सतना में सीवर लाइन कार्य के दौरान मिट्टी धंसने से एक मजदूर दब गया है। मौके पर प्रशासन की टीम पहुंची है और बचाव अभियान चल रहा है।
गुजरात के द्वारका में एक बड़ा हादसा टल गया है। कल्याणपुर तहसील के रण गांव में एक ढाई साल की मासूम बच्ची बोरवेल में गिर गई थी जिसकी मौत हो गई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का सही कारण पता चलेगा।
चीन में भूकंप के कारण बड़ी तबाही हुई है। जैसे तैसे भूकंप प्रभावितों को मलबे से निकालकर मशक्कत के बाद सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। लेकिन यहां एक और नई मुसीबत खड़ी हो गई है। इस नई चुनौती से भूकंप पीड़ितों को कड़ा सामना करना पड़ रहा है।
ये ऑपरेशन 41 हिन्दुस्तानियों की जिंदगी और मौत का फैसला करने वाला मिशन था। पूरे भारत की दुआएं लगीं, पूरा सिस्टम लगा, सारी सरकारी ताकत लगी और 17 दिन की लंबी जंग के बाद आखिरकार जिंदगी जीत गई। पहाड़ का सीना चीर कर सभी 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला गया और इस खबर ने हर हिन्दुस्तानी के चेहरे पर खुशी ला दी।
उत्तराखंड सुरंग हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे कर्मियों को उत्तराखंड सरकार 50 हजार रुपये का इनाम देगी। इसका ऐलान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कार्यालय की ओर से किया गया है।
उत्तराखंड के टनल में फंसे मजदूरों के सुरक्षित रेस्क्यू ऑपरेशन पर गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत तमाम नेताओं ने खशी जाहिर की है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के सिलक्यारा टनल के रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता पर खुशी जताई है। इन दोनों ने मजदूरों और बचाव दल के साहस और धैर्य को सलाम किया है।
उत्तरकाशी की सिलक्यारा टनल में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में बड़ी सफलता मिली है। टनल में फंसे मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया है। मजदूरों को बाहर निकालने के लिए बीते 16 दिन से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा था।
Uttarkashi Tunnel Rescue Update: करीब 3 घंटे बाद टनल से बाहर निकले CM Pushkar Dhami | NDRF
भारी भरकम मशीनों के फेल हो जाने के बाद अब सिलक्यारा सुरंग के अंदर फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने के लिए रैट माइनर्स को लगाया गया है। अब सबकी उम्मीद इन्हीं रैट माइनर्स पर टिक गई हैं।
उत्तरकाशी के सिलक्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए लगातार कोशिशें की जा रही हैं। लगातार आती समस्याओं के बीच केवल कुछ ही मीटर की ड्रिलिंग बची है जिस कारण 41 मजदूरों और उनके परिवारजनों की उम्मीदें बढ़ रही हैं।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित सिल्क्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए अब अन्य विकल्प अपनाए जा रहे हैं। ऑगर ड्रिलिंग मशीन में आई खराबी के बाद मैन्युअल ड्रिलिंग के साथ ही अन्य विकल्प पर भी काम शुरू कर दिया गया है।
उत्तरकाशी टनल ऑपरेशन में अब भारतीय सेना के जवान भी मोर्चा संभालेंगे। बता दें कि ड्रिलिंग के काम में दिक्कतें आने के बाद अब सेना के जवान मैनुअल ड्रिलिंग करें। इसके लिए सिविलियन की भी मदद ली जाएगी।
उत्तराखंड के सिल्क्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए चलाया जा रहा रेस्क्यू ऑपरेशन लंबा खिंचेगा। इसके मद्देनजर सुरंग में मजदूरों तक मोबाइल फोन और बोर्ड गेम्स पहुंचाए गए ताकि वे अपना तनाव दूर कर सकें।
उत्तराखंड के सुरंग में फंसे श्रमिकों को अभी और इंतजार करना होगा। ड्रिलिंग मशीन में आई खराबी के बाद अब बचा हुआ काम मैन्यूअल तरीके से किया जाएगा। ऐसी स्थिति में रेस्क्यू ऑपरेशन लंबा खिंच सकता है।
सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों के लिए पिछले 48 घंटे से हालात लगातार बदल रहे हैं लेकिन उम्मीद की किरण इसलिए भी जगमग है क्योंकि सुंरग के अंदर फंसे मजदूर सही सलामत हैं, उनसे बात हो रही है। गुरुवार को उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मजदूरों का हौसला बढ़ा रहे गब्बर सिंह से बात की और भरोसा दिलाया कि पूरा देश उनके साथ ह
उत्तरकाशी के सिल्क्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन आज भी जारी रहा। शाम में ड्रिलिंग मशीन में खराबी आ गई जिसके चलते अब कल श्रमिकों को सुरंग से बाहर निकालने की कोशिश की जाएगी।
सबको उम्मीद है कि आज 41 मजदूर अपने परिजनों को देख पाएंगे। सुरंग के बाहर ही बैठे परिवार वालों की भावनाओं को भी उत्तरकाशी की सर्दी डिगा नहीं पा रही है। एक्सपर्ट के मुताबिक अगर सब ठीक रहा तो आज मजदूरों को बाहर निकाल लिया जाएगा।
उत्तराखंड के सिल्कयारा टनल में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए राहत और बचाव का काम तेज कर दिया है। अगले कुछ घंटों में अहम खबर मिलने की उम्मीद है।
उत्तरकाशी सुरंग हादसे में फंसे 41 मजदूरों को सुरंग से बाहर निकालने का काम तेजी से चल रहा है। अगले दो दिनों में मजदूरों को बाहर निकाल लिया जाएगा। उन्हें खाना-दवाएं भेजी गई हैं। जानिए अबतक का अपडेट-
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