अलीबाबा के मालिक जैक मा एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति बन गए है। उनकी कुल संपत्ति अनुमानों से अधिक रातोंरात 2.8 बिलियन डॉलर (करीब 17.9 हजार करोड़ रुपए) बढ़ गई।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने स्पष्ट किया है कि सरकार की कृषि आय पर कर लगाने की योजना नहीं है और न ही उसका अमीर किसानों पर किसी तरह का कर लगाने का इरादा है।
2017 की द संडे टाइम्स रिच लिस्ट में भारतीय मूल के हिंदुजा ब्रदर्स 1.34 लाख करोड़ रुपए की दौलत के साथ नंबर वन पर काबिज हुए हैं।
बिल गेट्स समेत कई ऐसे बिजनेसमैन और सैलेब्रिटी है जो ऐलान कर चुके है कि वो अपनी करोड़ों की दौलत दूसरों के बच्चों के साथ बांटना चाहते हैं।
D-Mart की मालिकाना कंपनी एवेन्यू सुपरमार्ट्स की धमाकेदार लिस्टिंग के साथ ही कंपनी के संस्थापक राधाकिशन दमानी सबसे अमीर 20 लोगों की सूची में शामिल।
एनआरआई बिजनेसमैन हिंदुजा बंधु एक बार फिर ब्रिटेन में सबसे अमीर एशियाई बने हैं। 2017 में भी उन्होंने अपना यह तमगा बरकरार रखने में सफलता पाई है।
मुंबई देश का सबसे अमीर शहर है। मुंबई में 46,000 करोड़पति और 28 अरबपति रहते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार मुंबई की कुल संपदा 820 अरब डॉलर है।
न्यू वर्ल्ड वेल्थ की रिपोर्ट के मुताबिक भारत का मुंबई सबसे अमीर शहर है। मुंबई की कुल वेल्थ 54 लाख करोड़ रुपए है। इस दौड़ में दिल्ली मुंबई से पीछे है
भारत के 57 अमीरों के पास करीब 14.72 लाख करोड़ रुपए की संपत्ति है जो देश के आर्थिक पायदान पर नीचे की 70 प्रतिशत आबादी की कुल संपत्ति के बराबर है।
पत्रिका Forbes ने अमेरिका की सबसे धनी (करोड़पतियों) हस्तियों की जो सूची तैयार की है उसमें पांच भारतीय-अमेरिकी शामिल हैं।
मुंबई निजी संपत्ति के मामले में सबसे धनाढ्य शहर है। यहां लोगों के पास कुल 820 अरब डॉलर की संपत्ति है। यहां 45,000 करोड़पति और 28 अरबपति हैं।
इस वर्ष फोर्ब्स मैगजीन द्वारा तैयार की गई 100 सबसे अमीर भारतीयों की सूची में चार महिलाएं भी हैं, जिन्होंने अपनी जगह यहां बनाई है।
Forbes India की ओर से जारी लिस्ट में मुकेश अंबानी का नाम सबसे ऊपर है। अंबानी की संपत्ति में इस बार 4 बिलियन डॉलर (करीब 27 हजार करोड़ रुपए ) का इजाफ हुआ है।
भारत सरकार ने 1991 में नई आर्थिक नीति लागू की थी, जिसने देश को इकोनॉमिक लिब्रेलाइजेशन, प्राइवेटाइजेशन और दुनिया के लिए खोल दिया।
साल 2015 के अंत तक भारत में ऐसे उच्च निवल मूल्य वाले व्यक्तियों यानी अमीर की संख्या 2.36 लाख थी और उनकी सम्मिलित संपत्ति 1,500 अरब डॉलर थी। अमीर
करोड़पतियों की आबादी के मामले में भारत एक स्थान खिसककर दुनिया में 12वें स्थान पर पहुंच गया है। हालांकि, देश में ऐसे अमीरों की संख्या बढ़कर दो लाख हो गई है।
भारत में व्यक्तियों की कुल संपत्ति 5,200 अरब डॉलर होने के साथ यह दुनिया में 10 सर्वाधिक धनवान देशों की सूची में शामिल है।
वर्ष 2005 से 2015 की 10 साल की अवधि में भारतीयों की औसत संपत्ति 400 फीसदी बढ़ी है, जबकि यूरोपीय नागरिक की औसत संपत्ति पांच फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।
50 लाख रुपए से अधिक कमाने वाले अमीरों को वर्ष 2016-17 के लिए आयकर रिटर्न फार्म में यह भी बताना होगा कि उन्हें जमीन, भवन व आभूषण संपत्तिया कितने की खरीदी।
न्यू वर्ल्ड वेल्थ की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक 2015 में 4,000 ऐसे करोड़पतियों, जिनकी संपत्ति 10 लाख डॉलर है वह भारत छोड़कर विदेशों में जा बसे हैं।
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