कमजोर ग्लोबल डिमांड की चुनौतियों के बीच मजबूत बुनियाद के साथ घरेलू आर्थिक गतिविधियां 2023-24 की पहली छमाही में मजबूत रही हैं। वित्त वर्ष 2023-24 में पूंजीगत व्यय 37.5 प्रतिशत बढ़ाकर 10 लाख करोड़ रुपये किया गया था।
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि ग्रामीण मांग की मजबूती, महांगाई का कम दबाव और सर्विस एवं मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में तेज उछाल के चलते अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष में मजबूत रहेगी।
आरबीआई गवर्नर द्वारा मौद्रिक नीति समीक्षा के बैठक के फैसलों का ऐलान करते हुए कहा कि सरकार प्रतिभूतियों में रिटेल निवेशकों के लिए निवेश करना सुगम हो, इसलिए आरबीआई जल्द एक ऐप लाने जा रहा है।
RBI गवर्नर की ओर से यूपीआई के जरिए कैश डिपॉजिट मशीन में पैसा जमा करने की सुविधा को शुरू करने का प्रस्ताव दिया गया है।
RBI MPC Repo Rate: आरबीआई की ओर से रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर स्थिर रखा गया है। यह सातवीं बार है जब रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
भारतीय रिजर्व बैंक के 90वें स्थापना वर्ष पर पीएम नरेंद्र मोदी ने मुंबई में सभा को संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में शासनकाल के दौरान जो कुछ भी हुआ, वह बस ट्रेलर था। अभी बहुत कुछ करना बाकी है।
भारतीय रिजर्व बैंक की 90वां स्थापना दिवस के मौके पर पीएम ने कहा कि जब मैं आरबीआई की 80वें स्थापना दिवस पर आया था तब बैंकिंग सेक्टर की हालत काफी खराब थी। एनपीए की स्थिति काफी खराब थी। हमने वहां से शुरुआत की। आज आरबीआई को दुनिया में एक मजबूत सिस्टम माना जा रहा है।
RBI: आरबीआई की स्थापना एक शेयरहोल्डर बैंक के रूप में हुई थी। आजादी के बाद भारत सरकार द्वारा 1949 में इसका राष्ट्रीयकरण कर दिया गया।
आरबीआई के डिप्टी गवर्नर माइकल देबब्रत पात्रा का कहना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की गति आने वाले वर्षों मेंं और तेज हो सकती है और 2032 तक भारत दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकती है।
आरबीआई की ओर से दिए गए निर्देश के मुताबिक सभी एजेंसी बैंक 31 मार्च (रविवार) को खुले रहेंगे और इस दिन सभी शाखाओं में कामकाज सामान्य रहेगा।
RBI की ओर से डीसीबी बैंक और तमिलनाड मर्केंटाइल बैंक पर जुर्माना लगाया गया है। ये जुर्माना केंद्रीय बैंक द्वारा नियमों का अनुपालन न करने को लेकर है।
RBI की ओर से विजा और मास्टरकार्ड को सभी BPSP को रोकने का आदेश दिया गया है। आइए जानते हैं इसका यूजर्स पर क्या असर होगा।
कुल विदेशी मुद्रा भंडार में सोने की हिस्सेदारी मार्च 2023 के आखिर में 7.81% से घटकर सितंबर 2023 के आखिर में लगभग 7.37% हो गई। सोने की बढ़ती कीमतों के बीच आरबीआई ने ज्यादातर दूसरे केंद्रीय बैंकों की तरह खरीदारी में कटौती की है।
RBI MPC Highlights: आरबीआई की ओर से नई मॉनेटरी पॉलिसी में रेपो रेट को जस के तस रखा गया है।
आधिकारिक बयान के अनुसार, रिज़र्व बैंक ने यूजर्स द्वारा विदेशी मुद्रा लेनदेन को आसान बनाने के मकसद से फेमा के तहत मौजूदा प्राधिकरण ढांचे की समीक्षा की है, और साथ ही एपी को नियंत्रित करने वाले नियामक निरीक्षण ढांचे को मजबूत किया है।
RBI की ओर से वित्त वर्ष 25 के लिए विकास दर के अनुमान को घटाकर 6 प्रतिशत कर दिया है। साथ ही महंगाई को लेकर अनुमान को घटाया है।
8 दिसंबर को खत्म सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा विदेशी मुद्रा आस्तियां 3.08 अरब डॉलर बढ़कर 536.69 अरब डॉलर हो गई।
रूस-यूक्रेन युद्ध और उसके चलते ग्लोबल सप्लाई बाधित होने से महंगाई बढ़ने के कारण मई, 2022 से शुरू हुआ नीतिगत दर में बढ़ोतरी का सिलसिला एक तरह से थम गया।
आरबीआई ने कहा कि नया जोखिम भार बैंकों के लिए पर्सनल लोन और एनबीएफसी के लिए खुदरा लोन पर लागू होगा। होम, एजुकेशन और ऑटो लोन के साथ-साथ सोने और सोने के आभूषणों द्वारा सुरक्षित लोन को बाहर रखा जाएगा।
आरबीआई की तरफ से निकाली गई असिस्टेंट पद पर भर्ती के लिए चल रहे एप्लीकेशन प्रोसेस को जल्द ही खत्म कर दिया जाएगा। इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर दें।
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