बुढ़ाना से भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर अपने मौजूदा विधायक उमेश मलिक पर ही भरोसा जताया है।
थाना भवन विधानसभा सीट पर सुरेश राणा के मुकाबले में गठबंधन की तरफ से राष्ट्रीय लोक दल ने अशरफ अली को सामने किया है।
जेवर सीट पर भाजपा से मौजूदा विधायक धीरेन्द्र सिंह (Dhirendra Singh), राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) और सपा गठबंधन के प्रत्याशी अवतार सिंह भड़ाना (Avtar Singh Bhadana), इंडियन नेशनल कांग्रेस से मनोज चौधरी, आम आदमी पार्टी से पूनम, बहुजन समाज पार्टी से नरेंद्र कुमार भाटी डाढ़ा मैदान में उतरे हैं।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अगर कोई शिकायत है तो वो उनसे लड़ सकते हैं, लेकिन भाजपा से कोई नाराजगी नहीं रखनी चाहिए। जयंत चौधरी को लेकर जाटों के मन में सॉफ्ट कार्नर को देखते हुए शाह ने यह भी कहा कि जयंत ने इस बार गलत घर चुन लिया है।
राष्ट्रीय लोकदल के नेता अवतार सिंह भड़ाना ने नामांकन दाखिल करने के 3 दिन बाद गुरुवार की दोपहर में चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था।
केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने कहा कि विधानसभा चुनाव में हार और प्रत्याशियों के विरोध को देखते हुए आरएलडी बैकफुट पर आ गया है।
अवतार सिंह भड़ाना ने हाल ही में भारतीय जनता पार्टी छोड़कर राष्ट्रीय लोकदल की सदस्यता ग्रहण की थी।
राष्ट्रीय लोकदल के एक नेता ने कहा, हम गठबंधन में जूनियर पार्टनर हैं, लेकिन पश्चिम यूपी में मजबूत हैं और इस क्षेत्र में दबदबा रखते हैं।
पहले चरण के तहत आज से 21 जनवरी तक पश्चिमी यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों के लिए नामांकन प्रक्रिया चलेगा। 11 जिलों पर एक नजर दें तो इसमें शामली, मेरठ, बागपत, हापुड़, गाजियाबाद, मधुरा, आगरा, अलीगढ़, गौतमबुद्धनगर, मुजफ्फरनगर और बुलंदशहर शामिल है।
यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) और राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के उम्मीदवारों की पहली लिस्ट आ गयी है। सपा ने ट्वीट कर ये जानकारी दी है।
पिछले दिनों जयंत चौधरी ने भी गठबंधन की स्थिति को साफ किया था। उन्होंने कहा था कि 7 दिसंबर को सपा-आरएलडी की संयुक्त रैली को लेकर कार्यकर्ता खुश हैं। गठबंधन की घोषणा लगभग हो चुकी है।
योगी सरकार पर निशाना साधते हुए जयंत चौधरी ने कहा, "उत्तर प्रदेश में भी समय समय पर लोगों ने आवाज़ उठायी चाहे वो छात्र हों या शिक्षामित्र, बाबा (योगी आदित्यनाथ) ने सब पर लाठियां चलवाने का काम किया है, जब हमारी सरकार बन जाएगी आपको आंदोलन करने की आवश्यकता नहीं रहेगी।"
जयंत चौधरी ने ऐलान किया कि सपा-रालोद का गठबंधन किसानों को भाजपा सरकार द्वारा दिए जाने वाले छह हजार रूपये के सापेक्ष प्रतिवर्ष 12 हजार रुपए देगा और लघु एवं सीमांत किसानों व दूसरों का खेत जोतने वालों को 15 हजार रुपए दिए जाएंगे।
छपरौली के श्री विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के मैदान में चौधरी अजित सिंह की श्रद्धांजलि सभा एवं रस्म पगड़ी कार्यक्रम में जयंत चौधरी ने हवन में आहुति दी। उन्होंने कार्यक्रम में पहुंचे लोगों का अभिवादन स्वीकार किया।
दो दिन पहले, समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चौधरी अजीत सिंह को पुष्पांजलि अर्पित करने के लिए दिल्ली में जयंत चौधरी के आवास का दौरा किया था। दोनों पार्टियां पहले से ही गठबंधन में हैं और माना जाता है कि उनके नेताओं ने आगामी राज्य विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ भाजपा का मुकाबला करने के लिए रणनीतियों पर चर्चा की है।
राष्ट्रीय लोकदल की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की वर्चुअल मीटिंग में चौधरी जयंत सिंह को सर्वसम्मति से पार्टी का अध्यक्ष चुन लिया गया। इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह के निधन पर दुख व्यक्त किया गया।
अब तक घोषित परिणामों के अनुसार, मेरठ में जिला पंचायत में रालोद ने आठ सीटें हासिल की हैं, जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को छह-छह सीटें मिली हैं।
जयंत चौधरी ने शुक्रवार को ट्वीट किया, ''141 दिन, 350 से ज्यादा किसान शहीद। आने वाली पीढ़ियां खेती-किसानी बचाने के लिए त्याग को याद रखें।''
हाल ही में हाथरस में पीड़ित परिवार से मिलने गए जयंत चौधरी पर हुए लाठीचार्ज को लेकर RLD कार्यकर्ताओं में गुस्सा देखने को मिल रहा है। सोमवार को इसी के विरोध में मथुरा में एक महापंचायत का आयोजन किया गया।
जिले की इगलास सीट पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव में रालोद-सपा गठबंधन की उम्मीदवार सुमन दिवाकर का नामांकन चुनाव अधिकारी ने रद्द कर दिया है। इसके बाद उनके समर्थकों ने प्रदर्शन किया।
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