निवेशकों ने दलील दी कि राइट्स इश्यू सिर्फ तभी लाया जा सकता है जब कंपनी की अधिकृत शेयर पूंजी बढ़ाई जाए और मौजूदा शेयरधारक आवेदन कर नए शेयर हासिल करें। कंपनी के कुछ निवेशकों ने मौजूदा प्रबंधन को जिम्मेदार बताया है।
सूत्रों ने बताया कि याचिका में हाल ही में समाप्त हुए 20 करोड़ अमेरिकी डॉलर के राइट्स इश्यू को अमान्य घोषित करने और यह निर्देश देने की मांग की गई है कि कंपनी को कोई भी कॉर्पोरेट कार्रवाई नहीं करनी चाहिए जो निवेशकों के अधिकारों पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगी।
बॉम्बे हाईकोर्ट ने एक मामले की सुनवाई के दौरान कहा कि कानून के मुताबिक अगर किसी शख्स की दो पत्नी है और दोनों उसके धन पर दावा करती हैं तो केवल पहली पत्नी को पति के धन पर अधिकार हैं।
अंबानी की पत्नी नीता और बच्चों इशा, आकाश और अनंत को भी राइट्स इश्यू में 5.52-5.52 लाख शेयर मिले हैं। इनके पास भी अब कंपनी की 0.12-0.12 प्रतिशत शेयर हो गए हैं।
यह लगभग तीन दशक में आरआईएल द्वारा लाया जा रहा इस तरह का पहला निर्गम है। इस निर्गम के तहत प्रत्येक 15 शेयर पर एक शेयर की पेशकश की जाएगी।
RIL ने किया 53125 करोड़ रुपये के राइट्स इश्यू का ऐलान
राइट इश्यू के जरिये 12.50 रुपए प्रति शेयर के मूल्य पर 2,000 करोड़ नए शेयरों की पेशकश की गई थी। यह पेशकश 10 अप्रैल से 24 अप्रैल तक खुली थी।
भारती एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया दोनों को राइट्स इश्यू के जरिये मोटा पैसा जुटाने के लिए भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) से मंजूरी मिल गई है।
कंपनी ने शेयर बाजार को भेजी सूचना में कहा कि कंपनी के पात्र शेयरधारकों को प्रत्येक 38 इक्विटी शेयरों के लिए 87 इक्विटी शेयर दिए जाएंगे।
सरकार ने किसी लिस्टेड कंपनी की ओर से जारी आईपीओ, बोनस या राइट इश्यू के जरिए शेयर पूंजी निवेश को लान्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स से मुक्त कर दिया है।
संपादक की पसंद