दिल्ली के उत्तर पूर्व इलाके में 24 और 25 फरवरी को हुई हिंसा के बाद अस्पतालों में घायलों को लाये जाने का सिलसला अब थम गया है। दिल्ली के लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल (एलएनजेपी) में गुरुवार रात से कोई भी नया मरीज नही लाया गया है।
उत्तरपूर्वी दिल्ली में सोमवार से शुरू हुई सांप्रदायिक झड़पों में मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 42 हो गया है और 200 से अधिक लोग घायल हैं।
दिल्ली के करावल नगर की रहनेवाली 30 वर्षीय गर्भवती शबाना परवीन के लिए सोमवार की रात कोई आम रात नहीं बल्कि खौफ की रात थी। दंगाई भीड़ उनके घर में घुसी और उन्हें तथा उनके पति को पीटने लगी और घर को आग के हवाले कर दिया।
दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान की एक के बाद एक भयावह तस्वीरें सामने आ रही हैं। जिस वक्त दिल्ली जल रही थी, उस वक्त कुछ लोग लूटपाट में लगे थे।
उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा का खौफनाक मंजर याद करते हुए पीड़ितों ने बताई आपबीती, किसी को मकान मालिक ने निकाला घर से...तो कोई पथराव में हुआ घायल।
कांग्रेस ने अजीत डोभाल के दिल्ली के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों के दौरे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि अगर मोदी को गृह मंत्री अमित शाह पर भरोसा नहीं है तो उन्हें बर्खास्त क्यों नहीं करते।
उत्तर पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून (CAA) को लेकर झड़प के दौरान सोमवार को दिल्ली पुलिस के एक हेड कांस्टेबल समेत चार लोगों की मौत हो गई...
सुप्रीम कोर्ट ने गोधरा कांड के बाद 2002 में सरदारपुरा में भड़के दंगों में 17 दोषियों को मंगलवार को सशर्त जमानत दी। इस घटना में 33 मुस्लिमों को जिंदा जला दिया गया था। कोर्ट ने उन्हें मध्य प्रदेश जाने तथा वहां सामुदायिक सेवा करने का आदेश दिया है।
जब से नागरिकता कानून पास हुआ तब से देश में बवाल मचा है। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देश के कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। यहां पर सवाल उठता है कि हिंसा के पीछे किसकी साजिश है? जांच से जो पता चला है वो चौंकाने वाला है।
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में पिछले सप्ताह उत्तर प्रदेश में हुई हिंसा और इसके बाद सार्वजनिक संपत्तियों को पहुंचे नुकसान पर राज्य सरकार सख्त कदम उठाने जा रही है।
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में पिछले सप्ताह जुम्मे की नमाज़ के बाद हुई हिंसा को देखते हुए इस शुक्रवार प्रशासन बेहद चौकन्ना है।
नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर उत्तर प्रदेश में हंगामा, तोड़फोड़ और आगजनी करने वालों के बुरे दिन शुरू हो गए हैं। एक तरफ यूपी पुलिस तेजी से कार्रवाई करते हुए दंगाईयों की फोटो जारी कर रही है....
सुमित की प्रतिमा को उसके पिता अमरजीत सिंह ने बनवाया है। अपने ही समुदाय द्वारा उपेक्षित किए जाने के बाद उन्होंने धर्मपरिवर्तन कर इस्लाम अपनाने और फिर अपना जीवन समाप्त करने की धमकी दी है।
राजस्थान के मालपुरा शहर में दशहरा जुलूस के दौरान पथराव की घटना सामने आई है, जिसकी वजह से क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन हुए और वहां तनाव व्याप्त है। यहां अंतत: बुधवार तड़के 4.30 बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रावण का पुतला दहन किया गया।
दरगाह भरचूंदी शरीफ का पीर कहा जाने वाला मियां मिट्ठू 2008 में सांसद रह चुका है। लेकिन, हिंदू लड़कियों के जबरन धर्म परिवर्तन में यह इतना बदनाम हुआ कि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने 2013 में इसे टिकट नहीं दिया।
भीड़ की हिंसा घोटकी के आस-पास के इलाकों में भी हुई। रिपोर्ट में कहा गया है कि विवादित टिप्पणी की बात शनिवार को ही सामने आ गई थी, लेकिन इसके बाद भी हिंदू संपत्तियों और धर्मस्थल की सुरक्षा का पहले से कोई बंदोबस्त नहीं किया गया।
पाकिस्तान के सिंध प्रांत के घोटकी में हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा के मामले में दो सौ से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। रविवार को हुई हिंसा के संबंध में पुलिस ने तीन मामले दर्ज किए हैं।
राजस्थान की गहलोत सरकार की कानून व्यवस्था दंगाईयो के आगे दम तोड़ती नजर आ रही है। जनता की सुरक्षा का दम भरने वाली जयपुर पुलिस उपद्रवियो के आगे लाचार दिखने लगी है।
श्रीलंका में अल्पसंख्यक मुसलमानों और बहुसंख्यक सिंहली समुदायों के बीच हिंसा की घटनाओं को देखते हुए देशभर में कर्फ्यू लगा दिया गया है। ये कर्फ्यू सामवार की रात में छह घंटे के लिए लगाया गया है।
उच्चतम न्यायालय ने उन 15 लोगों को बरी कर दिया, जिन्हें दिल्ली उच्च न्यायालय ने 1984 के सिख विरोधी दंगे के दौरान दंगा करने, घरों में आग लगाने और कर्फ्यू के उल्लंघन के लिए पांच साल जेल की सजा सुनाई थी।
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