इससे पिछले महीने यानी जून माह में मुद्रास्फीति दर कृषि और ग्रामीण कामगारों के लिये क्रमश: 3.83 प्रतिशत और 4 प्रतिशत थी।
औद्योगिक कर्मचारियों के लिये खुदरा मुद्रास्फीति जून में बढ़कर 5.57 प्रतिशत पहुंच गयी। मुख्य रूप से कुछ खाद्य पदार्थों के दाम बढ़ने से महंगाई दर बढ़ी है।
विश्वबैंक के पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार कौशिक बसु ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत की थोक कीमत आधारित मुद्रस्फीति 30 साल के उच्चतम स्तर पर है
वित्त वर्ष 2020-21 की शुरुआत में कुल डीमैट खातों की संख्या 4.1 करोड़ थी, जो वित्त वर्ष के अंत तक बढ़कर 5.5 करोड़ हो गई।
भारत के औद्योगिक उत्पादन में मई के दौरान 29.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, सोमवार को जारी सरकारी आंकड़ों से यह पता चला।
सरकार के इस फैसले से 2.5 करोड़ से अधिक व्यापारियों को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार एमएसएमई (MSME) को देश के इकोनॉमिक ग्रोथ का इंजन बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यमों (एमएसएमई) को कर्ज के मामले में निजी क्षेत्रों के बैंकों में 9.23 प्रतिशत की अच्छी वृद्धि हुई जबकि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के मामले में यह 0.89 प्रतिशत है।
भारतीय खुदरा विक्रेता संघ (आरएआई) के एक सर्वेक्षण के मुताबिक कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के चलते कई राज्यों में लॉकडाउन के कारण भारत में खुदरा बिक्री 2019 में कोविड से पहले के स्तर के मुकाबले 79 प्रतिशत घट गई।
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत की खुदरा मुद्रास्फीति मई के महीने में बढ़कर 6.30 प्रतिशत हो गई, जो भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की 6 प्रतिशत की सीमा से अधिक है।
कृषि श्रमिकों के मामले में सूचकांक में 16 राज्यों में एक से लेकर 17 अंक की वृद्धि हुई जबकि चार राज्यों में एक से चार अंक की गिरावट भी आई है।
पिछले पूरे वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान आईआईपी में 8.6 प्रतिशत की गिरावट आयी जबकि 2019-20 में इसमें 0.8 प्रतिशत का संकुचन हुआ था।
2020 में साइबर हमलों की घटनाओं में 59 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। कोरोना महामारी क बीच हेल्थेकेयर सेक्टर की बढ़ती भूमिका के बीच सेक्टर पर साइबर हमले भी बढ़े हैं।
खाद्य वस्तुओं के दाम बढ़ने से खुदरा मुद्रास्फीति की दर मार्च में बढ़कर 5.52 प्रतिशत पर पहुंच गई। सोमवार को जारी सरकारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
खुदरा खाद्य महंगाई दर फरवरी के दौरान 3.87 प्रतिशत के स्तर पर रही है जो कि जनवरी में 1.96 प्रतिशत के स्तर पर थी। फरवरी में ग्रामीण क्षेत्रों में दर 2.89 प्रतिशत पर और शहरी इलाकों में खाद्य महंगाई दर 5.63 प्रतिशत पर रही थी।
शेयर बाजार में लगातार रिकॉर्ड तेजी देखने को मिल रही है। बाजार से मिल रही कमाई की खबरों से आकर्षित होकर कई बार आम निवेशक बिना सोचे समझे निवेश करता है, जिससे किसी तेज गिरावट में उसे काफी बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है, जानिए वो कौन सी गलतियां है जो आम निवेशक बाजार में करते हैं।
अगस्त के महीने में रिलायंस इंडस्ट्रीज की सब्सिडियरी रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड ने फ्यूचर समूह के साथ डील का ऐलान किया था। डील के तहत कंपनी फ्यूचर ग्रुप के रिटेल, होलसेल और लॉजिस्टिक्स कारोबार का अधिग्रहण करेगी, यह डील 24713 करोड़ रुपये में हुई है।
सीतारमण ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि कुछ जिलों में बाढ़ के कारण मौसमी उत्पादों की कीमतों में तेजी आई है।
भूटान से बिना लाइसेंस आयात की छूट जनवरी 2021 तक रहेगी। सरकार के मुताबिक भूटान से अगले कुछ दिनों में 30,000 टन आलू देश में पहुंच जाएगा। वहीं आलू के खुदरा मूल्य पर लगाम लगाने के लिये कुल 10 लाख टन आलू का आयात किया जा रहा है।
आधुनिक प्रौद्योगिकी की वजह से आज मोबाइल एप का इस्तेमाल काफी आसान हो गया है।
अगस्त के दौरान सब्जियों और ईंधन की महंगाई दर में बढ़त देखने को मिली, हालांकि दूसरी तरफ अनाज और दालों की कीमतों में कमी से सब्जियों की महंगाई का असर खत्म हो गया, और खुदरा महंगाई दर पिछले स्तरों के करीब ही रही।
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