रामचरितमानस पर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर क़े विवादास्पद बयान देने के बाद हर तरफ से उनकी आलोचना हुई थी। सहयोगी दल जेडीयू की तरफ से और CM नीतीश कुमार की तरफ से भी बयान वापस लिए जाने की बात कहे जाने क़े बाद भी शिक्षा मंत्री गुपचुप तरीके से अपने अभियान में लगे हुए हैं।
वहीं इससे पहले उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विशेष राज्य का दर्जा की मांग पर जबरदस्त निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश का बार-बार विशेष राज्य की मांग करना अपनी विफलता पर पर्दा डालना और 'थेथरोलॉजी' मात्र है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार इसलिए तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने की बात कह रहे हैं, जिससे 2025 के बाद बिहार के खराब शासन व्यवस्था बने और बिहार की जनता ही कहे कि इससे बढ़िया तो नीतीश कुमार ही थे।
तेजस्वी ने कहा कि उनके पास 15 दिन का समय है। जवाब आने के बाद तय किया जाएगा कि आगे क्या करना है। पार्टी में कोई गड़बड़ करेगा, तो उसको पार्टी जरूर देखेगी।
'आज सवर्णो को गाली दे रहे और महाराणा प्रताप का स्वाभिमान दिवस मना रहे हैं। सेना पर सवाल उठने वाले अब संविधान बचाने की बात कर रहे हैं।'
बिहार में जब से नीतीश-लालू की पार्टी की सरकार बनी है, तब से आए दिन ऐसी खबरें चर्चा में रहती है कि दोनों दल फिर से अलग होने वाले हैं। एक बार फिर बीजेपी नेता सुशील मोदी ने इस गठबंधन को लेकर बयान दिया है।
जमा खान ने कहा कि अगर सुधाकर सिंह को कोई दिक्कत है तो वह सीएम या डिप्टी सीएम से संपर्क कर सकते हैं, लेकिन उन्होंने नीतीश को निशाना बनाने के लिए दूसरा रास्ता चुना है, जो सही नहीं है।
आरजेडी के प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दिकी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस भेजा है। पार्टी ने सुधाकर सिंह को जवाब देने के लिए 15 दिनों का समय दिया है, नहीं तो कार्रवाई के लिए तैयार रहने को कहा है।
''धर्म के मामले में किसी को भी किसी भी तरह का हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। हम मंत्री को (अपना बयान वापस लेने के लिए) बोल चुके हैं, अब हम उसके आगे क्या कहें?''
'अब तेजस्वी यादव बतायें कि मानस-निंदक चंद्रशेखर के विरुद्ध कार्रवाई क्यों नहीं की गई? क्या राजद के लिए बहुसंखयक हिंदुओं की भावनाओं का कोई मोल नहीं है?'
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि उन दोनों नेताओं के खिलाफ कार्रवाई का यह सही समय है, जिन्होंने महागठबंधन सरकार को शर्मसार किया है। अगर राजद उन लोगों पर लगाम नहीं लगाता है जो भाजपा की मदद कर रहे हैं तो भगवा पार्टी के साथ गुप्त सौदे के आरोप सही साबित होंगे।
ये पोस्टर बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी के घर के बाहर लगा है। पोस्टर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मारने की की बात की गई है।
केंद्रीय जांच ब्यूरो ने आरोप लगाया है कि इस मामले में पटना में 1,05,292 फुट जमीन लालू प्रसाद यादव के परिवार के सदस्यों ने विक्रेताओं को नकद भुगतान कर अधिग्रहित की थी।
रामचरितमानस पर बिहार के शिक्षामंत्री द्वारा दी गई टिप्पणी पर बवाल मचा हुआ है। अब इस इस विवादित टिप्पणी पर शिक्षामंत्री की ही पार्टी आरजेडी में दो फाड़ हो गई है। जानिए क्या है मामला।
आरजेडी नेता ने कहा कि जन कल्याण के लिए सरकार और 'रोटी' को समय-समय पर बदलने की जरुरत है। अगर सरकार नहीं बदलेगी, तो यह निरंकुश हो जाएगी और अगर हम रोटी पकाने के दौरान रोटी को पलटते नहीं हैं, तो यह जल जाती है।
आरजेडी नेता जगदानंद सिंह से अमित शाह के मंदिर की तारीख के ऐलान पर सवाल किया गया तो उन्होंने कह दिया कि अयोध्या में भगवान राम का जो मंदिर बन रहा है, वो नफरत की जमीन पर बन रहा है।
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि सुधाकर सिंह के तीखे बयान और राजद कोटे के मंत्रियों के मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का बहिष्कार करने से महागठबंधन में जो महासंग्राम छिड़ा है, वह तेजस्वी यादव के मुख्यमंत्री बनने तक रुकेगा नहीं।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा, "जब नीतीश कुमार भाजपा के साथ थे, तब यहां विकास हो रहा था। सड़कें और रेलवे लाइनें बनीं, ग्रामीण इलाकों में लोगों को 24 घंटे बिजली दी गई। ये सब भाजपा के कारण हुआ। केंद्र सरकार ने बिहार को आगे बढ़ाया है।"
उनके इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने तीखा हमला बोला है। बीजेपी प्रवक्ता निकली आनंद ने सिद्दीकी के इस बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए।
बिहार में जहरीली शराब को लेकर खूब राजनीती हो रही है। गुरुवार को ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बयान में कहा कि जो शराब पीएगा वह मरेगा। उनके इस बयान पर विपक्ष ने जमकर निशाना साधा है।
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