हैदराबाद के रहने वाले गणेश इस हादसे के बाद बचाए गए 99 लोगों में शामिल हैं। उन्होंने कहा, मेरे दिमाग में एक पल के लिए यह विचार आया कि नौसेना की नाव हमारी नाव से टकरा सकती है, और अगले कुछ सेकंड में ऐसा ही हो गया।
मुंबई के गेटव ऑफ इंडिया के पास समंदर में एक भीषण हादसा देखने को मिला। यहां टक्कर के बाद नीलकमल नाम की नाव पानी में डूब गई, जिसमें 85 लोग सवार थे। बता दें कि इस हादसे पर अब नीलकमल नाव के मालिक का बयान आया है।
इंसानी बस्तियों में अजगरों का चले आना बहुत ही आम बात हो गई है। ऐसे में कभी-कभी ये अजगर अपने आप को मुसीबत में डाल लेते हैं। ऐसे ही मुसीबत में फंसे दो अजगरों का वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
भावनगर के कोलियाद के पास मालेश्री नदी का जलस्तर बढ़ जाने के बाद वहां यात्रियों से भरी एक बस पानी के तेज बहाव में फंस गई। इतना ही नहीं उन लोगों को बचाने गया ट्रक भी पानी में ही फंस गया था।
केदारनाथ यात्रा के मार्ग पर फंसे यात्रियों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार चौथे दिन भी जारी है। आज 373 लोगों को लिंचोली के लिए रवाना किया गया। यहां से यात्रियों को सुरक्षित हवाई मार्ग के जरिए निकाला जा रहा है।
केरल के वायनाड में वन विभाक के अधिकारियों ने 6 आदिवासियों की जान बचाई जो कि जंगल में बगैर कुछ खाए-पिए कई दिनों से फंसे हुए थे।
वायनाड के अलग-अलग हिस्सों में भूस्खलन से घर और मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। राहत और बचाव कार्य अब भी चलाया जा रहा है। प्राकृतिक हादसे के बाद गांव के गांव भूस्खलन की चपेट में आ गए हैं।
झरने का आनंद लेने के लिए ये लोग वहां पहुंचे हुए थे। बाकी लोग झरने के पास थे किसी तरह व बीचोंबीच जाकर फंस गए। वहां से मदद की गुहार लगाने लगे। झरने का बहाव इतना तेज था कि कोई भी उनके पास तक नहीं पहुंच पा रहा था।
आज सुबह तक 11 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 30 से अधिक लोग पुल ढहने के बाद से लापता हैं। पुल ढहने के कारण कुछ वाहन पुल के नीचे जिन्कियां नदी में गिर गए। खबर के अनुसार, बचाव दलों ने नदी में गिरे पांच वाहन बरामद कर लिए हैं और बचाव कार्य जारी है।
भारतीय नौसेना के युद्धपोत आइएनएस तेग ने ओमान तट पर डूबे 13 भारतीयों में से आठ को जिंदा बचा लिया है। इसके अलावा 1 श्रीलंकाई नागरिक को भी जीवित निकाला है। वहीं 1 शव बरामद हुआ है। 6 लापता सदस्यों की अभी भी तलाश जारी है।
मजदूर निर्माणाधीन इमारत के पास अस्थायी झोपड़ी बनाकर सो रहे थे। बारिश के कारण भूस्खलन होने से वह पानी से भरे गड्ढे में गिर गए। राहत और बचाव कार्य 22 घंटे से जारी है। दो मजदूरों के शव मिले हैं।
पापुआ न्यू गिनी में 3 दिन पहले हुए भूस्खलन में मरने वालों का आंकड़ा अब 2 हजार से अधिक हो चुका है। सरकार ने संयुक्त राष्ट्र को यह जानकारी दी है। साथ ही कहा है कि दुर्गम क्षेत्र होने की वजह से मदद पहुंचने में देरी हो रही है। ऐसे में मलबे के नीचे दबे लोगों के जीवित होने की उम्मीद कम बची है।
पाकिस्तान के एक स्कूल में आग लगने से हड़कंप मच गया। इससे 1400 छात्राओं की जान आफत में पड़ गई। बमुश्किल कड़ी मशक्कत के बाद उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला जा सका।
विदेश में फंसे भारतीयों के लिए मोदी सरकार हमेशा से ही मददगार साबित होती रही है। बात चाहे मेडिकल और अन्य प्रोफेशनल पढ़ाई करने विदेश गए छात्रों की हो या फिर नौकरी के झांसे में अवैध रूप से दूसरे देश ले जाए गए कामगारों की हो। ताजा मामले में भारत सरकार ने लाओस में फंसे 13 कामगारों को सुरक्षित निकाला है।
तुर्की में शुक्रवार को 174 लोग केबल कार हादसे की वजह से एक ऊंचे पर्वत पर हवा में लटक गए। इससे सभी की जान खतरे में पड़ गई। बाद में उन्हें 10 हेलीकॉप्टर की मदद से रेस्क्यू किया गया। हालांकि इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई और 7 लोग घायल हो गए।
20 घंटे से ज्याद समय से बच्चे को बचाने की कोशिशें जारी है। शुक्रवार दोपहर करीब तीन बजे बच्चा खुले बोरवेल के पास खेल रहा था और अचानक उसमें गिर गया।
ताइवान में 3 दिन पहले आए भूकंप के बाद अब भी लगातार भूकंप के झटके आ रहे हैं। शनिवार को 5.2 तीव्रता के झटके महसूस किए गए है। इससे लोगों में दहशत का माहौल हो गया है। इस बीच ताइवान की झुकी इमारत को गिराने का काम रोक दिया गया है।
ताइवान में भूकंप के 3 दिन बीत जाने के बाद भी 600 से ज्यादा लोग जिंदगी और मौत के बीच फंसे हैं। कई जगहों पर चट्टानें खिसक गई हैं और रास्तों से लोग कट गए हैं। ऐसे में उन तक राहत नहीं पहुंच पा रही है। अब तक ताइवान के भूकंप में 12 लोगों की मौत हो चुकी है।
विदेश मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि केंद्र सरकार कंबोडियाई अधिकारियों के साथ समन्वय कर रही है और लगभग 250 भारतीयों को ‘‘बचाया और स्वदेश वापस लाया गया है।’’ यह बयान उन खबरों के बीच आया है, जिनमें कंबोडिया में कई भारतीय नागरिकों के फंसे होने की जानकारी दी गई है।
नाइजीरिया के एक स्कूल से दो हफ्ते अपहृत किए गए 300 बच्चों में से 137 को सकुशल अपहर्ताओं के चंगुल से मुक्त करा लिया गया है। अन्य बंधकों की तलाश जारी है। नाइजीरिया की सेना ने कई दिनों के सर्च ऑपरेशन के बाद इन बच्चों को रेस्क्यू किया है।
संपादक की पसंद