सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को जाति आरक्षण से जुड़े एक मामले की याचिका पर टिप्पणी करते हुए कहा कि आरक्षण का अधिकार मौलिक अधिकार नहीं है।
जम्मू में कुछ मुस्लिम और सिख संगठनों ने ‘‘उपेक्षा झेलने’’ का दावा करते हुए अपने समुदाय के लिए विधानसभा, उच्च शिक्षण संस्थानों और रोजगार में आरक्षण की सोमवार को मांग की।
सूबे के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नवाब मलिक ने विधानसभा में कहा है कि उनकी सरकार मुस्लिमों को शिक्षा के क्षेत्र में आरक्षण देने जा रही है।
सरकारी नौकरियों में पदोन्नति में आरक्षण के मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय के फैसले के खिलाफ भीम आर्मी के कई सदस्यों ने रविवार को विरोध जुलूस निकाला।
पासवान ने कहा कि सरकार उच्चतम न्यायालय के फैसले के खिलाफ एक पुनर्विचार याचिका दायर करने और इस विषय पर कानूनी राय लेने पर विचार कर रही है।
सीएए के खिलाफ चल रहे अभियान पर अमित शाह ने कहा कि सीएए का विरोध करने वालों से 20 गुना ज्यादा लोग पक्ष में हैं, लेकिन उन्होंने पत्थर नहीं उठाए। सीएए के समर्थन में कई जगहों पर 1.5-2 लाख लोग इकट्ठा हुए।
पदोन्नति में आरक्षण पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद ने भी भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार पर निशाना साधा है। अपने ट्वीट में लालू ने नसीहत देते हुए कहा कि आरक्षण खत्म करने की बात करने वाले जातियां खत्म करने की बात क्यों नहीं करते?
कांग्रेस ने नियुक्ति एवं पदोन्नति में आरक्षण के मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय के एक फैसले पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावर चंद गहलोत के वक्तव्य को लेकर सोमवार को आरोप लगाया कि सरकार ने इस विषय पर संसद को गुमराह किया है।
भारतीय जनता पार्टी भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की आरक्षण विरोधी विचारधारा को बेनकाब करने के लिए कांग्रेस पार्टी 16 फरवरी को देशभर में विरोध प्रदर्शन आयोजित करेगी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे को संसद के भीतर और बाहर दोनों जगह उठाएगी। उच्च्तम न्यायालय ने हाल ही में दिए अपने फैसले में कहा कि राज्य सरकारें नियुक्ति में आरक्षण देने के लिए बाध्य नहीं हैं और पदोन्नति में आरक्षण का दावा करने का कोई मूल अधिकार नहीं है।
महाराष्ट्र में एनसीपी ने अब मुस्लिम आरक्षण का कार्ड खेलते हुए राज्य के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नवाब मालिक ने कहा कि महाविकास आघाडी सरकार जल्द राज्य में मुस्लिम आरक्षण बिल लाएगी।
मध्य प्रदेश संघ लोक सेवा आयोग (MPPSC) में बढ़े हुए 27℅ OBC आरक्षण पर हाई कोर्ट ने रोक लगा दी है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने मांग की है कि आरक्षित वर्ग का उम्मीदवार सामान्य वर्ग के समान या उससे अधिक अंक पाता है तो उस उम्मीदवार को अनारक्षित कोटे में नौकरी दी जानी चाहिए।
एससी एवं एसटी वर्ग को लोकसभा एवं राज्यों की विधानसभा में दिए गये आरक्षण की वर्तमान सीमा 25 जनवरी 2020 को समाप्त हो रही है। इस विधेयक में लोकसभा में एंग्लो इंडियन समुदाय के दो और 13 विधानसभाओं में एक-एक प्रतिनिधि को मनोनीत करने के बारे में कोई उल्लेख नहीं किया गया है।
केन्द्र सरकार ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि किसी भी समुदाय, जाति, धर्म या लिंग को प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण देने का कोई प्रस्ताव नहीं हैं।
लोकसभा ने मंगलवार को ‘संविधान (एक सौ छब्बीसवां संशोधन) विधेयक-2019 को मंजूरी दे दी जिसमें लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति समुदायों को दिए गए आरक्षण को दस वर्ष बढ़ाने का प्रावधान किया गया है।
कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने संसद एवं राज्यों की विधानसभाओं में अनुसूचित जाति और जनजाति के आरक्षण को 10 साल के लिए बढ़ाने से जुड़े संविधान संशोधन विधेयक को सर्वसम्मति से पारित करने की अपील करते हुए लोकसभा में कहा कि इन दोनों वर्गों के लिए आरक्षण बना रहेगा।
लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में अनुसूचित जाति (एससी) एवं अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षण की सीमा 10 वर्ष और बढ़ाई जाएगी, लेकिन विधायिका में आंग्ल-भारतीय समुदाय के व्यक्ति को मनोनीत करने की व्यवस्था अगले वर्ष जनवरी में समाप्त हो जाएगी
याचिका में कहा गया है कि सरकार ने अभी तक अनुसूचित जाति और जनजातियों के समुदायों में क्रीमी लेयर की पहचान नहीं की है जिसका नतीजा यह हुआ है कि इन्हीं समूहों के वंचित सदस्यों की कीमत पर इनके समृद्ध लोग लगातार आरक्षण का लाभ प्राप्त करते आ रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता नितिन गडकरी ने सोमवार को कहा कि सामाजिक एवं आर्थिक रूप से पिछड़े समुदाय के लोगों के विकास के लिये आरक्षण जरूरी है लेकिन सिर्फ कोटा प्रणाली से ही उनका सम्पूर्ण विकास सुनिश्चित नहीं हो सकता है।
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