालोद-सपा गठबंधन की उम्मीदवार सुमन दिवाकर का नामांकन चुनाव अधिकारी ने रद्द कर दिया है। इसके बाद उनके समर्थकों ने प्रदर्शन किया।
चुनाव नतीजों के अखिलेश यादव को पिता मुलायम सिंह की वह बात भी याद आ रही होगी, जो उन्होंने गठबंधन के दौरान कही थी।
Mathura Lok Sabha Chunav Result 2019 Live Updates: बॉलीवुड की ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी एक बार फिर मथुरा से चुनाव जीत चुकी हैं।
Uttar Pradesh Lok Sabha seats result: 2014 के लोकसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश के दम पर भारतीय जनता पार्टी पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने में कामयाब हुई थी। 2014 में उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से 73 सीटें भाजपा और उसके सहयोगी दलों को मिली थींं।
आचार संहित उल्लंघन के मामले में उत्तर प्रदेश की लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार हेमा मालिनी के बाद राष्ट्रीय लोकदल के प्रत्याशी कुंवर नरेंद्र सिंह भी फंस गए हैं।
सपा-बसपा-रालोद महागठबंधन ने अपने लोकसभा चुनाव अभियान का बिगुल फूंकते हुए रविवार को जनता से आह्वान किया कि वह देश का भविष्य तय करने वाले इस चुनाव में भाजपा को सत्ता से उखाड़ फेंके।
ममता बनर्जी ने घोषणा की है कि वह उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के महागठबंधन के प्रत्याशियों के पक्ष में चुनाव प्रचार करेंगी और उनकी पार्टी महागठबंधन का समर्थन करेगी
मायावती ने बुधवार की शाम 4 बजकर 10 मिनट पर एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने इशारों ही इशारों में बहुत कुछ कह दिया।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने रविवार को यहां कहा कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश में सपा, बसपा और रालोद गठबंधन के लिए 7 सीटों पर अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी।
लोकसभा चुनावों की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण राज्य बिहार में आज एनडीए प्रत्याशियों के नाम की घोषणा हो सकती है।
आंकड़ों को लेकर भले ही अभी कयास लगाए जा रहे हों लेकिन एक बात साफ है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उत्तर प्रदेश में जो करिश्मा किया था उसे 2019 के चुनाव में दोहरा पाना मुश्किल नजर आ रहा है।
2014 में BSP, SP और RLD ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था, लेकिन तीनों पार्टियों पर बीजेपी भारी पड़ी थी। BSP, SP और RLD को मिले वोटों को जोड़ दिया जाए तो BJP को मिले वोटों से सिर्फ 0.34 फीसदी ज्यादा ही होते हैं। इसके अलावा 2014 में यूपी में BSP और RLD का एक भी उम्मीदवार नहीं जीता था।
इंडिया टीवी ने 2014 के लोकसभा चुनाव नतीजों को खंगाला और सीटवार पता लगाने की कोशिश की कि कितनी सीटों पर विपक्षी दलों को भाजपा से कड़ी टक्कर मिल सकती है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह की अगुवाई वाले राष्ट्रीय लोकदल (RLD) की सपा-बसपा गठबंधन से तालमेल की मंगलवार को औपचारिक घोषणा कर दी गई।
बसपा, कांग्रेस और रालोद के कुछ नेताओं सहित प्रशासनिक सेवा से सेवानिवृत्त हुए लोगों ने बुधवार को भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
कांग्रेस राज्य की सभी 80 लोकसभा सीटों पर अकेले उतरने या फिर छोटी पार्टियों के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की तैयारी में है। पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी भी ऐलान कर चुके हैं कि उत्तर प्रदेश में पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ा जाएगा।
जयंत चौधरी ने अपने बयान में कहा कि कैराना लोकसभा के उपचुनाव में गठबंधन एक साथ आया था और सफल हुआ था
आरएलडी ने पांच सीटों की डिमांड की है जबकि मायावती ने सहयोगियों के लिए दो सीट छोड़ी है। ऐसे में खबर ये है कि जयंत चौधरी और अखिलेश की मुलाकात में तीन सीटों पर बात बन गई है। एसपी अपने कोटे की एक सीट आरएलडी को दे सकती है।
India TV CNX ने ओपिनियन पोल में उत्तर प्रदेश को 4 हिस्सों में बाटा है, ये चार हिस्से पश्चिमी उत्तर प्रदेश, अवध, पूर्वांचल और बुंदेलखंड हैं
2014 में BSP और SP ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था, लेकिन दोनो पार्टियों के वोटों को अगर मिलाकर देख लिया जाए तो भी वे भारतीय जनता पार्टी को पड़े वोटों से कम ही हैं
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