नवंबर 2016 में लिए नोटबंदी के फैसले के बाद लगता है मोदी सरकार अब सिक्का बंदी की तैयारी में दिखाई दे रही है।
केंद्र सरकार ने 10 रुपए के नए नोटों के डिजायन पर अपनी सहमती दी है जिसके बाद रिजर्व बैंक नए 10 रुपए के करीब 100 करोड़ नोट छाप भी चुका है
फर्स्टरेंड और आरबीएस बैंक ने भारत में अपने सारे ATM बंद कर दिए हैं, इसके अलावा अन्य विदेशी बैंकों ने भी अपने ATM की संख्या घटाई है
उल्लेखनीय है कि सितंबर तिमाही तक NPA का आकार 10,000 अरब रुपये यानी बैंक के कुल कर्ज का 10% से ऊपर निकल गया।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया पर भारतीय स्टेट बैंक (SBI) रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा जा रहा है कि सरकार 2000 रुपए के नोट को वापस ले सकती है
RBI की सख्ती को लेकर सोशल मीडिया और कुछ मीडिया रिपोर्ट पर जिस तरह की खबरें आई हैं उनको लेकर RBI ने सफाई दी है
भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में MDR की दरों में कटौती की है, 20 लाख रुपए से कम का सालाना टर्नओवर रखने वाले कारोबारियों के लिए यह दर 0.40 प्रतिशत है
बिटकॉइन एक डिजिटल करंसी है जो पारंपरिक सिक्कों और नोटों की शक्ल में मौजूद नहीं है। इसे इलेक्ट्रॉनिक तरीके से ही रखा जा सकता है।
सेंसेक्स 120 प्वाइंट से ज्यादा की तेजी के साथ 32,700 के ऊपर कारोबार कर रहा है वहीं निफ्टी भी करीब 35 प्वाइंट की बढ़त के साथ 10,079 पर ट्रेड हो रहा है।
बिटकॉइन ने 15585 डॉलर की ऊंचाई को छुआ है। सुबह जब बाजार खुला था तो यह 13227 डॉलर के स्तर पर था
50 और 200 रुपए के नोट में बड़ी खामी सामने आई है। दिल्ली उच्च न्यायालय ने पाया है कि इन नोटों को नेत्रहीन लोगों द्वारा पहचानने तथा इस्तेमाल करने में दिक्कत आ रही है।
फिलहाल देश में 2000 रुपए तक की ट्रांजेक्शन पर MDR की दर 0.75 प्रतिशत है और 2000 रुपए से ऊपर की ट्रांजेक्शन पर यह दर बढ़कर 1 फीसदी हो जाती है।
रेपो रेट को 6 फीसदी पर बरकरार रखा गया है, इसी तरह रिवर्स रेपो रेट 5.75 फीसदी और बैंक रेट 6.25 फीसदी पर कायम रहेगी।
दिसंबर के 6 दिन में ही इसका भाव 25 फीसदी से ज्यादा बढ़ चुका है। 30 नवंबर को बिटकॉइन का भाव 9,677 डॉलर था लेकिन आज यह बढ़कर 12,135 डॉलर हो गया है
MPC की दो दिन की बैठक के नतीजे कल आएंगे। सभी अंशधारकों मसलन उद्योग और शेयर बाजारों की निगाह बैठक पर है।
रिजर्व बैंक (RBI) इस बुधवार को अपनी मुख्य नीतिगत ब्याज दर वर्तमान स्तर पर ही बनाए रख सकता है तथा उसका ध्यान महंगाई नियंत्रण पर केंद्रित रहने की संभावना है
ठीक सौ साल पहले 30 नवंबर 1917 को ही यह एक रुपए का नोट सामने आया जिस पर ब्रिटेन के राजा जॉर्ज पंचम की तस्वीर छपी थी
भारतीय रिजर्व बैंक की वेबसाइट के अनुसार इस नोट की छपाई को पहली बार 1926 में बंद किया गया क्योंकि इसकी लागत अधिक थी। इसके बाद इसे 1940 में फिर से छापना शुरु कर दिया गया जो 1994 तक अनवरत जारी रहा। बाद में इस नोट की छपाई 2015 में फिर शुरु की गई। इस नोट
इस्लामिक बैंक को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक के रेड सिग्नल के बाद अब सरकार की तरफ से भी इसको लेकर रुख साफ किया गया है।
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