डेरन एसमोग्लू, साइमन जॉनसन और जेम्स रॉबिनसन ने स्टडी के बाद कहा कि जब यूरोपीय लोगों ने दुनिया के एक बड़े हिस्से पर उपनिवेश स्थापित किया, तो उन समाज में संस्थाएं बदल गईं। ये कहीं-कहीं बहुत बड़ा बदलाव था, लेकिन ऐसा हर जगह नहीं हुआ।
वैश्विक सलाहकार फर्म बीजीजी के मुताबिक भारत में कोविड-19 महामारी के बावजूद 2020 में वित्तीय संपत्ति 11 प्रतिशत बढ़कर 3400 अरब अमेरिकी डॉलर हो गई।
साल 2015 के अंत तक भारत में ऐसे उच्च निवल मूल्य वाले व्यक्तियों यानी अमीर की संख्या 2.36 लाख थी और उनकी सम्मिलित संपत्ति 1,500 अरब डॉलर थी। अमीर
भारत में व्यक्तियों की कुल संपत्ति 5,200 अरब डॉलर होने के साथ यह दुनिया में 10 सर्वाधिक धनवान देशों की सूची में शामिल है।
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