खुदरा क्षेत्र के उद्यमियों ने फाइनेंस तक आसान पहुंच और क्षेत्र में अधिक निवेश आकर्षित करने के लिये आगामी बजट में उन्हें उद्योग का दर्जा दिए जाने और वस्तु एवं सेवा कर (GST) को सरल बनाने की मांग की है।
रिटेल सेक्टर से जुड़े हुए हैं तो अपना सीवी जल्द ही तैयार कर लीजिए, क्योंकि स्वीडिश फर्नीचर रिटेल कंपनी आइकिया लोगों को नौकरी देने जा रही है। कंपनी ने आज कहा कि वह 2025 तक भारत में अपने कर्मचारियों की संख्या बढ़ाकर 15,000 करेगी जिनमें से आधी महिलाए
रिलायंस जियो अपने उपभोक्ताओं को किराना स्टोर से सस्ता किराना खरीदने के लिए डिजिटल कूपन की पेशकश करेगी।
खुदरा एवं थोक महंगाई दर में जुलाई माह में वृद्धि हुई और आने वाले महीनों में इसमें और वृद्धि आ सकती है। मोर्गन स्टैनली ने एक रिपोर्ट में यह आशंका जताई है।
सब्जियों, दालों व दूध से बने उत्पादों जैसी खाद्य वस्तुओं के सस्ता होने के कारण रिटेल महंगाई दर जून महीने में 1.54 प्रतिशत के ऐतिहासिक निचले स्तर पर आ गई। इससे भारतीय रिजर्व बैंक अगले महीने दर में कटौती की सोच सकता है।
GST लागू होने के बाद भी ऑफर्स की बारिश जारी होगी। अब बिग बाजार 30 जून की आधी रात से 22 प्रतिशत तक की छूट के साथ SALE शुरू करने जा रहा है।
Pre-GST sale: GST लागू होने से पहले ऑटो, इलेक्ट्रॉनिक्स, मोबाइल कंपनियों के साथ-साथ रिटेल कंपनियों ने भी स्टॉक क्लियरेंस के लिए दाम में भारी कटौती का ऐलान किया है।
देश में निकट भविष्य में मैन्युफैक्चरिंग, रियर एस्टेट, संगठित खुदरा, सौंदर्य एवं स्वास्थ्य, परिवहन और लाजिस्टिक क्षेत्र में सर्वाधिक रोजगार सृजित करने की क्षमता है।
आरपी गोयन्का ग्रुप डीमर्जर के तहत CESC को 4 कारोबार में बांटा जाएगा। सीईएससी इंफ्रा, स्पेंसर्स और म्यूजिक वर्ल्ड का विलय किया जाएगा।
सरकार प्रिंट मीडिया, निर्माण व रिटेल क्षेत्र के लिए FDI नियमों में ढील देने पर विचार कर रही है ताकि इनमें विदेशी निवेश बढ़ाया जा सके।
आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने मध्यप्रदेश में रिटेल, टेलीकॉम और सीमेंट उद्योग क्षेत्र में 20,000 करोड़ रुपए का निवेश करने की बात कही।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने कहा कि खुदरा निवेशक 16 अगस्त से सरकारी प्रतिभूति (जी-सैक) बाजार में निर्बाध रूप से भाग ले सकेंगे।
चालू वित्त वर्ष के पहले दो महीनों में कुल चार कंपनियों ने गैर परिवर्तनीय डिबेंचर (एनसीडी) जारी कर 1,900 करोड़ रुपए जुटाए हैं।
सर्च इंजन गूगल की एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में ई-कॉमर्स बाजार से बिकने वाली वस्तुओं का सकल वस्तु मूल्य 2020 तक 60 अरब डॉलर हो जाने का अनुमान है।
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