RBI ने 75 लाख रुपए से ज्यादा के लोन पर रिस्क वेटिज 75 फीसदी से कम कर 50 फीसदी कर दिया गया है। माना जा रहा है इस फैसले के बाद EMI सस्ती हो जाएगी।
रिजर्व बैंक की मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी (एमपीसी) ने ब्याज दरों में कोई भी बदलाव नहीं करने का फैसला किया। फिलहाल रेपो रेट 6.25 फीसदी पर है।
Nomura की रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले समय में आर्थिक वृद्धि की रफ्तार बढ़ने के साथ रेपो रेट में आधी फीसदी तक की वृद्धि की जा सकती है।
RBIने गुरुवार को 2017-18 के लिए क्रेडिट पॉलिसी का ऐलान कर दिया। इस पॉलिसी में RBI ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है।
रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति ने बुधवार को अपनी दो दिवसीय बैठक शुरू की। ब्याज दरों में कटौती की संभावना कम है।
रियल एस्टेट सेक्टर को पूरी उम्मीद थी कि आरबीआई रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती करेगा, जिससे होम लोन सस्ता होगा और घर खरीदारों का मनोबल भी मजबूत होगा।
RBI (रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया) ने इस साल लगातार दूसरी पॉलिसी में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। रेपो रेट 6.25 फीसदी पर स्थिर रहा है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) फरवरी में पेश होने वाली अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो रेट में 25 आधार अंकों की कटौती कर सकता है।
RBI ने ब्याज दरों में नहीं किया कोई बदलाव, सेंसेक्स 200 अंक गिरकर 26190 के स्तर पर है। वहीं, NSE का प्रमुख इंडेक्स निफ्टी में 40 अंक की आई गिरावट।
RBI द्वारा कल जारी की जाने वाली मौद्रिक नीति में नीतिगत दरों में कटौती की उम्मीद के मद्देनजर आज शेयर बाजार में निवेशकों की खरीदारी का दौर बना हुआ है
मौद्रिक नीति पर विचार के लिये छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक मंगलवार को शुरू होगी। नीतिगत दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती की उम्मीद है।
आरबीआई के गवर्नर उर्जित पटेल नोटबंदी की वजह से प्रभावित बैंकों को राहत दे सकते हैं। बुधवार को नीतिगत दरों में 0.25 प्रतिशत की और कटौती कर सकते हैं।
रिजर्व बैंक आर्थिक वृद्धि के नीचे जाने के जोखिम की आशंका के मद्देनजर अगले सप्ताह अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत दर में 0.25% की कटौती कर सकता है।
RBI द्वारा रेपो रेट में कटौती का लाभ जहां होम लोन लेने वाले ग्राहकों को होगा वहीं उन्हें घाटा होगा जो FD करनाा चाह रहे हैं। FD करने का यह सुनहरा है।
Here are the five points to kept in mind before transferring your balance from previous loan.
RBI cuts Repo Rate by 0.25 percent. If bank passes these cut to customer, your EMI set to fall
RBI के पॉलिसी रेट कट का फायदा ग्राहकों तक पहुंचने में अब ज्यादा देर नहीं होगी। बैंकों के लिए बेस रेट तय करने के लिए आरबीआई जल्द ही नई प्रणाली जारी करेगा।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मंगलवार को होने वाली पांचवीं द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक में रेपो रेट के स्थिर रहने की संभावना है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अपनी पांचवीं द्विमासिक मौद्रिक नीति की समीक्षा एक दिसंबर को करेगा। केंद्रीय बैंक ने एक बयान में यह जानकारी दी है।
RBI ने पिछले दिनों दो ऐसे अहम फैसले लिए हैं, जिसकी वजह से पिछले दो-तीन सालों से मंद पड़ी रियल एस्टेट इंडस्ट्री में फिर से जान आ गई है
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