नेपाल में एक घायल ने होश में आने पर बताया कि बचावकर्मियों को मुझ तक पहुंचने में लगभग आधे से एक घंटे का समय लग गया।’’ अस्पताल में भर्ती एक अन्य व्यक्ति टीका राम राणा ने कहा, ‘‘मैं सो रहा था कि रात को करीब 10-11 बजे सब हिलने लगा और मकान धंस गया। कई मकान ढह गए और कई लोग मलबे में दब गए।
सिक्किम में बादल फटने के बाद अचानक आई बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। करीब एक सप्ताह बाद भी 76 लोगों का पता नहीं चल रहा है। वहीं विभिन्न इलाकों में फंसे पर्यटकों को निकालने का काम जारी है।
लखनऊ के एक अपार्टमेंट में मल्टीलेवल कार पार्किंग का काम चल रहा था। अचानक जमीन धंसने से कई मजदूर मलबे में समा गए। इस घटना में 2 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई है। बता दें कि यूपी पुलिस, एसडीआरएफ और फायर ब्रिगेड की टीम रेस्क्यू अभियान में जुटी हुई है।
चिली में आए 6.2 तीव्रता के भयानक भूकंप से लोग दहशत में आ गए। उत्तरी चिली में लोग रोजाना की तरह अपने दैनिक कार्यों में जुटे थे। सुबह करीब आठ बजकर 48 मिनट पर अचानक धरती कांपने लगी। इससे सभी डर कर अपनी जान बचाने को घरों से बाहर निकल कर भागे। हालांकि कुछ ही मिनट में झटके थम गए। इसके बाद भी लोगों में दहशत कायम रही।
नेपाल में दर्दनाक बस दुर्घटना हुई है। सड़क पर जा रही यात्री बस अचानक अपना संतुलन खो बैठी और वह नदी में जा गिरी। इस दुर्घटना में 8 यात्रियों की मौत हो गई। घायलों को इलाज के लिए भेजा गया है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
पाकिस्तान में एक यात्री बस के डीजल ले जा रहे वैन से टकरा जाने के कारण दोनों वाहनों में आग लग गई। इसमें कम से कम 16 यात्रियों की मौत होने की खबर है। 15 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। घायलकों को नजदीकी अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया है।
चीन बाढ़ से बर्बादी की राह पर है। पूरे देश में सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लापता हैं। कई लाख लोगों को बाढ़ वाले क्षेत्रों से रेस्क्यू करके सुरक्षित ठिकानों पर ले जाया गया है। आपको जानकर हैरानी होगी कि चीन में कहीं बाढ़ तो कहीं भीषण गर्मी और लू का भयंकर प्रकोप है।
मध्य प्रदेश के सीहोर में एक बोरवेल में गिरी ढाई साल की बच्ची सृष्टि को बोरवेल से निकाल लिया गया। लेकिन दुख की बात यह रही कि बच्ची का जान नहीं बचाई जा सकी।
मध्य प्रदेश के सीहोर में बोरवेल में गिरी ढाई साल की बच्ची सृष्टि को बचाने के लिए चलाया जा रहा रेस्क्यू ऑपरेशन 51 घंटों के बाद गुरुवार को समाप्त हो गया।
कहा गया है कि "जाको राखे साइयां...मार सके न कोय।" यह कहावत एक बार फिर कोलंबिया में सच साबित हुई है। अधिकारियों के अनुसार करीब दो हफ्ते पहले कोलंबिया में एक विमान हादसे का शिकार हो गया था। इस दर्दनाक हादसे में पायलट के अतिरिक्त दो यात्री भी मारे गए थे। जबकि अन्य लोग लापता थे।
भीषण और रिकॉर्डतोड़ बारिश से पिछले 36 घंटे में बारिश ने इटली में तबाही मचा दी है। इटली की सड़कें, गलियां और लोगों के घर तक जलमग्न हो गए हैं। मौसम विभाग के अनुसार इटली में सामान्यतयः एक वर्ष में करीब 1000 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जाती है, जबकि 500 मिलीमीटर बारिश पिछले 36 घंटों के दौरान ही रिकॉर्ड की जा चुकी है।
नेपाल में हिमस्खलन की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामले में नेपाल के मुगु जिले में हिमस्खलन की एक और घटना में तीन लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए। एक स्थानीय अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। यह घटना ऐसे वक्त में हुई जब जुमला जिले के कुल 15 लोग कैटरपिलर फंगस यार्सागुम्बा की तलाश में मुगु गए थे।
खेत में काम करने के लिए मजदूरों के साथ-साथ उनके बच्चे भी पहुंचे हुए थे, तभी वहां कुछ बंदर आ गए और बच्चों के पीछे पड़ गए। बंदर से बचने के लिए बच्चे भागने लगे, तभी खेत के बीच में मौजूद खुले बोरवेल में लोकेश गिर गया।
बच्चे के गिरते ही हड़कंप मच गया। फौरन रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। NDRF की पांच टीमें मौके पर पहुंची और करीब 8 घंटे के ऑपरेशन के बाद बच्चे को निकाल लिया गया था।
तुर्की और सीरिया में भूकंप पीड़ितों की सहायता करने गई भारतीय टीम करीब 13 दिनों तक राहत, बचाव और चिकित्सा कार्यों को अंजाम देने के बाद आज स्वदेश लौट आई है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने ट्वीट करके सेना के जवानों के साहसपूर्ण कार्य की तारीफ की है।
"नौ दिन चले अढ़ाई कोस"...यह मुहावरा तो आपने बहुत बार सुना होगा। मगर आज जो घटना हम आपको बताने जा रहे हैं, उसके बारे में सुनकर होश उड़ जाएंगे। तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप को अब 9 दिन हो चुके हैं। एक पल में प्रकृति के प्रकोप ने बहुत सारी जिंदगियां छीन लीं और देखते ही देखते सबकुछ तबाह हो गया।
तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप के रोंगटे खड़े कर देने वाले वीडियो सामने आ रहे हैं। तबाही का ऐसा तांडव देखकर हर किसी का कलेजा फटा जा रहा है और आत्मा रो रही है। तुर्की और सीरिया में भूकंप के अब 3 दिन हो चुके हैं। इसके बावजूद चमत्कारिक रूप से काफी संख्या में लोगों को जिंदा निकाला जा रहा है।
तुर्की और सीरिया में आए भूकंप के बाद अब तक का सबसे बड़ा चमत्कार नजर आया है। बचाव और राहत दल ने मलबे के नीचे दबी 2 माह की बच्ची को रेस्क्यू किया है। राहत दल भी इस बच्ची को जिंदा देखकर हैरान रह गया। मौके पर भारी संख्या में राहत और बचाव दलों के साथ स्थानीय लोग भी मौजूद रहे।
जम्मू कश्मीर में लैंड स्लाइड में फंसे 172 मजदूरों को भारतीय सेना ने बचा लिया। दरअसल,संकट की सूचना मिलते ही आर्मी कैंप गुंड से एक बचाव दल को तुरंत लाया गया, जिसने बर्फ से ढके मार्ग पर बातचीत की और उसी रात साइट पर पहुंच गया। जिससे फंसे हुए श्रमिकों को बचाया जा सका।
मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में गिरे 8 साल के बच्चे तन्मय को करीब साढ़े चार दिन तक चली मशक्कत के बाद बाहर निकाल लिया गया। लेकिन उसने दम तोड़ दिया। बोरवेल से बाहर निकालते ही सबसे पहले उसे एंबुलेंस से अस्पताल ने जाया गया। लेकिन वह नहीं बच सका।
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