Most of people make investment planning, but few will succeed in achieving goal. do follow these five things in Investment Planning for better future life.
Retirement planning is must for any individual but lots of person make some mistake in planning. this suffers a lot in long term.
आम नौकरीपेशा के सामने सबसे बड़ा सवाल यह है कि वह रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए 60 साल पुराने EPF (इंप्लॉई प्रोविडेंट फंड) को चुने या फिर एनपीएस को।
रिटायरमेंट का नाम सुनते ही उम्र का साठवां बरस हमारी जेहन में आ जाता है। लेकिन आप प्लान करें तो 45 की उम्र में भी नौकरी को गुडबाय कह कर रिटायर हो सकते हैं।
लोग एफडी, इंश्योरेंस की बजाए म्यूचुअल फंड में इंवेस्टमेंट को तवज्जो दे रहे हैं। म्यूचुअल फंड कंपनियां भी अलग-अलग इंवेस्टमेंट प्लान पेश कर रही हैं।
रिटायरमेंट के लिए सभी लोग अच्छीखासी बचत करना चाहते हैं, लेकिन अधिकांश लोग बचत के तरीकों से अनजान होते हैं, जिससे वह अपने जमा लक्ष्य से चूक जाते हैं।
सरकार वरिष्ठ नागरिकों के लिए नकदी रहित (कैशलेस) स्वास्थ्य बीमा योजना पर काम कर रही है, जिसकी घोषणा आगामी बजट 2016-17 में की जा सकती है।
रिटायरमेंट के बाद पेंशन पाने के लिए अब आपको ज्यादा चक्कर नहीं लगाने होंगे। सरकार ने पेंशन पाने के लिए भरे जाने वाले फॉर्म को आसान बना दिया है।
आरामदायक रिटायरमेंट जीवन पाना बहुत आसान है। रियारमेंट प्लानिंग आपके फाइनेंशियल लक्ष्यों के लिए सबसे अहम होता है। अक्सर लोग इस पर ध्यान नहीं देते हैं।
अगर आप सुकून भरा रिटायरमेंट चाहते हैं तो इसके लिए जरूरी है कि अभी से प्लानिंग शुरू कर दें। यहां जरूरी है कि अंधाधुंध निवेश की बजाए समझदारी से निवेश करें।
एक सर्वे में चौकाने वाली बात सामने निकल कर आई है। देश की 45 साल से अधिक उम्र की 61 फीसदी काम करने वाली आबादी अगले पांच साल में रिटायर होना चाहती है।
PFRDA ने NPS के नए ग्राहकों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की शुरूआत की है। इसके तहत अब नए खाताधारकों के वेरिफिकेशन के लिए पैन कार्ड को अनिवार्य कर दिया है।
नई पेंशन प्रणाली (एनपीएस) से जुड़े नियमों में बड़ा बदलाव हुआ है। अब एनपीएस से पैसों की निकासी के लिए आवेदक सिर्फ ऑनलाइन ही आवेदन कर सकेंगे।
नेशनल पेंशन स्कीम के साथ रिटायरमेंट प्लानिंग से पहले उसके रिटर्न के गणित को ठीक प्रकार से समझ लेना भी बहुत जरूरी है।
रिटायरमेंट की प्लानिंग का पहला कदम है कि आप अपने रिटायरमेंट के बारे में सोचें। इसके बाद इसकी योजना बनाए, उस पर काम करें।
भारत का पेंशन सिस्टम दुनिया में सबसे खराब है। एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने के बावजूद भारत में सेवानिवृत्त लोगों की स्थिति दयनीय है।
हाल ही तक नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) में निवेश करना बहुत ही पेंचीदा काम था।
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